रांची : कोरोना के प्रति जरा सी लापरवाही कैसे भारी पड़ सकती है, इसका उदाहरण है शहीद चौक स्थित प्रधान डाकघर. यहां तीन दिनाें के भीतर डाकिया और डाक पदाधिकारी की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. संक्रमित होने के एक दिन पहले ही ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) के पद से प्रोन्नत होकर पोस्टमैन (डाकिया) बना और यूनिट नंबर-9 का चार्ज लिया था.
वहीं, हाल ही में वह एक शादी समारोह में शामिल होकर रामगढ़ से रांची लौटा था. इस दोहरी खुशी में कार्यालय के सभी कर्मियों के बीच घूम-घूम कर लड्डू बांटा. जिसने भी उसके हाथों से मुंह मीठा किया, अब उन सभी को कोरोना संक्रमण का खतरा सता रहा है. अब डाकिया के बाद डाक पदाधिकारी के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद अब कार्यालय व डिस्पैच एरिया को पूरी तरह से सील कर दिया गया है.
कोविड-19 अस्पताल में कराया गया भर्ती : डाक पदाधिकारी को रिम्स के कोविड-19 अस्पताल और डाकिया को रामगढ़ के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, पूरे परिसर को 11 जुलाई तक के लिए सील कर दिया गया है. जीपीओ सील होने के बाद इसकी पूरी सेवाओं पर एक तरह से बैन लग गयी है.
यहां से रोजाना पांच हजार पत्र विभिन्न गंतव्य के लिए भेजे जाते थे. संक्रमण की पुष्टि के बाद यहां सभी सेक्शन को सैनिटाइज किया जा रहा है. शुक्रवार को जीपीओ के दोनों मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया और बाहर में एहतियातन नोटिस चिपका दिया गया है.
डाककर्मियों में हड़कंप, सदर अस्पताल में दिया सैंपल : दो लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद जीपीओ में कार्यरत करीब 150 पदाधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है. यहां पदस्थापित सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों को दोनों संक्रमितों के साथ संपर्क में आने व कोरोना पॉजिटिव होने की चिंता सता रही है.
डाक पदाधिकारी के संक्रमण की पुष्टि होते ही सभी पदाधिकारी व कर्मी अपना कोरोना जांच कराने में जुट गये हैं. सदर अस्पताल में 40 कर्मचारियों और अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण की जांच करायी. सदर अस्पताल में जाकर सैंपल दिया. जांच रिपोर्ट दो दिन बाद आयेगी.
Post by : Pritish Sahay