रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक असिस्टेंट डायरेक्टर रैंक के अफसर पर फायरिंग करने के लिए रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में साजिश रची गयी थी. इसके लिए जेल में बंद प्रेमप्रकाश ने पहले जेल में ही बंद एक नक्सली से संपर्क साधा था, लेकिन उसने घटना को अंजाम देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद प्रेम प्रकाश ने गैंगस्टर अमन साहू गैंग के एक गुर्गे से संपर्क साधा था. समय रहते ईडी के अफसरों को इसकी भनक लग गयी. इसके बाद ईडी के अफसरों को पर्सनल सीआरपीएफ का अंगरक्षक मुहैया कराया गया. इसके साथ ही ईडी के अफसरों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ का हाउस गार्ड प्रदान किया गया. जेल में शुक्रवार को छापामारी के दौरान ईडी ने मुलाकाती रजिस्ट्रर की फोटो कॉपी ली है. इसके साथ ही ईडी को वह पत्र भी मिल गया है, जिसमें जेल में बंद कुछ बंदियों ने प्रेम प्रकाश के खिलाफ शिकायत की थी.
ईडी के अफसरों को फंसाने के लिए दो युवतियों से की थी बात
विभागीय सूत्रों की मानें, तो ईडी के अफसरों को फंसाने के लिए जेल में दो युवतियों से संपर्क किया गया था. अप्रैल 2023 में चार युवतियां जेल गयी थीं. इनमें से दो युवतियां वही थीं, जिनसे संपर्क साधा गया था. अप्रैल में ही प्रेमप्रकाश द्वारा जेल में ही बथर्ड मनाने की सूचना ईडी को मिली थी. जांच में जेल प्रशासन द्वारा कुछ फुटेज डिलीट करने की भी सूचना सामने आयी थी.
ईडी के हाथ लगी ऑडियो रिकॉर्डिंग, कई बड़े अधिकारी आयेंगे लपेटे में
जांच के दौरान ईडी की टीम को 40-50 ऑडियो रिकॉर्डिंग भी हाथ लगी है. इनमें प्रेमप्रकाश और अमित अग्रवाल द्वारा राज्य के कई आइएएस व आइपीएस के अलावा बड़े लोगों से बातचीत के सबूत हैं. ईडी सभी ऑडियो की पड़ताल कर रही है.