रांची: राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से कनाडा में रह रहे पंजाबी परिवारों को सुरक्षा देने की मांग की है. कनाडा में भारतीयों पर हो रहे अत्याचार के प्रति महासंघ ने गहरी चिंता जतायी है. राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ की ऑनलाइन मीटिंग में लोगों ने कहा कि कनाडा में बड़ी संख्या में पंजाबी परिवार रहते हैं. इन हालातों में वे भय और आतंक के माहौल में जीने को मजबूर हैं. वहां की सरकार पंजाबी परिवारों की सुरक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है. आतंकी सरेआम देश छोड़ने की धमकियां दे रहे हैं. इस बीच पंजाबी परिवारों में दहशत है. इनकी मानें, तो इसके बावजूद कनाडा सरकार आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. बताया जा रहा है कि पिछले एक वर्ष में कनाडा में भारत विरोधी 15 घटनाएं होने के बावजूद एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. मंदिरों पर हमले हुए हैं और खालिस्तान के समर्थन में सभाएं भी हुई हैं. इसके बाद भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है. राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी (जोन 5) अरुण चावला ने कहा कि संकट की इस घड़ी में महासंघ अपने परिजनों के साथ है और भारत सरकार से उनकी सुरक्षा की मांग करता है.
आतंकी कनाडा छोड़ने की दे रहे सरेआम धमकी
अखिल भारतीय पंजाबी सामाजिक संस्थाओं की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ ने कनाडा में रह रहे भारतीयों पर हो रहे अत्याचार को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है. इसे लेकर राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ की जूम मीटिंग की गयी. इसमें लोगों ने बताया कि कनाडा में बड़ी संख्या में पंजाबी परिवार रहते हैं, जो भय और आतंक के माहौल में जी रहे हैं. एक तरफ वहां का शासन हमारे परिजनों की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं कर रहा है, वहीं दूसरी ओर आतंकी सरेआम देश छोड़ने कीधमकियां दे रहे हैं. इन सबके बीच आश्चर्य ये है कि कनाडा सरकार आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ ने भारत सरकार से मांग की है कि कनाडा में रह रहे पंजाबी परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करें.
कनाडा में भारत विरोधी 15 घटनाएं होने के बावजूद एक भी गिरफ्तार नहीं
राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी (जोन 5) अरुण चावला ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक वर्ष में कनाडा में भारत विरोधी 15 घटनाएं होने के बावजूद एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. मंदिरों पर हमले हुए हैं और खालिस्तान के समर्थन में सभाएं भी हुई हैं. संकट की इस घड़ी में महासंघ अपने परिजनों के साथ है और भारत सरकार से उनकी सुरक्षा की मांग करता है.
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ऑनलाइन मीटिंग में ये थे मौजूद
ऑनलाइन मीटिंग में संरक्षक दीपक कपूर, अध्यक्ष नरेश सेठ, जबलपुर से इंदरमोहन भाटिया, चेन्नई से रमेश आहूजा, नागपुर से प्राणनाथ साहनी, पिंपरी चिंचवड से हरीश मंधान, रायपुर से सतीश भुटानी, मीडिया प्रभारी नरेंद्र सतीजा, पुणे से अरुण चोपड़ा, संजय अरोरा, काश्मीर नागपाल, सतीश नागपाल आदि उपस्थित थे.
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