रांची : ट्रेन की लेट-लतीफी के कारण शनिवार को रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी परीक्षा में 400 से अधिक परीक्षार्थी शामिल नहीं हो सके. दरअसल, रेलवे की परीक्षा दो पाली में होनी थी. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक थी. इसके लिए परीक्षा केंद्र पर प्रवेश का समय सुबह नौ से 10 बजे तक दिया गया. लेकिन, शनिवार की 2.45 घंटे की विलंब से सुबह 10.15 बजे पटना-हटिया ट्रेन रांची स्टेशन पर पहुंची.
ट्रेन में सवार परीक्षार्थी हताश-परेशान रांची स्टेशन से बाहर आये और परीक्षा केंद्र पर जाने के लिए इधर-उधर भागते दिखे. लेकिन, जब परीक्षार्थियों को लगा कि परीक्षा केंद्र स्टेशन से काफी दूर है और वह नहीं पहुंच सकते हैं, तो वह पार्किंग में बैठ कर निराश होकर गये. ये परीक्षार्थी झारखंड के अलावा बिहार के थे. परीक्षार्थियों ने बताया कि पहाड़पुर स्टेशन से आगे बढ़ते ही ट्रेन के इंजन में कुछ खराबी आ गयी. वहीं, ट्रेन की डी-4 बोगी में धुआं भर गया. इस कारण ट्रेन वहां आधा घंटा तक रोकी गयी. इसके बाद ट्रेन कोडरमा स्टेशन पहुंची.
वहां ट्रेन करीब दो घंटे तक रुकी रही, इस दौरान इंजन में आयी खराबी को दूर किया गया. इसके बाद ट्रेन रांची के लिए रवाना हुई. वहीं, सीपीआरओ नीरज कुमार ने कहा कि ट्रेन में खराबी आ गयी थी. इस कारण ट्रेन विलंब से सुबह 10.15 बजे पहुंची.
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पहाड़पुर स्टेशन से आगे बढ़ते ही ट्रेन के इंजन में आ गयी थी खराबी जिससे लेट हुई ट्रेन
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पटना-हटिया ट्रेन 2.45 घंटे विलंब से सुबह 10.15 बजे रांची स्टेशन पर पहुंची
दो पालियों में हुई परीक्षा : शनिवार को रेलवे द्वारा आयोजित परीक्षा दो शिफ्ट में ली गयी. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक हुई. वहीं, द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर तीन से शाम 4.30 बजे तक हुई. इसके लिए परीक्षार्थियों को दोपहर 1.30 से 2.30 बजे तक प्रवेश दिया गया. आरआरबी के अध्यक्ष अनूप कुमार हेम्ब्रम ने कहा कि रांची में परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई. परीक्षार्थियों की उपस्थिति 60 प्रतिशत रही.
रांची जोन में परीक्षा के लिए 13 सेंटर बनाये गये थे. रांची में 08, बोकारो, धनबाद, हजारीबाग, जमशेदपुर, राउरकेला में एक-एक सेंटर बनाया गया था. परीक्षार्थियों की सहूलियत के लिए उनके गृह राज्य में ही सेंटर बनाने की कोशिश की गयी थी. लेकिन परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण दूसरे शहर व नजदीकी राज्य में भी सेंटर दिया गया था. महिलाओं व दिव्यांगों को गृह राज्य में ही सेंटर दिया गया. उन्होंने कहा कि दक्षिण-पूर्व रेलवे में 771 पद के लिए परीक्षा हो रही है. वहीं, इसीआर में 595 पद के लिए परीक्षा हो रही है. यह परीक्षा 16 से 30 जनवरी तक होगी.
परीक्षार्थियों ने कहा
मैं कोडरमा से ट्रेन में सवार हुआ था. रेलवे की परीक्षा का वर्षों से इंतजार था, पर ट्रेन के विलंब से रांची स्टेशन पहुंचने के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सका. रेलवे को दोबारा परीक्षा लेनी चाहिए. – नरेश कुमार
मैं गया से ट्रेन में सवार हुआ था. रांची के ऑक्सफोर्ड स्कूल में मेरा परीक्षा केंद्र था. ट्रेन विलंब होने से परीक्षा में शामिल नहीं हो सका. स्पेशल ट्रेन चलानी चाहिए थी. – चाणक्य भारती
रेलवे की व्यवस्था में खामी का खामियाजा परीक्षार्थियों को उठाना पड़ा है. कोरोना में ट्रेनें भी कम चल रही है. वहीं, बीच रास्ते में ट्रेन में खराबी आ गयी. इससे रांची स्टेशन पर ट्रेन देर से पहुंची. हम परीक्षा नहीं दे पाये. दोबारा परीक्षा हो. – अमरजीत
रेलवे बोर्ड व रेल मंत्री को किया ट्वीट : पटना-हटिया ट्रेन के खराब होने व विलंब से रांची पहुंचने की जानकारी कई परीक्षार्थियों ने रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड को ट्वीट कर दी. परीक्षार्थियों ने लिखा कि ट्रेन खराब होने में उनकी क्या गलती है? जो परीक्षा में शामिल नहीं हो सके है, उन्हें दोबारा मौका दिया जाये.
इसीआर व एसइआर ने नहीं चलायी परीक्षा स्पेशल ट्रेन : रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा की जानकारी इसीआर और एसइआर को पत्र के माध्यम से आरआरबी रांची जोन द्वारा दी गयी थी. साथ ही स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग भी की गयी थी, लेकिन दोनों जोन के अधिकारियों ने कोई संज्ञान नहीं लिया. इस कारण परीक्षा स्पेशल ट्रेन नहीं चली. आरआरबी के अध्यक्ष अनूप कुमार हेम्ब्रम ने कहा कि सेंट्रल लेवल पर यह परीक्षा आयोजित जा रही है. इसकी जानकारी सभी संबंधित विभाग व जोन को दी गयी है. वह इसमें और कुछ नहीं बता सकते हैं.
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Posted by : Pritish Sahay