रांची : धनबाद जिले के कोविड-19 अस्पताल (सेंट्रल अस्पताल) में एक कोरोना संक्रमित कैदी की शराब की बोतल के साथ तस्वीर वायरल होने के मामले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने तत्काल धनबाद उपायुक्त को इस मामले में कार्रवाई करने का आदेश दिया था. दो आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, जबकि एएसआई समेत आठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस मामले में एक्शन में आते ही उपायुक्त ने तत्काल कार्रवाई की. धनबाद के उपायुक्त उमा शंकर सिंह के निर्देश पर संटू गुप्ता एवं छोटू गुप्ता के खिलाफ सरायढेला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. कोविड सेंटर में कोरोना संक्रमित कैदी के पास मौजूद आपत्तिजनक सामान की जांच नहीं करने और अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतने के आरोप में उपायुक्त ने एएसआई समेत आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
धनबाद के उपायुक्त ने वरीय पुलिस अधीक्षक को एएसआई सुरेंद्र राम, आरक्षी भागी उरांव, चौकीदार भीम कर्माकर तथा सेंट्रल हॉस्पिटल की सुरक्षा में तैनात हवलदार ओम प्रकाश मिश्रा, सिपाही कुलदीप उरांव, गुलाब चौधरी, भोला उरांव तथा दुखराज उरांव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और उनके खिलाफ विभागीय जांच करने एवं जांच के बाद कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है.
उपायुक्त ने घटना के दिन कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी पर उपस्थित डॉ संजय कुमार मिश्रा, सिस्टर किरण कुमारी तथा शारदा कुमारी एवं वार्ड ब्वॉय शंकर से स्पष्टीकरण पूछने एवं उनके विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश बीसीसीएल प्रबंधन को दिया है.
धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस घटना में सभी आरक्षी, जिनके द्वारा कैदियों को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया एवं अस्पताल की सुरक्षा में तैनात पुलिस पदाधिकारी एवं जवान जिनके द्वारा आगंतुकों के प्रवेश के संबंध में निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया, उनकी भूमिका संदिग्ध है. इसलिए उन्होंने वरीय पुलिस पदाधिकारियों की एक टीम गठित कर अविलंब इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.
आपको बता दें कि झारखंड के धनबाद जिले के कोविड सेंटर में हथकड़ी पहने एक कोरोना संक्रमित कैदी की तस्वीर हाथ में शराब की बोतल लिए वायरल हुई थी. इस कैदी को मारपीट और रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने कतरास से गिरफ्तार किया था. रविवार को सोशल मीडिया पर जैसे ही युवक की तस्वीर वायरल हुई. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान में लेते हुए धनबाद के उपायुक्त को मामले की जांच करने के आदेश दिये. साथ ही कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाये जायें, उनके खिलाफ कार्रवाई करें.
मुख्यमंत्री का आदेश मिलते ने बाद धनबाद के उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को बताया था कि अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को इस मामले की अविलंब जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra