Ranchi Temperature News: अप्रैल माह में ही गर्मी अपना असर दिखाने लगी है. चिलचिलाती धूप से हर कोई परेशान है. मंगलवार को रांची का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. रविवार को अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस था, जो सोमवार को बढ़कर 38.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. राज्य के कई जिलों में हीट वेब का असर दिखने लगा लगा है. डाल्टेनगंज व जमशेदपुर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है. जबकि, गोड्डा का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. इससे डिहाइड्रेशन की शिकायत बढ़ रही है.
खासकर स्कूली बच्चों में मौसम परिवर्तन का असर देखा जा रहा है. बच्चे स्कूल में डिहाइड्रेशन की वजह से चक्कर खाकर गिर रहे हैं. वहीं, कई बच्चों की नाक से खून बहने की शिकायत आ रही है. ऐसे में सेहत का ध्यान रखना जरूरी है. चिकित्सक डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी के साथ ग्लूकोज लेने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही बहुत जरूरी न हो, तो धूप में कम से कम समय निकलने की सलाह दे रहे हैं.
तेज धूप से शरीर के अलावा फल-सब्जी में पानी की कमी होना आम है. शुगर कंटेंट वाले फलों में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. ऐसे में सिर्फ ताजे फल का सेवन करना चाहिए. वहीं, छने-तले भोजन और मसालेदार खाना से दूरी बनायें. गर्मी में बासी खाना न खायें. प्रोसेस्ड और डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ से सेवन से भी बचें.
शरीर को ठंडा
रोजाना कम से कम चार लीटर पानी पीयें
गर्मी में शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए दिनभर में कम से कम चार लीटर पानी पीना जरूरी है. वहीं, बच्चे को दिन भर में तीन लीटर पानी जरूर पिलायें. सुबह उठकर एक से डेढ़ ग्लास पानी जरूर पीयें.
बढ़ते तापमान को संतुलित रखने के लिए फाइबर युक्त खाना का सेवना ज्यादा से ज्यादा करें. खाने के साथ सलाद या स्प्राउट्स (अंकुरित अनाज) जरूर लें. इससे मांसपेशियां मजबूत होंगी और पेट की समस्या से बच सकेंगे.
Also Read: Jharkhand Bandh: रांची समेत कई जिलों में सड़क पर उतरे छात्र, 60-40 नाय चलतो का लगाया नारा
दही पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है. साथ ही शरीर को ठंडा रखने का काम करता है. गर्मी में कोल्ड ड्रिंक की जगह दही का सेवन करने से डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं. 100 ग्राम दही में 11 ग्राम प्रोटीन होता है. साथ ही अन्य न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो सेहतमंद बनाने में कारगर होता है. इसके अलावा छाछ भी कारगर विकल्प है. इसमें लैक्टिक एसिड होता है. यह कच्चे दूध की तुलना में गर्मी के दिनों में आसानी से पच जाता है.
-
तरबूज : गर्मी में तरबूज का सेवन खूब करें. यह पानी की कमी पूरा करने के साथ सोडियम, पोटैशियम और विटामिन-बी उपलब्ध करायेगा.
-
कीवी : इस फल में विटामिन-बी 1, बी 2, बी 3, विटामिन-सी प्रचूर मात्रा में पाया जाता है. इसका सेवन करना दिल, दांत, गुर्दे और मस्तिष्क के लिए लाभदायक है. इसलिए गर्मी में इसका सेवन जरूर करें.
-
खीरा : इस समय खीरा बाजार में आसानी से उपलब्ध है. इसलिए इसका सेवन जरूर करें. यह शरीर में पानी की कमी दूर करने के साथ गैस की समस्या, एसिडिटी और हार्ट बर्न की समस्या से बचायेगा.
-
नारियल पानी : इसमें कैल्शियम, क्लोराइड और पोटेशियम अधिक मात्रा में पया जाता है. यह शरीर को हाइड्रेट रखने का काम करता है. इसलिए गर्मी में जरूर इसका सेवना करें.
-
पुदीना : यह शरीर को ठंडा रखने का काम करता है. पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है.
-
नींबू : इसमें सिट्रस होने से शरीर को डिटॉक्स और ठंडा रखने का काम करता है.
-
अनानास : यह ब्रोमेलैन नामक एंजाइम का स्रोत है, जो शरीर में सूजन या सिर दर्द से तुरंत राहत देता है.
-
बेल की शरबत : गर्मी में एसिडिटी और कब्ज की शिकायत आम है. बेल का शरबत इन दोनों में असरदार होता है.
-
गन्ने का रस : इसमें मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बनाये रखने का काम करते हैं.
-
सत्तू : यह पेट की गर्मी को शांत करने में कारगर है.
-
आम पन्ना : कच्चे आम को उबालकर उसका गुदा निकालकर शकर, भुना जीरा, धनिया, पुदीना, नमक मिलाकर पीने से डिहाइड्रेशन से बच सकेंगे.
-
खरबूजा : इसके सेवन से दिल संबंधी बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है. साथ ही शरीर को हाइड्रेट रखने का काम करता है.
गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक के अलावा शरीर में दर्द, सिर दर्द, बुखार, उल्टी, दस्त जैसी समस्या हो रही है.रिम्स के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ विद्यापति ने कहा कि गर्मी के कारण ओपीडी में रोजाना डिहाइड्रेशन के मरीज पहुंच रहे हैं. गर्मी से त्रस्त लोग अचानक ठंडा पानी पी लेते हैं, इससे वायरल इंफेक्शन की समस्या बढ़ती है. तेज धूप में रहते हुए ठंडा पानी का सेवन न करें. इससे बेहतर है कि घर या कार्यस्थल से ज्यादा मात्रा में पानी पीकर निकलें. तेज धूप से अचानक प्यास लगे, तो सीधे पानी न पीकर फल का सेवन करें. धूप से बचने के लिए सिर ढंक कर रखें.
बच्चे तेजी से बढ़ रही गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं. बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अनिताभ कुमार ने कहा कि बच्चों में डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण देखे जा रहे हैं. इससे बदन दर्द, चक्कर आना, बेहाश हो जाना, थकावट और नाक से खून आना जैसी समस्या हो रही है. ऐसे में बच्चों के सिर को तेज धूप से बचाने की जरूरत है. साथ ही पानी में ओआरएस और ग्लूकोज घोल कर दें. बच्चे को ताजा फल का सेवन ज्यादा से ज्यादा करायें.
डायटीशियन अर्पिता मिश्रा ने कहा कि तेज धूप से शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है. इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ज्यादा देर तक पानी न पीने से इसका बुरा प्रभाव शरीर पर पड़ सकता है. ऐसे में खान-पान ही अच्छे स्वास्थ्य को बनाये रखने में कारगर है. गर्मी में पाचन प्रक्रिया कमजोर न हो, इसके लिए ताजा और हल्का भोजन लेना फायदेमंद होगा. नियमित अंतराल पर हल्का खाना खाते रहें.