Jharkhand Crime News: रांची जिले के मैक्लुस्कीगंज में विदेशी नागरिक ने फांसी लगा ली है. कैनेडियन फोटोग्राफर के रूप में विख्यात मार्क्स लेदरडेल (69 वर्ष) ने मैक्लुस्कीगंज स्थित (झारखंड बाग) नामक बंगले में बने डार्क रूम (अब स्टोर रूम) में रस्सी व बेल्ट के सहारे खुदकुशी कर ली. घटना की सूचना मिलने पर खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी, खलारी पुलिस इंस्पेक्टर फरीद आलम, इंस्पेक्टर मांडर, मैक्लुस्कीगंज थाना एसआई शिवजी सिंह, बुढ़मू थाना प्रभारी एम मयंक, खलारी एएसआई अनिल कुमार पंडित तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे. विदेशी नागरिक की आत्महत्या मामले को लेकर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी रामपुकार प्रजापति के पहुंचने के बाद फंदे से शव को उतारा गया, वहीं उस कमरे की जांच-पड़ताल की गयी. पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया है.
जांच में जुटी पुलिस
मार्क्स जिस कमरे में रहते थे, वहां से पुलिस ने कई तरह के गिफ्ट पैक को बरामद किया है. मृतक द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट को भी पुलिस ने बरामद किया है. झारखंड बाग के कैलाश यादव के परिजनों ने बताया कि वे शुक्रवार की रात सामान्य थे. रात का खाना भी खाया और अपने कमरे में चले गए. उधर, घटना को लेकर कैलाश यादव के लिखित आवेदन पर यूडी केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिए रिम्स भेज दिया. खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी ने बताया कि मार्क्स लेदरडेल विदेशी थे. घटना को लेकर कनाडा व अमेरिकन एम्बेसी को पत्र लिखा गया है, वहीं एहतियातन पोस्टमार्टम के लिए भी मेडिकल बोर्ड के लिए पत्र लिखा गया है. बहरहाल मृतक के कमरे से मिली डायरी आदि की जांच की जा रही है.
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डार्क रूम में फंदे से से झूल गये मार्क्स
झारखंड बाग के मालिक कैलाश यादव से मिली जानकारी के अनुसार मृतक को अमेरिकन सिटीजनशिप प्राप्त था. मार्क्स 18 नवम्बर को कनाडा से दिल्ली होते हुए रांची पहुंचे थे, जहां वे उन्हें रिसीव किये. शुक्रवार को अपनी पत्नी व बच्चे के साथ निजी कार्य के लिए रांची गये थे. कार्यों को निबटाते देर हो जाने के कारण रात को वहीं रुक गए. इसी क्रम में मार्क्स की 72 वर्षीया पूर्व पत्नी (पत्नी जो अलग रह रही थी, लेकिन अच्छी दोस्त की तरह संपर्क में थी) न्यूयॉर्क सिटी निवासी क्लाउडिया समर्स ने मृतक (मार्क्स) के इंस्टाग्राम आदि पर शुक्रवार देर रात्रि को उनके ही द्वारा किए पोस्ट को देख संशय हुआ और लगभग 1 बजे रात को ही कैलाश यादव को आगाह किया कि मार्क्स किन हालात में हैं, जानकारी लेकर तुरंत संपर्क करें. मैसेज को सुबह तक जब कैलाश यादव नहीं देख पाए तो क्लाउडिया ने उनके फ़ोन पर बात कर जानकारी लेने को कहा. शनिवार सुबह लगभग दस बजे बंगला परिसर में ही डार्क रूम में मार्क्स का शव फंदे से झूलता हुआ देखा गया. इसके बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गयी. मार्क्स की मां के अलावा कोई नहीं था, जिनका निधन कुछ माह पूर्व हो गया था.
रिपोर्ट: रोहित कुमार