Republic Day 2021, Jharkhand News, Ranchi News, रांची : झारखंड में इस बार कार्यकारी समिति के प्रमुख (पहले मुखिया कहा जाता था) अपने पंचायतों में तिरंगा नहीं फहरा पायेंगे. इस बार पंचायतों में पंचायत सचिव झंडोत्तोलन करेंगे. इसके साथ ही जिला परिषद और पंचायत समिति स्तर पर झंडोत्तोलन करने की सूचना जारी की गयी है. सोमवार (25 जनवरी, 2021) को ग्रामीण विकास विभाग (पंचायती राज) के अवर सचिव सुरेश कुमार दास ने राज्य के सभी डीसी को इस संबंध में आदेश जारी किया है. इस आदेश की प्रतिलिपि राज्य के सभी डीडीसी और डीपीआरओ को भी भेजी गयी है. इधर, सरकार के इस आदेश पर पंचायत जनप्रतिनिधियों में नाराजगी देखी जा रही है.
इस आदेश के तहत 26 जनवरी, 2021 में गणतंत्र दिवस के मौके पर जिला परिषद स्तर पर डीडीसी सह जिला परिषद के CEO, पंचायत समिति स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सह पंचायत समिति सचिव और पंचायत स्तर पर पंचायत सचिव झंडोत्तोलन करेंगे.
बता दें कि इससे पहले जिला परिषद में जिप अध्यक्ष, पंचायत समिति स्तर में प्रमुख और पंचायत स्तर में मुखिया झंडोत्तोलन करते थे. लेकिन, इस बार इनलोगों को झंडोत्तोलन करने से वंचित कर दिया गया है.
मालूम हो कि समय पर चुनाव नहीं होने से राज्य में त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म होने के बाद पंचायती व्यवस्था भंग की गयी है. हालांकि, समय पर चुनाव नहीं होने के कारण तात्कालिक व्यवस्था के तहत त्रिस्तरीय पंचायतों के कार्यों के संचालन के लिए कार्यकारी समिति गठित की है. इसके तहत पंचायत की मुखिया को कार्यकारी समिति के प्रमुख के तौर पर नामित किया गया है. वहीं, अन्य पंचायत जनप्रतिनिधियों को कार्यकारी समिति के सदस्य के तौर पर नामित किया गया है.
पंचायतों के मुखिया के नहीं होने पर तिरंगा फहराने को लेकर विभाग से पूछा जा रहा था कि इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला परिषद और पंचायत में कौन तिरंगा फहरायेगा. इसके अालोक में सोमवार (25 जनवरी, 2021) को ग्रामीण विकास विभाग (पंचायती राज) ने आदेश जारी कर स्थिति स्पष्ट कर दी है.
इस आदेश को लेकर कार्यकारी समिति प्रमुख के बीच नाराजगी देखी जा रही है. बोकारो जिला अंतर्गत पेटरवार प्रखंड के बुंडू पंचायत के कार्यकारी समिति प्रमुख अजय कुमार सिंह इसे हेमंत सरकार का गलत निर्णय करार दिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में पंचायत जनप्रतिनिधियों को पूरा अधिकार दिया गया है, लेकिन झंडोत्तोलन करने से वंचित कर दिया गया है. इससे अच्छा होता कि कार्य संबंधी अधिकारी नहीं देकर झंडोत्तोलन करने का ही अधिकार देते. हालांकि, उन्होंने कहा कि भले सरकार ने झंडोत्तोलन करने का अधिकार नहीं दिया है, लेकिन झंडोत्तोलन के दौरान तिरंगे को सलामी जरूर देंगे.
Posted By : Samir Ranjan.