रांची : झारखंड में इस बार दो वर्षों के बाद सरहुल और रामनवमी की शोभायात्रा निकलेगी. इसकी तैयारी राज्य सरकार कर रही है. इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं. अब मुख्य सचिव इसके लिए एसओपी जारी करेंगे. इस बार कोविड गाइडलाइन की कुछ पाबंदियों के साथ शोभायात्रा निकालने की अनुमति राज्य सरकार देगी.
इसके तहत मास्क लगाना आवश्यक होगा. साथ ही कोविड गाइडलाइन के तहत भीड़ एकत्रित करने की अनुमति होगी. बताया गया कि एक से दो दिनों में मुख्य सचिव शोभायात्रा को लेकर एसओपी जारी कर देंगे.
चार अप्रैल को सरहुल और 10 अप्रैल को रामनवमी का त्योहार है. दोनों त्योहारों में शोभायात्रा निकाली जाती है. शोभायात्रा की अनुमति देने के अनुरोध को लेकर रामनवमी से जुड़े कई संगठन और सरहुल से जुड़ी केंद्रीय सरना समिति समेत विभिन्न आदिवासी संगठनों ने सीएम से मुलाकात की थी. सीएम ने इस पर कुछ छूट देने का आश्वासन दिया था.
कोरोना की वजह से वर्ष 2020 व 2021 में सरहुल और रामनवमी की शोभायात्रा नहीं निकल सकी थी. वर्ष 2020 में लॉकडाउन लगा हुआ था और 2021 में दूसरी लहर के चलते सरकार ने अनुमति नहीं दी थी. इस बार कोरोना के केस बहुत कम हैं. राज्यभर में कोरोना के कुल 64 एक्टिव केस ही हैं.
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने भी नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत लगायी गयी पाबंदियों को हटा लिया है. गृह मंत्रालय व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र भी लिखा है कि जहां 10 प्रतिशत से भी कम पॉजिटिविटी रेट है, वह राज्य की स्थिति देखते हुए पाबंदियों में छूट दे सकते हैं.
Posted By: Sameer Oraon