Sarkari Naukri 2020 : रांची : कोरोना संकट के बीच खुशखबरी है. झारखंड में 27 हजार मेंटर टीचर बनेंगे. ये हर बच्चे को शिक्षा सुनिश्चित कराने में अहम भूमिका निभायेंगे. राज्य की सभी पंचायतों में मेंटर टीचरों की टीम होगी. मुखिया द्वारा ये टीम बनायी जायेगी.
झारखंड के सरकारी स्कूलों के छात्रों को पढ़ाने के लिए सामुदायिक शिक्षा की शुरुआत की जायेगी. इसके तहत पंचायतों के मुखिया को जिम्मेदारी दी जायेगी. वे अपनी पंचायत में मेंटर टीचर बनायेंगे. इसमें सेवानिवृत्त शिक्षक या स्नातक पास छह लोगों की टीम बनायी जायेगी. इसका उद्देश्य है कि कोई भी छात्र पढ़ाई से वंचित नहीं हो. कोई बच्चा पीछे ना छूटे इस थीम पर इसकी शुरुआत की जायेगी. झारखंड का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग इसकी तैयारी में जुटा हुआ है.
कोरोना महामारी के कारण राज्य में स्कूल बंद हैं. इस बीच करीब 75 फीसदी छात्रों को डिजिटल कंटेंट नहीं मिल पा रहा है. इस कारण स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सामुदायिक शिक्षा शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया है. झारखंड की 4500 पंचायतों के मुखिया को छह-छह मेंटर टीचर की टीम तैयार करने का जिम्मेदारी दी जायेगी. इससे राज्यभर में 27 हजार मेंटर टीचर बनेंगे, जो सामुदायिक स्तर पर विद्यार्थियों को पढ़ायेंगे. ये पहली से पांचवी कक्षा के छात्रों को पढ़ायेंगे.
झारखंड में मैट्रिक-इंटर पास छात्र बाल शिक्षक के रूप में नजर आयेंगे. सहमति के बाद उन्हें स्वयंसेवक के रूप में बच्चों के साथ जोड़ा जायेगा. घर से एक किलोमीटर की परिधि में रहने वाले बच्चों को वे शिक्षित करेंगे. सरकार द्वारा ऐसे बाल शिक्षकों को पुरस्कृत किया जायेगा.
पंचायत भवनों में टीवी के जरिए पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इतना ही नहीं, लाउडस्पीकर के जरिए भी पढ़ाई की योजना है. मेंटर टीचरों को विद्यालय प्रबंध समिति के फंड से पढ़ाई के आधार पर एक निश्चित राशि का भुगतान किया जायेगा.
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Posted By : Guru Swarup Mishra