रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोडरमा जिले में शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ी और अनियमितता के मामले में आरोपी तत्कालीन जिला शिक्षा अधीक्षक (कोडरमा) पुरेन्द्र विक्रम शाही एवं जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के प्रधान सहायक अजीत कुमार व सहायक धर्मेंद्र कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, (एसीबी) हजारीबाग द्वारा 27 जून 2019 को दर्ज आईआर की विस्तृत जांच के लिए पीई (प्रारंभिक जांच) दर्ज करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है.
शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ी के हैं गंभीर आरोप
कोडरमा जिला अंतर्गत शिक्षक नियुक्ति मामले में तदेन जिला शिक्षा अधीक्षक, कोडरमा पुरेन्द्र विक्रम शाही द्वारा प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, मरकच्चो एवं प्रधान सहायक अजीत कुमार और लिपिक धर्मेंद्र कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय, चतरा (प्रतिनियुक्ति अपर समाहर्ता कार्यालय, चतरा) की मिलीभगत से महिलाओं के लिए निर्धारित क्षैतिज आरक्षण का लाभ शिक्षण कार्य के लिए निर्गत आवासीय प्रमाण पत्र के आधार पर देने, मेधा सूची में अंकों की हेराफेरी कर चार अभ्यर्थियों का चयन करने, विज्ञापन की अनदेखी करते हुए नर्सरी शिक्षक प्रमाण पत्र के आधार पर प्रारंभिक /मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों का चयन करने, फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर प्रारंभिक/ मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों का चयन करने और विभागीय अनुमति के बिना परीक्षण में सम्मिलित होकर उच्च शिक्षा का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने वाले कुछ पारा शिक्षकों की भी नियुक्ति करने का आरोप है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पीई दर्ज करने के प्रस्ताव को दी मंजूरी
आपको बता दें कि कोडरमा जिले में शिक्षक नियुक्ति में बरती गयी अनियमितता के इस मामले में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने वर्ष 2019 में दर्ज आईआर का सत्यापन करने के बाद विस्तृत जांच के लिए पीई दर्ज करने की अनुमति झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से मांगी थी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पीई दर्ज करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. आपको बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन लगातार भ्रष्टाचार पर वार कर रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दे रहे हैं. इसी क्रम में इन तीन आरोपियों के खिलाफ पीई दर्ज करने की अनुमति दी है.