रांची : झारखंड पहान महासंघ, केंद्रीय सरना समिति, राजी सरना प्रार्थना महासभा एवं विभिन्न आदिवासी संगठनों के द्वारा सरना झंडा जलाने एवं अपमानित करने को लेकर जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक 8 अप्रैल को रांची बंद की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को मशाल जुलूस निकाला गया. मशाल जुलूस में बड़ी संख्या में पहान पूजार, महिला, पुरुष हाथों में मशाल एवं हाथों में तख्तियां लिए हुए सरना झंडा जलाने को लेकर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे. इस दौरान असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग की गयी.
8 अप्रैल को रांची बंद
झारखंड पहान संघ के अध्यक्ष जगदीश पहान ने बताया कि सरना झंडा को अपमानित किया जाना निंदनीय है. इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो. इसी मांग को लेकर आज शुक्रवार को रांची में जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस निकाला गया और विरोध दर्ज कराया गया. शनिवार 8 अप्रैल को रांची बंद का आह्वान किया गया है. सिर्फ आवश्यक सेवाओं को बंद से छूट रहेगी.
बंद से आवश्यक सेवाओं को छूट
केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासी अपनी परंपरा व संस्कृति के प्रति जागरूक हो चुके हैं एवं अपने सम्मान बचाने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. 8 अप्रैल को रांची बंद ऐतिहासिक होगा. बंदी में एंबुलेंस, स्कूल बस, दूध, दवा दुकान को बंदी से छूट दी गई है. मौके पर केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक भुनेश्वर लोहरा, महासचिव संजय तिर्की, उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, सचिव विनय उरांव, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव विमल कच्छप, बाना मुंडा, महिला शाखा अध्यक्ष नीरा टोप्पो, सुखवारो उरांव, धर्म कुमार, दीपक जायसवाल, जय आदिवासी के केंद्रीय परिषद की अध्यक्ष निरंजन हेरेंज टोप्पो, कांके सरना समिति के अध्यक्ष रंजीत टोप्पो, शिवा कच्छप, राजी पड़हा प्रार्थना सभा के संजय कुजूर, आदिवासी सरना विकास समिति के अध्यक्ष अशोक मुंडा, डब्लू मुंडा एवं अन्य शामिल थे.
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