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बाबा धाम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
वीआईपी गेट से बाबा मंदिर प्रांगण में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं का थर्मल स्क्रीनिंग की गयी. मास्क नहीं पहनने वाले श्रद्धालुओं के बीच फेस मास्क बांटा गया. सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन कराने के साथ-साथ सुरक्षा में 300 से ज्यादा पुलिस के जवान ड्यूटी पर तैनात किये गये थे.
शोडषोपचार विधि से हुई पूजा
सावन की आखिरी व पांचवीं सोमवारी को आज मंदिर के प्रधान पुजारी सदाशिव पंडा ने अपने सहयोगियों के साथ बाबा बासुकिनाथ की शोडषोपचार विधि से पूजा-अर्चना की. पंचामृत से बाबा को स्नान कराया गया. इसके बाद चंदन, इत्र और अबीर का लेप लगाया गया. इसके बाद फूल-बेलपत्र से बाबा का श्रृंगार किया गया.
बाबा बासुकिनाथ की विशेष पूजा
दुमका के विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकिनाथ धाम में आज पवित्र सावन मास के आखिरी दिन बाबा बासुकिनाथ की विशेष पूजा की गयी.
500 से अधिक श्रद्धालुओं ने की पूजा
देवघर में सावन मास की अंतिम सोमवारी व पूर्णिमा पर सुबह 9.45 बजे तक पंडा समाज के साथ-साथ 500 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन किया और स्पर्श पूजा की. श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने के कारण दर्शन व पूजा कार्यक्रम निर्धारित समय के बाद भी जारी रहा.
बाबा का हुआ दर्शन
देवघर में सावन मास की अंतिम सोमवारी व पूर्णिमा पर दिन के 9.45 बजे तक पंडा समाज के साथ-साथ 500 से ज्यादा आम श्रद्धालुओं ने द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन किया और स्पर्श पूजा की.
भगवान शिव की हो रही आराधना
झारखंड में सावन के आखिरी सोमवार के मौके पर श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना में लगे हैं. पवित्र सावन महीने का आज अंतिम दिन है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण शिव मंदिरों में केवल पुजारियों द्वारा पूजा-अर्चना की जा रही थी. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा आज देवघर बाबा धाम मंदिर आज श्रद्धालुओं के लिए खोला गया.
बाबा का करें दर्शन
पवित्र सावन माह की आखिरी सोमवारी पर देवघर स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पुजारियों ने बाबा बैद्यनाथ की विधिवत पूजा की. आप घर पर हैं, तो घर बैठे बाबा का दर्शन कर आशीर्वाद ले सकते हैं.
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सावन के पांचवें सोमवार पर शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार सावन के अंतिम सोमवार यानी आज कई महत्वपूर्ण योग बन रहे हैं. इस दिन पूर्णिमा की तिथि है. सोमवार को चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे. विशेष बात ये है कि इस दिन प्रीति योग का निर्माण हो रहा है.
चातुर्मास में सावन सोमवार का महत्व
सावन का महीना चातुर्मास का पहला महीना है. चातुर्मास में भगवान विष्णु पाताल लोक में विश्राम करने चले जाते हैं और पृथ्वी की बागडोर भगवान शिव को सौंप जाते हैं. चातुर्मास में भगवान शिव पृथ्वी के सभी कार्य देखते हैं. मान्यता है कि चातुर्मास में भगवान शिव माता पार्वती के साथ पृथ्वी का भ्रमण करते हैं और अपने भक्तों के दुखों को दूर कर उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं.
आज का दिन बेहद खास
धर्म-कर्म के लिहाज से आज का दिन बहुत ही विशेष है. आज रक्षाबंधन का पर्व भी है. सावन का सोमवार भगवान शिव को समर्पित है. श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित है. सावन के महीने में शिव भक्त पूरे माह भगवान शिव की भक्ति में डूबे रहते हैं.
भाजपा सांसद की पहल
गोड्डा से भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट में देवघर में बाबा मंदिर खोलने के लिए याचिका दायर की थी. याचिका पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश दिये थे. कोर्ट के निर्देश के आलोक में राज्य सरकार ने संबंधित पत्र देवघर के उपायुक्त को लिखा था.
मास्क है अनिवार्य
श्रद्धालुओं के लिए मास्क, सैनिटाइजर आदि का उपयोग अनिवार्य है. आपदा प्रबंधन विभाग ने दर्शन का सीसीटीवी फुटेज भी उपायुक्त से मांगा है. साथ ही कहा है कि भादो में दर्शन के प्रबंधन से संबंधित निर्णय बाद में लिया जायेगा.
पूर्णिमा के दिन नियंत्रित दर्शन
आज पूर्णिमा के दिन कम से कम 100 स्थानीय निवासियों के लिए नियंत्रित दर्शन का प्रबंध करने का आदेश दिया गया. यह सुनिश्चित किया जाये कि दर्शन के लिए पहुंचने वाले स्थानीय लोग सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का उल्लंघन नहीं करें.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खुला मंदिर
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में राज्य सरकार ने सावन की अंतिम सोमवारी को पूर्णिमा के दिन देवघर में बाबा मंदिर खोलने का फैसला लिया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने देवघर के उपायुक्त को इससे संबंधित पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि मंदिर प्रबंधन आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ मंदिर परिसर में पंडों के नियंत्रित प्रवेश की व्यवस्था करे.
Posted By : Guru Swarup Mishra