विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने कहा है कि कभी-कभी अधिकारी सत्र को लेकर उदासीन रहते हैं. समय पर विधानसभा को सामग्री नहीं मिलती है. सत्र के दौरान यह सुनिश्चित हो कि राज्य के आला अफसर अधिकारी दीर्घा में मौजूद रहें. स्पीकर श्री महतो शुक्रवार को 27 से आहूत विधानसभा सत्र को लेकर राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे. स्पीकर ने राज्य के मुख्य सचिव सहित अन्य विभागों के वरीय पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा–निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि जो भी विधेयक विधानसभा के पटल पर लाया जाये, उसकी बारीकी से जांच कर ली जाये, हिंदी–अंग्रेजी रूपांतर में भी किसी प्रकार की कोई त्रुटि न हो पाये. स्पीकर ने कहा कि सचिवालय के अफसर और राजभवन के अफसरों ने एक ही ग्रामर पढ़ा होगा, फिर गलती कैसे हो रही है.
विधेयक को सात दिन पहले विधानसभा सचिवालय को उपलब्ध करायें. किसी विधेयक में संशोधन आनेवाला है, तो उसके मूल विधेयक भी दें. स्पीकर ने अधिकारियों को आश्वासन समिति के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सदन में मंत्रियों द्वारा दिये गये आश्वासन को विभाग देखे. अब तक 323 आश्वासन लंबित है. विभाग इसे तुरंत निबटाये. स्पीकर ने अफसरों को बताया कि 512 निवेदन के जवाब अब तक अप्राप्त है. यह अच्छी परिपाटी नहीं है. स्पीकर ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि राज्य के विभिन्न बोर्ड व निगमों को भी यह निर्देश कर दें कि वे अपने प्रतिवेदनों को जिन्हें सत्र के दौरान पेश किया जाना है, समय पर सचिवालय को सुपुर्द करें. उच्चस्तरीय बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, नलिन कुमार, अरुण कुमार सिंह, अविनाश कुमार सिंह, सुनील कुमार, एडीजी मुरारी लाल मीणा, विधानसभा के सचिव सैयद जावेद हैदर, पीआरडी निदेशक राजीव लोचन बक्सी सहित रांची के उपायुक्त व एसपी मौजूद थे.
स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने बजट सत्र को लेकर पक्ष-विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक की. बैठक से भाजपा व आजसू दूर रहे. भाजपा-आजसू के विधायक बैठक में नहीं पहुंचे थे. बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, विधायक सरयू राय व विनोद सिंह शामिल हुए. बैठक में सत्र के सफल संचालन को लेकर चर्चा हुई. सत्र के कुल 17 कार्य दिवसों को किस प्रकार से बेहतर ढ़ंग से जनता के हित में इस्तेमाल किया जा सके, इस पर विचार विमर्श किया़
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि बजट सत्र शुरू होनेवाला है. सत्र को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार है. स्पीकर ने बैठक बुलायी थी, हम सभी चाहते हैं कि सत्र बेहतर तरीके से चले राज्य की समस्या का समाधान हो. विपक्ष को भी बैठक में बुलायी गयी थी. विपक्ष बैठक में क्यों नहीं आता है, नहीं जानता हू़ं वह उनका विषय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कई औपचारिकता है, उसे पूरा करना है. सरकार इसे पूरा करेगी.