बुंडू : कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार जनसमस्याओं के निदान में विफल रही है. धान रोपनी का समय आ गया है, लेकिन किसानों को अबतक बीज नहीं मिला है. सरकार के सभी विभागों को अपने-अपने दायित्व का निर्वह्न करना चाहिए. उक्त बातें शनिवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने तमाड़ विधानसभा के कार्यकर्ताओं से दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनसमस्याओं की जानकारी लेने के दौरान कही.
उन्होंने प्रवासी मजदूरों की स्थिति, कृषि संबंधित समस्या व स्थानीय समस्याओं की जानकारी ली. किसानों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है. सब्जियों का बहुत उत्पादन हुआ, लेकिन बाजार नहीं मिलने के कारण लागत मूल्य भी नहीं मिला.
कार्यकर्ताओं ने बताया कि बुंडू अनुमंडल अस्पताल व अड़की अस्पताल के आठ में से छह डॉक्टर अभी रांची में डेपुटेशन पर हैं. जिस कारण ग्रामीणों को इलाज कराने में काफी परेशानी हो रही है. महिलाओं का प्रसव तक नहीं कराया जा रहा है. उन्हें रांची रेफर कर दिया जा रहा है. निजी क्लिनिक भी बंद हैं.
कोरेंटिन केंद्रों में प्रवासी मजदूरों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. वे खुलेआम बाहर घूम रहे हैं. इस कारण ग्रामीणों में भय और आक्रोश है. कार्यकर्ताओं ने छोटी दुकानों को भी खोलने की अनुमति देने की मांग की.
साथ ही पानी व बिजली की समस्या से अवगत कराया. वीडियो कांफ्रेंसिंग में गुप्तेश्वर भगत, कपिल महतो, भास्कर मुखर्जी, विवेक आनंद, अजय सिंह, मनोहर हलवाई, बंटी चौधरी, महेंद्र सिंह शाहदेव, लक्ष्मण सिंह मुंडा, गोलक दास अधिकारी, दिलीप सेठ, मनसा हलदर, विशाल भगत आदि शामिल थे.