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सुभाष मुंडा हत्याकांड: विरोध में सड़क पर उतरे वाम दल, आजसू ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल, राजद ने की ये मांग

माकपा के युवा नेता सुभाष मुंडा की हत्या के खिलाफ अपराधियों की गिरफ़्तारी की मांग पर आदिवासी संगठनों के रांची बंद के समर्थन में आज गुरुवार को भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने अल्बर्ट एक्का चौक पर विरोध प्रदर्शन किया.

रांची: सीपीएम नेता व हटिया विधानसभा क्षेत्र के युवा चेहरा सुभाष मुंडा हत्याकांड के खिलाफ गुरुवार को सीपीआईएमएल व सीपीआई समेत अन्य आदिवासी संगठनों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और अपराधियों की अवलिंब गिरफ्तारी की मांग की. आपको बता दें कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में नगड़ी थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है और रोहित कुमार को नया थाना प्रभारी बनाया गया है. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गयी है. झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने रांची के एसएसपी व एसआईटी को अविलंब कार्रवाई कर अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. आपको बता दें कि सुभाष मुंडा की हत्या 26 जुलाई की रात करीब 8 बजे उनके ऑफिस में घुसकर अपराधियों द्वारा की गयी है.

रैली निकालकर भाकपा-माले ने किया विरोध प्रदर्शन

माकपा के युवा नेता सुभाष मुंडा की हत्या के खिलाफ अपराधियों की गिरफ़्तारी की मांग पर आदिवासी संगठनों के रांची बंद के समर्थन में आज गुरुवार को भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने अल्बर्ट एक्का चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. सुभाष मुंडा हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच कराओ, हत्यारों को गिरफ्तार करो, भूमाफिया-पुलिस-नेता गठजोड़ मुर्दाबाद के जोरदार नारों के साथ माले कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यलय से शहीद चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक तक रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया.

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इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो

भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य जनार्दन प्रसाद ने कहा कि भूमाफिया, पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं की एक नापाक गठजोड़ कायम हो गयी है. सुभाष मुंडा की हत्या इसी की परिणति है. दुकान में घुस कर सारेआम हत्या राज्य की विधि व्यवस्था को चुनौती देना है. केन्द्रीय कमिटी सदस्य शुभेंदु सेन ने कहा कि माकपा के यूवा नेता की हत्या समान्य घटना नहीं है. इसके राजनीतिक साठगांठ और सरंक्षण की भी गंभीरता से जांच की जानी चाहिए. हटिया विधानसभा में इसके पूर्व भी लाल झंडे के उभरते नेता बिशुन महतो की हत्या हुई है. हटिया को वधशाला बनने से बचाना चाहिए. माले नेताओं ने कहा कि झारखंड में राजनीतिक हात्यों पर विराम लगाएं वर्ना झारखंड में जंगल, जमीन नहीं बचेगी और ना ही राजनीतिक इच्छा शक्ति ही.

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विरोध प्रदर्शन में ये थे शामिल

विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में राज्य स्थाई कमिटी सदस्य भुवनेश्वर केवट, मोहन दत्ता, आदिवासी संघर्ष मोर्चा के जगरनाथ उरांव, अधिवक्ता अजबलाल सिंह, झारखंड आंदोलनकारी पुष्कर महतो, मजदूर नेता पीके गांगुली, इकबाल खान, भीम साहू ,आदित्य मिश्रा, एनामुल हक, मोहर राम साहू, समर सिन्हा, नंदिता भट्टाचार्य, उमेश कुमार रवि, शान्ति सेन, आयती तिर्की, तारामणि साहू आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.

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झारखंड में विधि व्यवस्था चौपट

इधर, सीपीआईएम के युवा नेता सुभाष मुंडा की बुधवार देर रात दलादिली चौक में उनके ऑफिस में हत्या कर दी गयी. इसकी भाकपा के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने निंदा की है. श्री पाठक ने कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था चौपट हो चुकी है. राज्य में रोज ब रोज हत्या बलात्कार की घटनाएं घट रही हैं. राज्य में कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है. राज्य के जनप्रतिनिधि ,नेतृत्व करने वाले और पुलिस वाले भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. राज्य में कोयला, लोहा, बॉक्साइट, बालू जमीन माफियाओं के द्वारा घटना को अंजाम दिया जा रहा है. रांची की राजधानी में जमीन माफिया हावी है. राजधानी में आईएएस, आईपीएस से लेकर थानेदार तक जमीन के कारोबार में संलिप्त हैं, जिसका उदाहरण रांची के उपायुक्त छवि रंजन हैं, जो सलाखों के पीछे हैं. इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि राज्य की आम जनता सुरक्षित नहीं है.

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सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से अपील करती है कि राज्य की विधि व्यवस्था में सुधार लाया जाए. उन्होंने कहा कि झारखंड की राजधानी रांची में जिस प्रकार से सुभाष मुंडा की हत्या की गयी, वह राज्य के कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है. राजधानी रांची में आम व्यक्ति की सुरक्षा तो छोड़ दीजिए, नेता ,पुलिस और अधिकारी भी सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड अपराधियों के लिए गढ़ बनता जा रहा है. झारखंड में आए दिन बलात्कार, लूट और हत्या जैसी वारदात लगातार घट रही है. श्री पाठक ने कहा कि राज्य सरकार को कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए और प्रयास करना चाहिए, प्रशासन आम लोगों को परेशान करने के बजाय अपराधी तबके के लोगों पर कार्रवाई करे. खास करके जमीन से जुड़े अपराधियों पर प्रशासन को नजर रखनी चाहिए क्योंकि राजधानी रांची में आदिवासियों की जमीन की लूट के मामले में लगातार हत्याएं हो रही हैं.

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सुभाष मुंडा के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए

रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत दलादिली चौक में माकपा नेता सुभाष मुंडा की निर्मम हत्या पर आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने गहरा दुःख व्यक्त किया और ईश्वर से परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना की. उन्होंने कहा कि राजधानी रांची के व्यस्त इलाकों में से एक दलादिली चौक में अपराधियों द्वारा युवा नेता सुभाष मुंडा की हत्या की घटना इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि राज्य में कानून व्यवस्था कितनी बदहाल हो गयी है. सरकार अपराधियों को चिन्हित करते हुए अविलंब गिरफ्तार करे और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच भी कराए.

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सुरक्षा देने में विफल है सरकार

आपराधिक घटनाएं राजधानी रांची और पूरे राज्य में आए दिन हो रही हैं. आदिवासियों के हित की बात करने वाली सरकार आदिवासियों को सुरक्षा देने में भी विफल है. आदिवासियों की जमीन पर जबरन कब्जा या आदिवासियों के हक़ को मारने की बात हो राज्य के अलग अलग जगहों से ऐसी खबरें रोजाना आती हैं. रांची समेत पूरे राज्य में चोरी, छिनतई, लूट, हत्या, गोली चलने, अपहरण जैसी घटनाएं बहुत बढ़ गयी हैं.

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राज्य में कानून व्यवस्था ठप

राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. जिस वजह से आज आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा अपराध नियंत्रण पर पुलिस अधिकारियों को दिये कड़े निर्देश के बाबजूद अपराधी बेखौफ दिख रहे हैं. मुख्यमंत्री सिर्फ अखबारों में सुर्खियां बटोरने के लिए बैठक करते हैं. जिस पुलिस का काम जनता की सेवा का होना चाहिए था आज वो पुलिस उगाही करने में मगन है. राज्य की इस लाचार कानून व्यवस्था का श्रेय सिर्फ और सिर्फ राज्य सरकार को जाता है.

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अपराधियों को मिले कठोर सजा

इधर, झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के महासचिव सह प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार ने सीपीएम नेता सुभाष मुंडा की निर्मम हत्या पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना काफी गमगीन करने वाली है. यह अत्यंत दुखद है और मर्माहत करने वाली घटना है. इसकी जितनी निंदा की जाए कम है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को दु:ख सहने की शक्ति दे. राष्ट्रीय जनता दल राज्य सरकार से मांग करती है कि अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार कर कठोर से कठोर सजा दी जाए.

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एसआईटी गठित, नगड़ी थाना प्रभारी सस्पेंड

सीपीएम नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड को लेकर डीजीपी अजय कुमार सिंह ने रांची के एसएसपी व एसआईटी को सख्त निर्देश दिया है कि सुभाष मुंडा हत्याकांड में अविलंब कार्रवाई कर अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें. इधर, आईजी ऑपरेशन एवी होमकर ने कहा है कि अज्ञात हमलावरों ने बुधवार की शाम को उनकी हत्या कर दी. इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. नगड़ी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

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सुभाष मुंडा को 26 जुलाई की रात को ऑफिस में घुसकर मार दी गोली

सीपीएम नेता व हटिया विधानसभा क्षेत्र के युवा चेहरा सुभाष मुंडा को बुधवार की रात लगभग 8 बजे नकाबपोश अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर उस वक्त गोली मार दी, जब वह अपने दलादिली स्थित कार्यालय में बैठकर कुछ काम कर रहे थे. गोली मारने के बाद आराम से अपराधी बाहर निकले और भागने में सफल रहे. जब इसकी सूचना आसपास के लोगों को हुई तो लोगों ने उठाकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने सुभाष को मृत घोषित कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही गांव वाले और परिचित काफी उग्र हो गए और दलादिली चौक को जाम कर कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया. कई वाहनों के शीशे तोड़े गए और पुलिस प्रशासन और सरकार के विरोध में नारेबाजी की गयी.

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सुभाष मुंडा की हत्या के विरोध में गुरुवार को बंद रहा नगड़ी

हत्या के विरोध में गुरुवार को नगड़ी पूरी तरह बंद रहा. चेकपोस्ट व्यावसायिक संघ के सदस्यों ने सुभाष मुंडा के चरित्र एवं कुशल व्यवहार से प्रभावित दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें स्वेच्छा से बंद रखीं. आदिवासी छात्र संघ, राजी पड़हा प्रार्थना सभा और 21 पड़हा समिति सहित समाज के सभी जाति के प्रबुद्धजनों ने चेकनाका चौक को सुबह 7 बजे बैरियर और गाड़ी लगाकर छात्र नेता प्रभात तिर्की के नेतृत्व में जाम कर दिया और सरकार और प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे.

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