रांची: सीपीएम नेता सुभाष मुंडा की हत्या का खुलासा होने के बाद भी दलादिली क्षेत्र में आमलोगों का आक्रोश जारी है. अपराधियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर शनिवार को माकपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने सुभाष मुंडा चौक दलादिली पर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की. माकपा के राज्य कमिटी सदस्य सुरेश मुंडा ने कहा कि सुभाष मुंडा हत्याकांड का खुलासा हुआ है, लेकिन साजिशकर्ता बेनकाब नहीं हुए हैं. न्याय मिलने तक सीपीएम का संघर्ष जारी रहेगा. सुभाष मुंडा की हत्या कारोबार के साथ-साथ राजनीतिक भी है. इसलिए मुख्य साजिशकर्ता के सामने आने तक हम चैन से नहीं बैठेंगे और इसके लिए सीपीएम का संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि दलादिली चौक अपराधियों का अड्डा बन गया है. अपराधियों पर नियंत्रण के लिए दलादिली में जल्द से जल्द पुलिस चौकी का निर्माण होना चाहिए. आपको बता दें कि दलादिली स्थित उनके ऑफिस में घुसकर अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी थी.
न्याय के लिए निकाला जुलूस
इससे पूर्व दिवंगत सुभाष मुंडा के गांव दलादिली से एक विशाल जुलूस निकाला गया, जो रिंग रोड होते हुए पूरे दलादिली बाजार का भ्रमण कर दलादली चौक आकर नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गया. सुभाष मुंडा की प्रतिमा के समक्ष स्थाई रूप से हसुआ हथौड़ा युक्त लाल झंडे को माकपा के राज्य कमिटी सदस्य सुरेश मुंडा ने फहराया और सुभाष मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
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सुभाष मुंडा को लाल सलाम के नारे गूंज रहे थे
जुलूस में सुभाष मुंडा के हत्यारों को फांसी दो, सुभाष मुंडा को लाल सलाम, सुभाष मुंडा अमर रहें, जो लाल झंडा से टकरायेगा, चूर चूर हो जाएगा आदि आक्रोशपूर्ण नारे लगाए जा रहे थे. सर्वप्रथम सुभाष मुंडा की प्रतिमा के समक्ष स्थाई रूप से हसुआ हथौड़ा युक्त लाल झंडे को माकपा के राज्य कमिटी सदस्य सुरेश मुंडा ने फहराया और श्रद्धांजलि अर्पित की. जहां शहीद सुभाष मुंडा को लाल सलाम के गगनभेदी नारों से चौक गूंज उठा.
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सुभाष मुंडा की हत्या कारोबार के साथ-साथ राजनीतिक भी है
इस अवसर पर जुलूस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे माकपा नगड़ी लोकल कमिटी के सचिव मधुआ कच्छप की अध्यक्षता में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व प्रमुख सुरेश मुंडा ने कहा कि सुभाष मुंडा के हत्यारों का खुलासा किया गया है, लेकिन हमारी पार्टी इससे संतुष्ट नहीं है क्योंकि अभी भी हत्या के मुख्य साजिशकर्ता का पर्दाफाश नहीं हुआ है. सुभाष मुंडा की हत्या कारोबार के साथ-साथ राजनीतिक भी है. इसलिए मुख्य साजिशकर्ता के सामने आने तक हम चैन से नहीं बैठेंगे और इसके लिए सीपीएम का संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि दलादिली चौक अपराधियों का अड्डा बन गया है. इसलिए हमलोगों ने यहां शनिवार को लगने वाला हटिया को स्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है. इसे हर हाल में लागू करेंगे. अपराधियों पर नियंत्रण के लिए दलादिली में जल्द से जल्द पुलिस चौकी का निर्माण होना चाहिए.
जुलूस में ये थे शामिल
कार्यक्रम में सीपीएम के राज्य सचिवमंडल सदस्य संजय पासवान, अमित मुण्डा, बुधराम उरांव, आशीष रंजन, समेउल्ला अंसारी, महेश मुण्डा, बिरसु मुण्डा, ललित मुण्डा, छोटन देवी, लीली देवी, राजु भगत, महादेव उरांव, मंगरू मुंडा, महादेव मुण्डा, उमेश मुण्डा, सुरेश गोप, मनीष मुंडा, भीखन मुंडा, संजना मुंडा, समेश्वर तिर्की, कविता, किरण सहित बड़ी संख्या में कंधे पर लाल झंडा लिए महिलाएं और नौजवान मौजूद थे.
दलादिली चौक में जल्द बनेगा पुलिस आउटपोस्ट
आपको बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्व सुभाष मुंडा के परिजनों को आश्वासन दिया था कि जल्द ही दलादिली चौक के समीप पुलिस आउटपोस्ट (ओपी) बनायी जाएगी. इसके साथ ही लाइट की व्यवस्था भी की जाएगी. हाल के दिनों में रिंग रोड स्थित चौराहों पर कुछ असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होता दिख रहा है. राज्य सरकार की ओर से पुलिस-प्रशासन को इन असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके ऊपर कानूनी-कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया है. मुख्यमंत्री ने स्व सुभाष मुंडा के परिजनों से कहा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इस निमित्त राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ अपराध नियंत्रण पर कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान स्व सुभाष मुंडा के परिजनों में सुरेश मंडा, अमित मुंडा, बिशु मुंडा सहित जेएमएम नेता मुश्ताक आलम एवं अन्य उपस्थित थे.
सीएम हेमंत सोरेन से परिजनों ने किया था मदद का अनुरोध
दिवंगत सुभाष मुंडा के परिजनों ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात के दौरान कहा था कि परिवार के ऊपर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है. मुख्यमंत्री के समक्ष परिजनों ने कहा कि स्व सुभाष मुंडा एक सामाजिक व्यक्ति थे. वे सदैव दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे. मौके पर स्व० सुभाष मुंडा के पिता ललित मुंडा एवं माता छोटन देवी ने मुख्यमंत्री से उनके परिवार के प्रति राज्य सरकार की ओर से मदद किए जाने का अनुरोध किया था.