रांची : भाजपा के टिकट पर लोहरदगा सीट से पिछला विधानसभा चुनाव लड़नेवाले सुखदेव भगत को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. शुक्रवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दीपक प्रकाश के निर्देश पर पार्टी महामंत्री आदित्य साहू ने श्री भगत के निष्कासन का पत्र जारी कर दिया है. पार्टी से निकाले जाने को लेकर श्री भगत ने कहा : हू केयर्स (किसे परवाह है), भाजपा को धन्यवाद है कि उन्होंने मुझे मुक्त कर दिया. मैं अब किसी तरह का बोझ महसूस नहीं कर रहा हूं. भाजपा नेतृत्व के प्रति मेरा आभार है.
फिलहाल मैं अनूप सिंह के प्रचार में जुटा हूं. इससे अधिक इस विषय पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक रहे सुखदेव भगत पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गये थे. विधानसभा चुनाव के बाद से ही उन्होंने भाजपा से दूरी बना ली थी.
संभवत: भाजपा में उनका मन नहीं लग रहा था और वे घर वापसी की तैयारी में लगे हुए थे. इधर, राज्य में दो सीटों में हो रहे उपचुनाव में वह खुल कर कांग्रेस के साथ आ गये हैं. वे बेरमो से कांग्रेस प्रत्याशी जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह के नामांकन में भी पहुंचे थे. पिछले दो दिनों से वह बेरमो में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव के समय बहुत ताम-झाम के साथ सुखदेव भगत कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे. लेकिन बीते शुक्रवार को उन्हें बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया. प्रदेश बीजेपी का कहना है कि सुखदेव भगत को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण भाजपा से निष्कासित किया गया है. बता दें, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत ने पिछला विधानसभा चुनाव बतौर भाजपा प्रत्याशी लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गये थे.
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बता दें, बीते कुछ समय से सुखदेव भगत कांग्रेस के संपर्क में हैं. उन्नीद जताई जा रही है कि वे फिर से कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. ऐसे में क्या उनकी फिर से कांग्रेस में वापसी होगी, यह देखने वाली बात है.
Posted by : Pritish Sahay