Ranchi News: निलंबित आइएएस पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) के चार साल का आयकर रिटर्न इ-फाइलिंग पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है. इस अवधि में उनके बैंक खातों में भारी बड़ी राशि जमा हुई है. वित्तीय वर्ष 2009-11 के बीच उनके खाते में सबसे अधिक नकद राशि जमा हुई थी. इन्हीं दो वर्षों के बीच जूनियर इंजीनियर राम विनोद सिन्हा खूंटी में पदस्थापित थे. 2005-06 से 2010-11 के बीच पूजा सिंघल स्वास्थ्य, समाज कल्याण के अलावा कई जिलों में डीसी पद पर पदस्थापित रही हैं.
जांच में इडी ने पाया कि पूजा सिंघल के नाम पर आयकर विभाग द्वारा जारी दो स्थायी अकाउंट नंबर यानी पैन (ARZPS2447R, AMQPS9964B) थे. उनका सैलरी अकाउंट एसबीआइ में था. आइसीआइसीआइ बैंक में उनके कई अकाउंट थे. 2005-2011 की अवधि के बीच चार वित्तीय वर्षों का आयकर रिटर्न व वर्ष 2005-06 का आयकर रिटर्न इ-पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है. इस अवधि में उनके दूसरे बैंक खातों में कुल 9.5 लाख रुपये नकद जमा हुए थे. वर्ष 2006-07 में 59500 रुपये नकद जमा हुए. इस वित्तीय वर्ष का आयकर रिटर्न भी इ-पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है.
Also Read: Explainer: झारखंड मुख्यमंत्री गाड़ी योजना क्या है, कैसे करेगा ये काम? जानें डिटेल्स
वर्ष 2008-09 में आयकर रिटर्न इ-पोर्टल पर उपलब्ध है. इसमें 5.90 लाख रुपये की आमदनी का उल्लेख है. इस वित्तीय वर्ष के दौरान खाते में 2.50 लाख रुपये नकद जमा हुए थे. वर्ष 2009-10 का आयकर रिटर्न भी इ-पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है. वर्ष 2009-10 में उनके बैंक खाते में कुल 26.53 लाख रुपये नकद जमा हुए थे. आइसीआइसीआइ के एक बैंक खाते में कुल 8.96 लाख रुपये और दूसरे में 16.99 लाख रुपये नकद जमा हुए थे. इस अवधि में जूनियर इंजीनियर राम विनोद सिन्हा का खूंटी जिले में पहला पदस्थापन था. वर्ष 2010-11 में भी पूजा सिंघल के आइसीआइसीआइ के एक ही बैंक खाते में कुल 35 लाख रुपये नकद जमा हुए थे.
रिम्स (पेइंग वार्ड) में इलाजरत निलंबित आइएएस पूजा सिंघल की एंजियोग्राफी रिपोर्ट सामान्य आयी है. सामान्य रिपोर्ट आने पर उन्हें कार्डियोलॉजी विभाग से छुट्टी दे दी गयी है. हालांकि पूजा सिंघल ने इलाज कर रहे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ प्रकाश कुमार को माइग्रेन के कारण उल्टी की शिकायत की थी. इसके बाद रिम्स प्रबंधन द्वारा पूजा सिंघल के स्वास्थ्य की जांच और आगे के इलाज के लिए बोर्ड का गठन करने का फैसला लिया गया. सोमवार को बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें माइग्रेन के इलाज के लिए न्यूरोलॉजिस्ट की देखरेख में भर्ती करने का निर्णय लिया गया. यानी इस आदेश के तहत पूजा सिंघल को न्यूरोलॉजिस्ट डॉ सुरेंद्र कुमार की देखरेख में अपना इलाज कराना होगा. गौरतलब है कि करीब एक महीना पहले पूजा सिंघल को सीने में दर्द की शिकायत के बाद होटवार जेल से रिम्स लाया गया था. इलाज के लिए कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश कुमार की देखरेख में भर्ती किया गया था.