रांची/जामताड़ा (अजित) : झारखंड के साइबर क्रिमिनल्स ने अपराध का ट्रेंड बदल दिया है. अब ये लोग फोन करके लोगों को अपना शिकार नहीं बनाते. किसी का बैंक खाता खाली करने का तरीका ही इन लोगों ने बदल दिया है. जामताड़ा से एक दिन पहले गिरफ्तार किये गये 6 साइबर क्रिमिनल्स से पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है. साइबर ठगों की इस शातिर चाल से दुनिया पूरी तरह अनजान है. इसलिए जामताड़ा के ये ई-क्रिमिनल्स मिनटों में लोगों के अकाउंट खाली कर देते हैं.
पुलिस ने बताया है कि साइबर पुलिस की लगातार बढ़ती दबिश की वजह से अपराधियों में हड़कंप मचा हुआ है. क्रिमिनल अब सरेंडर करने लगे हैं. बड़ी संख्या में साइबर क्राइम करने वालों को पुलिस ने सलाखों के पीछे डाल दिया है. जामताड़ा के धर्मपुर और झिलुआ गांव से गिरफ्तार किये गये अपराधियों से पूछताछ के बाद साइबर पुलिस ने बताया कि अब साइबर क्राइम का ट्रेंड बदल गया है.
साइबर इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया कि साइबर क्रिमिनल पहले बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते थे. उनके बैंक की डिटेल लेते थे. फिर पासवर्ड और ओटीपी लेकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा लेते थे. इसके बाद ई-वॉलेट के माध्यम से अलग-अलग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करते थे. अब इन लोगों ने ठगी का ट्रेंड बदल दिया है.
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संजय कुमार ने बताया कि अब इन लोगों ने सर्च इंजन गूगल का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. साइबर क्रिमिनल्स ने गूगल पर विभिन्न कंपनियों के कस्टमर केयर में अपना नंबर डाल दिया है. जरूरत पड़ने पर लोग उस नंबर पर फोन करते हैं. लोगों को लगता है कि उन्होंने कस्टमर केयर में संपर्क किया है. इसलिए सारी जानकारी दे देते हैं.
जैसे ही इन अपराधियों को उस व्यक्ति की डिटेल मिल जाती है, वे उसके बैंक अकाउंट का एक्सेस ले लेते हैं और खाता खाली कर देते हैं. शुक्रवार को जामताड़ा की साइबर पुलिस ने कुख्यात अपराधी पप्पू मंडल की पत्नी गीता देवी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें 5 लोगों की उम्र 24 साल या उससे कम है. एकमात्र अब्दुल सत्तार की उम्र 40 साल है.
Posted By : Mithilesh Jha