रांची : कोरोना के संदेह के कारण अब किसी गर्भवती का इलाज नहीं रुकेगा. बल्कि एक घंटे में टेस्ट कर पता कर लिया जायेगा कि गर्भवती महिला को कोरोना है या नहीं. सदर अस्पतालों में ट्रूनेट मशीन लगायी जा रही है. रांची सदर अस्पताल में मशीन लग गयी है. एनएचएम के अभियान निदेशक डॉ शैलेश चौरसिया ने बताया कि अभी पांच मशीन अा गयी है. सदर अस्पताल, रांची में एक मशीन लगा दी गयी है. अन्य जगहों पर भी मशीनें लगायी जा रही हैं. 10 मशीनें और आ रही हैं. धीरे-धीरे 24 जिलों को सदर अस्पताल में इसे लगाया जायेगा. मशीन की जांच रिपोर्ट शत-प्रतिशत सही आती है. निगेटिव रिपोर्ट आने पर मरीज का इलाज तत्काल हो सकता है.
क्या है ट्रूनेट मशीन
ट्रूनेट मशीन एक चिप बेस्ड मशीन है. इसके माध्यम से गर्भवती महिलाएं हों या इमरेजेंसी केस. उनकी एक घंटे में ही कोरोना की जांच हो जायेगी. मशीन के आने से इलाज कर रहे मेडिकल स्टाफों को भी राहत मिलेगी और संक्रमण का खतरा कम होगा.मई में 51935 गर्भवती महिलाओं का प्रसव होना हैस्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि सरकार गर्भवती महिलाओं के बेहतर इलाज के लिए संकल्पित है. राज्यभर में सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 51,935 गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया है, जिनका प्रसव मई में होना है. डॉक्टर एहतियात के तौर पर अधिकतर गर्भवती महिलाओं को कोरोना जांच कराने की सलाह दे रहे हैं. जांच नहीं कराने की स्थिति में उन्हें अंतिम समय में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए सरकार ने योजना बनायी है और वैकल्पिक व्यवस्था की है.
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