Weather News Jharkhand: झारखंड में मौसम लगातार बदल रहा है. एक दिन तापमान में मामूली वृद्धि होती है, तो दूसरे दिन पारा गिर जाता है. अभी मौसम में हो रहे परिवर्तन से लोगों को राहत मिलने के संकेत नहीं दिख रहे हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि एक पश्चिमी विक्षोभ तैयार हो रहा है. इसकी वजह से 18 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी होगी. इसका असर मैदानी इलाकों के साथ-साथ झारखंड में भी दिख सकता है. झारखंड के कोल्हान और संताल परगना में 17 फरवरी से बादल छाये रहेंगे.
झारखंड के कई प्रमुख जिलों में अभी उच्चतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से कम बना हुआ है. खासकर राजधानी, जमशेदपुर और डालटेनगंज में. राजधानी में बुधवार को अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.6 डिग्री कम है. हालांकि पिछले 24 घंटे के दौरान इसमें 0.5 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गयी है. वहीं, न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री बढ़कर 11.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है. यह भी सामान्य से 1.4 डिग्री कम है.
बात जमशेदपुर की करें, तो यहां का अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री बढ़कर 29.7 डिग्री हो गया है, जो सामान्य से 0.7 डिग्री कम है. वहीं, न्यूनतम तापमान में 1.2 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गयी और आज यह 13.4 डिग्री हो गया, जो सामान्य से अभी भी 0.4 डिग्री कम है. पलामू जिला मुख्यालय डालटेनगंज का उच्चतम तापमान 0.4 डिग्री चढ़कर 28.4 डिग्री हो गया, जो सामान्य से 1.2 डिग्री कम है. वहीं, न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री बढ़कर 10.5 डिग्री हो गया. यह अभी भी सामान्य से 1.7 डिग्री कम है.
Also Read: झारखंड में चलने लगी पुरवैया, त्रिपुरा में चक्रवात का झारखंड के मौसम पर दिखेगा असर, जानें अपने शहर का हाल
रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के पास स्थित मौसम केंद्र रांची ने कहा है कि त्रिपुरा और उसके आसपास एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जो पूर्वी बांग्लादेश में सक्रिय है. इसका असर आने वाले दिनों में दिख सकता है. हालांकि, झारखंड में अभी पश्चिमी विक्षोभ या साइक्लोन जैसा कुछ भी नहीं है. यहां सिर्फ पुरबा हवा चल रही है. पिछले 24 घंटे के दौरान चाईबासा सबसे गर्म स्थान रहा, जहां उच्चतम तापमान 31 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया. सिमडेगा का न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया, जो 9 डिग्री सेल्सियस था.
मौसम विभाग ने एक पखाड़े के मौसम की भविष्यवाणी की है, जिसमें यह भी बताया है कि पिछले सप्ताह कौन-कौन सी घटनाएं हुईं, जिसकी वजह से झारखंड के मौसम में परिवर्तन देखा गया. इसमें बताया गया है कि 9 फरवरी को पाकिस्तान और उससे सटे पश्चिमी राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना था, जो 10 फरवरी को पंजाब और उसके आसपास के इलाके में पहुंच गया.
मौसम केंद्र के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया है कि 12 फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ बना, जिसकी वजह से एक सप्ताह तक झारखंड में पछुआ हवाएं चलीं. तापमान में गिरावट दर्ज की गयी. इस दौरान झारखंड में कहीं बारिश नहीं हुई. आमतौर पर 10 फरवरी से 16 फरवरी के बीच 24 जिले में 4.3 मिमी वर्षा होती है, जबकि 1 जनवरी से 16 फरवरी के बीच 19.9 मिमी वर्षा होती है. लेकिन, इस वर्ष एक दिन भी बारिश नहीं हुई.
Also Read: Jharkhand Weather Forecast: रांची, जमशेदपुर, डालटेनगंज का तापमान धड़ाम, झारखंड में अभी और गिरेगा पारा
मौसम केंद्र ने बताया है कि पिछले दिनों कई जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया. राज्य का अधिकतम तापमान 25 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. इसी तरह न्यूनतम तापमान 6 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जो सामान्य से कम रहा.
आने वाले दिनों की बात करें, तो पूर्वी बांग्लादेश के पास त्रिपुरा में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके असर से झारखंड में पुरबा हवा चल रही है. सप्ताह (17 से 23 फरवरी 2023) के सेकेंड हाफ राज्य के पूर्वी हिस्से में और दूसरे सप्ताह (24 फरवरी से 2 मार्च 2023) के पहले हफ्ते में उत्तरी हिस्से में आसमान में हल्के बादल छाये रहेंगे. हालांकि, मौसम शुष्क ही रहेगा. पहले सप्ताह में अधिकतम तापमान 27 से 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. दूसरे सप्ताह में उच्चतम तापमान 28 से 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 से 19 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.