रांची, गुरुस्वरूप मिश्रा.
World Hypertension Day 2023: आप सिर दर्द से परेशान रहते हों या आपको चक्कर आता हो. गुस्सा आता हो तो आंखें लाल हो जाती हों या छाती में दर्द होता हो और पसीना आता हो. अगर ऐसी शिकायत रहती है, तो सावधान! आप हाइपरटेंशन के शिकार हो सकते हैं. स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ये लक्षण ठीक नहीं हैं. हेल्दी लाइफ के लिए आप समय रहते डॉक्टर से परामर्श लें, नहीं तो आपकी लापरवाही आपके लिए मुसीबत बन सकती है. वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (17 मई) के मौके पर रिम्स के न्यूरो एंड स्पाइन सर्जन डॉ विकास कुमार से जानते हैं कि इसके कारण, लक्षण, इलाज व बचाव समेत फुल डिटेल्स, ताकि आप रह सकें स्वस्थ.
क्या है हाइपरटेंशन की वजह
आज की भागदौड़ की जिंदगी में लोगों की जीवनशैली काफी बदल गयी है. मॉडर्न लाइफ स्टाइल की वजह से लोग हाइपरटेंशन के शिकार हो रहे हैं. अत्यधिक मात्रा में नमक का उपयोग, तली-भुनी मसालेदार चीजों का अत्यधिक सेवन, धूम्रपान, टेंशन, शराब, तंबाकू, मोटापा, व्यायाम नहीं करना, आनुवांशिक एवं किडनी, लीवर व हार्ट (हृदय) जैसी बीमरियों से जूझ रहे मरीजों को हाइपरटेंशन हो सकता है.
आप हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं, जानेंगे कैसे
आपको हाइपरटेंशन है या नहीं. ये कुछ लक्षणों से आप पता कर सकते हैं. विशेषज्ञ कहते हैं कि ऐसा लक्षण दिखे, तो सावधान हो जाना चाहिए. बिना देर किए डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए. इसके कुछ प्रमुख लक्षण हैं-नाक में खून आ रहा हो. सिर में दर्द रहता हो. चक्कर आता हो. गुस्सा आने पर आंखें लाल हो जाया करती हों. छाती में दर्द हो और पसीना आता हो. ऐसी स्थिति में लापरवाही नहीं बरतें. समय से इलाज कराएं.
किसे हो सकता है हाइपरटेंशन
हाइपरटेंशन किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. बच्चे से लेकर बूढ़ों तक को इसकी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. हालांकि 50 वर्ष से अधिक उम्र वालों को इसके होने की आशंका ज्यादा रहती है.
रखें बीपी (ब्लड प्रेशर) पर नजर
आपको हाइपरटेंशन है या नहीं. यह जानने के लिए आप बीपी (ब्लड प्रेशर) भी चेक करा सकते हैं. एक स्वस्थ व्यक्ति का बीपी 90/60 से लेकर 120/80 होता है. इससे कम या अधिक होने पर आप अलर्ट हो जाएं. चिकित्सकीय परामर्श जरूर लें.
करा सकते हैं कौन सी जांच
हाइपरटेंशन को लेकर सस्पेंस रहने की स्थिति में आप बीपी, इसीजी, ब्लड व यूरिन टेस्ट करा सकते हैं.
हाइपरटेंशन है कितना खतरनाक
हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर माना जाता है. आपकी लापरवाही आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकती है. आपको लकवा (ब्रेन स्ट्रोक) हो सकता है. आंखों की रोशनी जाने का खतरा बढ़ सकता है. हार्ट, लीवर व किडनी फेल होने की आंशका बढ़ सकती है. हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.
कैसे कर सकते हैं इससे बचाव
आप अपनी जीवनशैली सुधारें. व्यायाम नियमित करें. तेल-मसाला वाली चीजों के सेवन से परहेज करें. धूम्रपान नहीं करें. संतुलित आहार लेने की कोशिश करें. शराब का सेवन नहीं करें. सबसे महत्वपूर्ण बात ये कि टेंशन नहीं लें. कम से कम टेंशन लेने का प्रयास करें. रोजाना योगासन करके आप मानसिक तनाव कम कर सकते हैं. हेल्दी लाइफ के लिए आप इन्हें अपनी जिंदगी में शामिल करें.
डॉक्टर की क्या है सलाह
रिम्स के न्यूरो एंड स्पाइन सर्जन डॉ विकास कुमार प्रभात खबर डॉट कॉम से बातचीत में बताते हैं कि आधुनिक जीवनशैली में बदलाव लाकर हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है. नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन, धूम्रपान से परहेज व कम से कम तनाव लेकर आप स्वस्थ जीवन जी सकते हैं. हाइपरटेंशन की दवा ले रहे हैं, तो दवा किसी सूरत में बंद नहीं करें और डॉक्टर के संपर्क में रहें. दवा छोड़ देने पर ब्रेन स्ट्रोक समेत अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. इसे कभी हल्के में नहीं लें.