वार्षिक राशिफल : जानें वर्ष 2020 कैसा रहेगा कुंभ राशि वालों के लिए, बन रहे हैं रूचक महायोग
(21 जनवरी से 19 फरवरी ) शुभ रंग : नीला शुभ दिन : सोमवार अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ अमृताड्गाय विदमहे कलारुपाय धीमहि तन्नः सोमः प्रचोदयात् ॥ शुभ अंक 01 आपकी राशि के स्वामी शनि इस वर्ष कुंडली के लाभ स्थान में विराजमान हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अनुकूलता का संकेत कर रहे हैं. भाग्य के […]
(21 जनवरी से 19 फरवरी )
शुभ रंग : नीला
शुभ दिन : सोमवार
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ अमृताड्गाय विदमहे कलारुपाय धीमहि तन्नः सोमः प्रचोदयात् ॥
शुभ अंक 01
आपकी राशि के स्वामी शनि इस वर्ष कुंडली के लाभ स्थान में विराजमान हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अनुकूलता का संकेत कर रहे हैं. भाग्य के स्वामी शुक्र आपकी राशि से 12वें स्थान में विराजमान हैं और देखा गया है कि 12वें स्थान में शुक्र के होने से आपका धन से जुड़ा हुआ कोई भी कार्य अभाव में भी कहीं-न-कहीं से कार्य को पूरा करने में सहयोग करता है. कर्मक्षेत्र का स्वामी स्वराशि में है, जो आपकी राशि के लिए रूचक महायोग बना रहे हैं. इसका लाभ आपको कार्यक्षेत्र में तरक्की, नयी नौकरी के रूप में मिलेगा. नये व्यवसाय में भी लाभ होगा.
मान-सम्मान वृद्धि के कारक ग्रह बुध हैं, जो आपके संतान भाव के मालिक भी हैं और शिक्षा के भी और यह लाभ के स्थान पर सूर्य के साथ बुधादित्य योग बना रहे हैं. लाभ के स्थान पर ही पंचग्रही योग पूर्ण राजयोग की तरह काम कर रहे हैं.
राहु आपके पंचम भाव में मध्य सितंबर तक रहेंगे और उसके बाद चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे. राशि स्वामी का बारहवें भाव में जाना अनेक यात्राओं को दर्शाता है. हालांकि आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा, क्योंकि विपरीत परिस्थितियों में आपको अस्पताल भी जाना पड़ सकता है. इस वर्ष आपके ख़र्चों में वृद्धि होगी और कुछ अच्छे कार्यो विशेषकर धर्म-कर्म और पुण्य कार्यों में भी आप खर्च करेंगे.
यह साल आपके करियर के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रह सकता है. स्थानांतरण का योग बन रहा है. संभवत: कार्यस्थल में तनावपूर्ण स्थितियां पैदा होंगी. अापको अपमानित होना पड़ सकता है. यदि आप साझेदारी में व्यवसाय करते हैं, तो विशेष रूप से जनवरी से 30 मार्च और 30 जून से 20 नवंबर के बीच आपके व्यवसाय में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी.
कुंडली में 14 मई को गुरु वक्री हो जायेंगे, जिससे लाभ की स्थिति बढ़ जायेगी. 30 जून को गुरु फिर से धनु राशि में वापस चले जायेंगे, जिससे आपके रुके हुए कार्य बनने शुरू होंगे. हालांकि इस समय वृहस्पति केतु का योग भी बन रहा है, जो संपत्ति संबंधी विवाद की ओर संकेत कर रहा है.
23 सितंबर को राहू का परिवर्तन आपकी राशि से चौथे स्थान में होने जा रहा है, जो माता व आपके घर, वाहन, सुख का स्थान माना गया है. साथ ही केतु भी लाभ स्थान से कर्म के स्थान पर विराजमान हो रहे हैं, जो मंगल की राशि वृश्चिक राशि के हैं. इसका फल भी मंगल की ही तरह आपको मिलेगा. किसी प्रतियोगिता, साक्षात्कार में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे. शारीरिक तौर पर भी आप स्वयं में एक नयी ऊर्जा महसूस करेंगे. 29 सितंबर को शनि मार्गी होंगे, जिसके पश्चात समस्याएं कम होती हुई दिखाई पड़ेंगी. आपके शत्रु भी कमजोर होंगे.
उपाय
शनि की पूजा के साथ हनुमान जी की उपासना भी लाभकारी होगी. इसके साथ काले घोड़े की नाल से बना छल्ला आप मध्यमा ऊंगली में धारण कर सकते हैं.