वार्षिक राशिफल : जानें वर्ष 2020 कैसा रहेगा धनु राशि वालों के लिए, रिश्तों में विच्छेद का कारण बन सकता है राहू
( 23 नवंबर से 21 दिसंबर) शुभ रंग : पीला शुभ दिन : बुधवार अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ॥ शुभ अंक 01 वर्ष की शुरुआत में शनिदेव आपकी राशि के दूसरे भाव में स्थित रहेंगे, वहीं वृहस्पति देव 30 मार्च को दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे तथा 14 […]
( 23 नवंबर से 21 दिसंबर)
शुभ रंग : पीला
शुभ दिन : बुधवार
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ॥
शुभ अंक 01
वर्ष की शुरुआत में शनिदेव आपकी राशि के दूसरे भाव में स्थित रहेंगे, वहीं वृहस्पति देव 30 मार्च को दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे तथा 14 मई को वक्री होने के बाद 30 जून को पुनः धनु राशि में चले जायेंगे. यहां वह 20 नवंबर तक रहेंगे और फिर मकर राशि में लौट आयेंगे. राहु का गोचर सितंबर के मध्य तक आपके सप्तम भाव में रहेगा और उसके बाद छठे भाव में आ जायेगा. इस लिहाज से यह वर्ष काफी हद तक अच्छा रहेगा.
आप अपने निजी संबंधों को स्थायित्व और मजबूती दे पायेंगे. वर्ष मध्य में राशि स्वामी गुरु का स्वराशि में होना आपके लिए हंस महायोग बनायेगा. कुंडली में इस योग के होने से आपके अंदर एक नयी ऊर्जा का संचार होगा. भाग्य भी भरपूर सहयोग करने वाला है, क्योंकि भाग्य के स्वामी सूर्य आपकी ही राशि में विराजमान हैं. शनि का गोचर राशि से दूसरे भाव में रहना यानी इस साल भी आप पर साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा. इस लिहाज से साल की शुरुआत नयी जिम्मेदारियां लेकर आयेंगी, जिन्हें आप अपनी कुशलता से ही पार कर सकेंगे.
जबकि स्वास्थ्य के मामले में काफी दिक्कत पेश आ सकती हैं. पेट की समस्या अथवा रक्त संबंधित कोई परेशानी पेश आ सकती है. करियर के लिहाज से यह वर्ष धनु राशि के जातकों के लिए चमकदार होगा. मल्टी नेशनल कंपनी में जाने का अवसर मिल सकता है. व्यापार में मेहनत बनी रहे तो यहां भी सुनहरा मौका मिलेगा. बड़ी कंपनियों के साथ व्यापार लाभप्रद होगा. साझेदारी के व्यापार में सावधानी बरतें.
मार्च के अंत से जून के अंत तक का समय बचत के लिहाज से बेहतर रह सकता है. साल के मध्य में आपकी तरक्की या वेतन में वृद्धि होना तय है. जो भी व्यक्ति शिक्षा से संबंधित क्षेत्र में कार्यरत हैं, उनके लिए तो यह समय सोने पर सुहागा वाला रहेगा. विदेश में शिक्षा पाने के इच्छुक जातकों के लिए इस वर्ष योग बन रहे हैं, क्योंकि पंचमेश कारक ग्रह मंगल जो शिक्षा के स्वामी बने हुए हैं, वह 12वें स्थान में विराजमान हैं, जो विदेश जाने के लिए जातक को प्रेरित करता है.
राहू का सप्तम स्थान में होना आपके दांपत्य जीवन के लिए कड़वाहट पैदा कर सकता है, इसलिए आपको अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम व विश्वास का रिश्ता बनाये रखने की आवश्यकता होगी. प्रेम के मामले में जिन लोगों का रिश्ता नया-नया जुड़ा हो, उनके रिश्तों में विच्छेद का कारण राहू बन सकता है.
ऐसे में आपको अपने साथी पर विश्वास बनाये रखना होगा और उसे उचित समय भी देना होगा, क्योंकि 11 मई को शनि वक्री हो रहे हैं. वक्री होने पर धन हानि व परिवार में कलह की स्थिति बन सकती है. इस समय पर कोई भी लेन-देन न करें, क्योंकि वक्री ग्रह के प्रभाव से लिया हुआ पैसा दे नहीं पायेंगे, तो दिया हुआ पैसा वापस मिलने में भी आपको परेशानी हो सकती है.
14 मई को गुरु मकर राशि में ही वक्री हो जायेंगे, जिसके पश्चात आर्थिक स्थिति में आपको मिला-जुला असर देखने को मिल सकता है. वर्ष मध्य में आप किसी व्यक्ति को परेशानी में देख कर उसकी सहायता करने का प्रयास करेंगे और सद्भाव तथा शांति कायम करने का प्रयास करेंगे. किसी नये अनुबंध को सोच-समझकर ही अपनाएं. स्वयं के अहंकार पर नियंत्रण पाना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि यदि आप इसमें असफल रहे, तो अनेक मौके गंवा बैठेंगे.
30 जून से 20 नवंबर तक का समय आपके स्वास्थ्य के लिए संजीवनी का कार्य करेगा और पुराने समय से चली आ रही कोई पुरानी बीमारी अथवा शारीरिक समस्या भी दूर हो जायेगी, जिससे आप स्वयं को अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे. आपके दिमाग में सकारात्मक विचार आयेंगे और आप मानसिक रूप से संतुष्ट दिखेंगे. आत्मविश्वास की वृद्धि होगी. कुल मिला कर इस वर्ष आप खुद को मजबूत करें तथा अपने खाने-पीने की आदतों के प्रति जरूर सजग रहें. यही जीवनशैली आपको उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करेगी.
उपाय
शनिवार को किसी धार्मिक स्थल में जाकर साफ-सफाई का काम करें. मछलियों और चीटियों को दाना डालें. रोजाना नील शनि श्रोत का पाठ करें.