( 22 मई से 21 जून )
शुभ रंग : गुलाबी
शुभ दिन : गुरुवार
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ भृगुसुताय विद्महे विन्देशाय धीमहि तन्नो शुक्रः प्रचोदयात्॥
शुभ अंक 04
साल की शुरुआत में राहु का आपकी राशि में गोचर होने जा रहा है, इसलिए इस वक्त थोड़ी सतर्कता बरतनी होगी. इस दौरान आप अपने मार्ग से विचलित हो सकते हैं. वहीं शनि देव के अष्टम स्थान पर भ्रमण के कारण आपके कार्य स्थान पर बाधा का अनुभव प्राप्त होगा तथा व्यापार में बड़े निर्णय लेने होंगे. आर्थिक तंगी रह सकती है. प्रगति धीमी रहेगी.
यानी कैरियर के दृष्टिकोण से यह वर्ष प्रारंभ में सामान्य फलदायी रहेगा, मगर मार्च के बाद काम-काज, तरक्की में आ रही बाधा दूर होती दिखेगी. इस दौरान आपकी प्रगति से ईर्ष्या करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होगी.
चूंकि इस साल की शुरुआत बुधवार से हो रही है और आपकी राशि के स्वामी बुध इस वर्ष के राजा भी हैं, तो इस समय आपको इसका फायदा मिलता नजर आयेगा. 30 मार्च को वृहस्पति राशि परिवर्तन कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जो उनकी नीच राशि है. शनि वहां पर पहले से ही विराजमान हैं. शनि और गुरु की यह युति आपके लिए नीचभंग राजयोग बना रही है, जिसका लाभ आपको कार्यक्षेत्र में मिल सकता है.
मंगल छठे भाव में होने के कारण प्रतिद्वंदी या विपक्षी आपकी चिंताओं को तो बढ़ा सकते हैं, लेकिन आसानी से नुकसान नहीं पहुंचा पायेंगे. शुक्र के अष्टम भाव में होने के कारण जीवनसाथी की सेहत के प्रति थोड़ा ध्यान रखना होगा. 11 मई को शनि का वक्र होना बड़ी समस्या खड़ी कर सकता है. आपके काम में कमियां निकाली जा सकती हैं. आप पर आरोप भी लग सकते हैं. सतर्क रहने की आवश्यकता रहेगी.
14 मई को गुरु वक्री होंगे, जिससे प्रेम, विवाह आदि के योग बनेंगे. साथ ही विवाहेत्तर संबंध बनने की संभावनाएं भी हैं, जिससे बचना होगा. धन क्षेत्र में लाभ, पैतृक संपत्ति की प्राप्ति, नये घर, नये वाहन आदि के योग भी इस समय बनेंगे.
30 जून को धनु राशि में गुरु चले जायेंगे, जिससे जन्मस्थान, घर की ओर जाने (स्थान परिवर्तन) के योग बनेंगे. 23 सितंबर को राहू राशि परिवर्तन कर वृषभ राशि में जायेंगे, जो आपकी राशि से 12वें स्थान में होंगे. यानी खर्चे अधिक बढ़ेंगे.
29 सितंबर को शनि के मार्गी होने पर आपको पुन: अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा हासिल हो सकती है. नवंबर के उत्तरार्ध में गुरु के पुन: शनि के साथ आने से नीचभंग राजयोग का लाभ मिलने लगेगा. कुल मिलाकर आर्थिक दृष्टिकोण से यह वर्ष सामान्य रहेगा. इस साल नया व्यवसाय शुरू करने से बचना चाहिए.
उपाय
भाग्योदय में आने वाली बाधाओं को समाप्त करने के लिए शनिवार को पीपल वृक्ष के नीचे चीटियों को खाने के लिए शक्कर डालें तथा स्वयं बुध देव के मंत्रों का जाप करें.