राजकुमार ग्रह बुध धनु राशि में होंगे अस्त होंगे, जाने मेष से लेकर मीन राशि का कैसा रहेगा हाल
Budh Asta 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध ग्रह को बुद्धि और वाणी का प्रतीक माना जाता है. यह कर्क राशि में उच्च स्थान पर स्थित होता है. नए वर्ष में बुध के गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, आइए इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं.
Budh Asta 2025: बुध ग्रह धनु राशि में अस्त होने जा रहे हैं. ग्रहों की गति में निरंतर परिवर्तन होता रहता है; कभी ग्रह अस्त होते हैं और कभी मार्गी चाल में चलते हैं. नए वर्ष में बुध ग्रह धनु राशि में अस्त होंगे. अस्त होने का अर्थ है कि जब कोई ग्रह सूर्य के निकट पहुंचता है, तब वह अस्त माना जाता है. बुध के प्रभाव से व्यक्ति लेखन, संपादन और गणित के क्षेत्र में प्रगति करते हैं. उनकी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है और वे राजनीति में भी प्रभावशाली बनते हैं. बुध कन्या और मिथुन राशि के स्वामी हैं, और उनका धनु राशि में अस्त होना देश और दुनिया के लिए अनुकूल नहीं होगा. इसका बाजार भाव पर गहरा प्रभाव पड़ेगा. धनु राशि के स्वामी देवगुरु वृहस्पति हैं, जो धनु और मीन राशि के स्वामी भी हैं. बुध राजकुमार ग्रह हैं, और उनके प्रभाव से एकाग्रता में कमी आ सकती है. बुध और देवगुरु वृहस्पति के बीच शत्रुता है, लेकिन दोनों ग्रहों का एक साथ होना उच्च शिक्षा में लाभकारी सिद्ध होता है, विशेषकर संतान की शिक्षा के संदर्भ में.
बुध का अस्त होना
बुध 18 जनवरी 2025 को सुबह 06:55 बजे धनु राशि में अस्त होगा.
बुध के अस्त होने का मेष से लेकर मीन राशि के लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है, और यह नवम भाव में अस्त हो रहा है. इससे कार्यक्षेत्र में रुकावटें आ सकती हैं, और नए व्यापार में असफलता का सामना करना पड़ सकता है. करियर में सतर्क रहना आवश्यक है और ऑफिस की राजनीति से दूर रहना चाहिए. प्रेम संबंधों में दूरी उत्पन्न हो सकती है, क्योंकि पार्टनर अपने कार्य में व्यस्त रहेंगे और आपको समय नहीं दे पाएंगे.
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवे भाव का स्वामी है, और यह आठवें भाव में अस्त हो रहा है. इससे आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. इस समय बेवजह के विवादों से बचना चाहिए. कार्यक्षेत्र में दबाव बढ़ सकता है, इसलिए ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है. व्यापार में अच्छा लाभ मिलने की संभावना है, लेकिन इसके लिए मेहनत करनी होगी. धन की कमी नहीं होगी.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातक के लिए बुध पहले और चौथे भाव का स्वामी है, जो आपके सातवें भाव में अस्त होगा. इस समय यात्रा की संभावना बनेगी और आप अपने कार्यों से संतुष्ट रहेंगे, लेकिन दूसरों के कार्यों पर ध्यान देना आवश्यक होगा. आप अपने कार्यों को समय पर पूरा करेंगे और व्यापार तथा शेयर बाजार से लाभ प्राप्त करेंगे. स्वास्थ्य सामान्य रहेगा और दांपत्य जीवन सुखद रहेगा.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातक के लिए बुध द्वादश और तीसरे भाव का स्वामी है, जो आपके छठे भाव में अस्त होगा. इस समय कार्य में मन लगेगा और बाहर जाने की योजना बनेगी, जो यात्रा आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी. व्यापार में लाभ होगा, लेकिन अनावश्यक खर्चों पर ध्यान देना आवश्यक है. मित्रों के साथ सामंजस्य बनाए रखें, स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव संभव है.
सिंह राशि
सिंह राशि के जातक के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है, जो आपके पंचम भाव में अस्त होगा. पंचम भाव संतान और प्रेम संबंधों से संबंधित है, जिससे संतान की शिक्षा में बाधा आ सकती है. कार्यों में खर्च बढ़ सकता है.
कन्या राशि
कन्या राशि के जातक के लिए बुध पहले और दशम भाव का स्वामी है, जो आपके चौथे भाव में अस्त हो रहे हैं. इस समय आप प्रसन्न रहेंगे और आपके सभी कार्य सफल होंगे. आप अपने कार्य से संतुष्ट रहेंगे. करियर में प्रगति होगी, जबकि व्यापार में निवेश करते समय सावधानी बरतें. पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा. स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है.
तुला राशि
तुला राशि के जातक के लिए बुध द्वादश और नवम भाव का स्वामी है, जो आपके तीसरे भाव में अस्त हो रहे हैं. इस समय मेहनत करने पर आपको अच्छा लाभ प्राप्त होगा. नौकरी करने वालों को कार्य क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करना होगा. शेयर बाजार में निवेश न करें. व्यापार में लाभ होगा, लेकिन प्रेम संबंधों में अनुकूलता नहीं रहेगी.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक के लिए बुध एकादश और आठवें भाव का स्वामी है, जो आपके दूसरे भाव में अस्त हो रहे हैं. इस समय आपको भय की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन आपके सभी कार्य पूर्ण होंगे. कार्य का बोझ अधिक रहेगा, इसलिए स्थिति के अनुसार कार्य में ध्यान केंद्रित करें.
धनु राशि
धनु राशि के जातक के लिए बुध दशम और सप्तम भाव का स्वामी है, जो आपके पहले भाव में अस्त हो रहे हैं. इस स्थिति के कारण खर्चों में वृद्धि हो सकती है और आर्थिक हानि की संभावना है. अतः इस समय नए प्रोजेक्ट पर कार्य करने से बचें. रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है, लेकिन खान-पान का ध्यान रखना आवश्यक है क्योंकि स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा.
मकर राशि
मकर राशि के जातक के लिए बुध नवम और छठे भाव का स्वामी है, जो आपके द्वादश भाव में अस्त हो रहे हैं. इस समय आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है और जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचना चाहिए, अन्यथा नुकसान हो सकता है. व्यापार में लाभ की संभावना है, लेकिन आपको योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा. पारिवारिक खर्चों में वृद्धि हो सकती है, इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी बरतें.
कुम्भ राशि
कुम्भ राशि के जातक के लिए बुध आठवें और पांचवे भाव का स्वामी है, जो आपके ग्यारहवे भाव में अस्त हो रहे हैं. आप अपने कार्यों को सही तरीके से करेंगे और परिवार में उन्नति होगी. धन में वृद्धि होगी और संतान से उत्तम सुख प्राप्त होगा. व्यापार में भी लाभ की संभावना है.
मीन राशि
मीन राशि के जातक के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी है, जो आपके दशम भाव में अस्त हो रहे हैं. इस स्थिति के कारण आपको कठिन परिश्रम करना पड़ेगा और नौकरी में अधिकारियों का दबाव महसूस होगा. यदि आप स्थिति को संभालने में सफल होते हैं, तो यह आपके लिए अनुकूल रहेगा, अन्यथा नौकरी खोने का खतरा हो सकता है. व्यापार में कमी आएगी और पारिवारिक जीवन भी संतोषजनक नहीं रहेगा.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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