Gemini Weekly Horoscope 29 December 2024 to 4 January 2025: मिथुन राशि वालों को सांस से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, पढ़ें साप्ताहिक राशिफल
Gemini Weekly Horoscope 29 December 2024 to 4 January 2025: मिथुन राशि के लिए 29 दिसंबर 2024 से 4 जनवरी 2025 का दिन कैसा रहेगा. जानें ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा से से मिथुन राशि का साप्ताहिक राशिफल.
Gemini Weekly Horoscope 29 December 2024 to 4 January 2025: मिथुन राशि वालों के लिए जनवरी माह का पहला सप्ताह (साप्ताहिक राशिफल दिसंबर 2024 जनवरी 2025) कैसा रहेगा, आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा से से मिथुन राशि का साप्ताहिक राशिफल.
मिथुन साप्ताहिक राशिफल दिसंबर 2024 जनवरी 2025
मिथुन– नववर्ष के पहले सप्ताह में साझेदारी में किसी भी नए कार्य की शुरुआत में जल्दबाजी न करें. शत्रुओं और अनैतिक कार्य करने वाले मित्रों से दूरी बनाकर रखें. मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ संबंध अच्छे रहेंगे. संभव है कि इस सप्ताह आप अच्छे कपड़े और आभूषण खरीदें. परिवार में कोई मांगलिक कार्य या उत्सव हो सकता है. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें.
करियर/बिजनेस: नववर्ष के पहले सप्ताह में असमंजस की स्थिति से बाहर निकलें, क्योंकि अब कार्यक्षेत्र में महत्वपूर्ण और कठोर निर्णय लेने का समय है. आपकी गलती आपको सहकर्मियों से पीछे कर सकती है. सहकर्मियों की प्रशंसा के अर्थ को समझें और केवल भावनाओं के आधार पर कोई बड़ा निर्णय न लें.
रिलेशनशिप: नववर्ष के पहले सप्ताह में अपने रिश्तों को संभालते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप इतनी अधिक संवेदनशीलता न दिखाएं कि लोग इसका लाभ उठाने की कोशिश करें. आपके आस-पास के लोग आपकी भावनाओं को समझते हैं और इस समय वे इसका फायदा उठा सकते हैं. सतर्क रहें, सजग रहें और अपनी आंखें खुली रखें.
स्वास्थ्य: नववर्ष के पहले सप्ताह में सांस से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. अपनी नियमित दिनचर्या में व्यायाम को अवश्य शामिल करें. योग करें और इस सप्ताह अपने आहार पर विशेष ध्यान दें. यदि आपकी उम्र 40 वर्ष से अधिक है, तो आपको और अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है.
शुभ तिथियां: 31, 02, 03
शुभ रंग: भूरा, नारंगी, काला
शुभ दिन: रविवार, बुधवार, शनिवार
सावधानी: नववर्ष के पहले सप्ताह में उच्च अधिकारियों के साथ संवाद करते समय शब्दों के चयन पर विशेष ध्यान दें.
उपाय: नववर्ष के पहले सप्ताह में गणेश जी को भोग अर्पित करें और किसी पंडित की सहायता से विधिपूर्वक उनकी पूजा करें.