Guru Vakri 2023: देवगुरु बृहस्पति चलेंगे वक्री चाल, जाने मेष से मीन राशि वाले को कैसा रहेगा
Guru Vakri 2023: 04 सितम्बर 2023 को वृहस्पति अपने मित्र की राशि मंगल में वक्री हो जायेगे और यह पुरे 118 दिन इसी राशी में वक्री रहेंगे और पुनः 31 दिसंबर को फिर से इस राशि में उदय होंगे. वक्री ग्रह कैसे अपना प्रभाव देते है आइए जानें
Guru Vakri 2023, Effects on Zodiac Signs:ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृहस्पति यानी गुरु का जीवन बहुत बड़ा महत्व है. इन्हें बहुत ही शुभ ग्रह मना जाता है देवगुरु होने के कारण इनसे विद्वता ,तेज प्रतिभा , एवं ज्ञान प्राप्त होता है. अगर किसी के कुंडली में गुरु शुभ स्थान में हो मजबूत स्थिति में रहे तब व्योक्ति बहुत ही बड़ा पराक्रमी ,महान ,तेजवान ,परम गुणवान तथा संसार में प्रसिद्ध हो जाते हैं.
अगर गुरु कुंडली में अनुकूल स्थिति में नहीं रहे तब वयोक्ति को कठिन परिश्रम करना पड़ता है, ऐसे लोग समाज ,परिवार से तिरस्कृत होना पड़ता है .मानव जीवन पर देवगुरु वृहस्पति का एक महत्वपूर्ण स्थान है यह प्रत्येक राशि मे 13 महीना रहते है .लेकिन वक्री गति होने पर इनके गति में अंतर आता है ज्योतिष शास्त्र में वृहस्पति अत्यंत सुन्दर है, इनका आवास स्वर्णनिर्मित है. यह पुरे विश्व के लिए वर्णनीय है .अपने भक्तो पर प्रसन्न होकर उन्हें सम्पति तथा तथा बुद्धि से संपन्न कर देते है वयोक्ति को सन्मार्ग पर चलाते है, और विपति में सहायता भी करते है.इनका रंग पिला है.
वृहस्पति धनु और मीन राशि के स्वामी है. इनकी महादशा सोलह वर्ष की होती है इनमे ब्रह्मतत्व के साथ -साथ क्षत्रितत्व गुण का समावेश है.इनमे अग्नि तथा जल तत्व दोनों मौजूद है.वृहस्पति के मित्र राशि सूर्य ,चन्द्र मंगल है.वतर्मान में गुरु मेष राशी में गोचर कर रहे इसी राशि में वक्री चाल में चलेगे. यह ग्रह शनि से प्रभाव से उल्टा प्रभाव रहता है . गुरु मंगल की राशि मेष में है और यह मेष राशि में वक्री हो रहे यहाँ से अलग -अलग दिर्ष्टि से अलग -अलग भाव को देखेगे उसी प्रकार उस राशि का प्रभाव रहेगा .गुरु जब वक्री होते है जातक दुसरे को उपदेश देते है,बिना मांगे सलाह देते है .
कब हो रहे है देवगुरु वक्री
04 सितम्बर 2023 को वृहस्पति अपने मित्र की राशि मंगल में वक्री हो जायेगे और यह पुरे 118 दिन इसी राशी में वक्री रहेंगे और पुनः 31 दिसंबर को फिर से इस राशि में उदय होंगे. वक्री ग्रह कैसे अपना प्रभाव देते है .
ज्योतिष की मान्यता है कि कोई भी शुभ ग्रह अगर वक्री होता है उस राशि वाले व्यक्ति को सुख तथा धन में कमी तथा व्यक्तित्व में उदारता बन जाता है .लेकिन वह शुभ ग्रह या उच्च के साथ में हो तभी उनका प्रभाव बेहतर होता है. उनके पास वाहन का सुख मिलेगा ,पद -प्रतिष्ठा में उन्नति होता है .समाज मान -सम्मान बढ़ जाता है.यात्रा लाभकारी होता है . जानें गुरु के वक्री होने से चन्द्र कुंडली के बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
जाने गुरु के वक्री होने से चन्द्र कुंडली के बारह राशियों पर क्या प्रभाव पडेगा.
मेष :
मेष राशि वाले के लिए गुरु के वक्री होने से आपके जीवन में कई तरह से खुशियां मिलेगी, आपके अन्दर का नकारात्मक प्रभाव समाप्त होगा, छात्रों के लिए यह गोचर बेहतर रहने वाला है . जो लोग राजनितिक क्षेत्र में कार्य कर रहे है उनके लिए बेहतर रहने वाला है .
वृष:
इस राशि वाले को धन का लाभ भरपूर मिलेगा लेकिन आपके उपर पुरा जिमेदारी बना रहेगा . व्योपारी के लिए बेहतर समय है जितना निवेश उतना लाभ होगा, इस समय अचल सम्पति की खरीद -विक्री नहीं करे.जो लोग नेटवर्क या रिसर्च में काम कर रहे है उनके लिए लाभकारी रहेगा.
मिथुन
इस राशी वाले को गुरु की वक्री मनचाहा लाभ देने वाला तो कई जगह पर परेशानी करेगा .जो लोग नौकरी कर कर रहे है उनको उन्नति होगा उनके पद -प्रतिष्ठा में लाभ होगा,जो लोग व्योपार कर रहे है उनको सफलता मिलेगा.इस अवधि में आप भौतिक सुख प्राप्त करेगे .प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे है उनको सफलता मिलेगा.
कर्क
इस राशी वाले को सभी रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे .लेकिन जो लोग कोर्ट -कचहरी के कार्य में संलगन है उनके लिए कष्टकारी रहेगा. स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा .आपके जीवन में कई तरह से बदलाव दिखाई देगा.नौकरी कर रहे लोग अपना कार्य ठीक ढंग से करे कार्य क्षेत्र में परेशानी बनेंगी .
सिंह
इस समय आपके पारिवारिक रिश्ता में कड़वापन दिखाई देगा .प्रेम सम्बन्ध मजबूत होगा प्रेमी से विवाह का प्रस्ताव मिलेगा .आपके जीवन में सभी सुख मिलेगा .छात्रों के लिए यह गोचर बेहतर रहने वाला है .कुछ नया सिखने को मिलेगा.
कन्या
इस समय आप सतर्क रहने की जरुरत है शत्रु भाव में गुरु का अस्त होना ठीक नहीं रहता है.आपका ध्यान कार्य में नहीं लग पायेगा,पारिवारिक रिश्ता मजबूत होगा मामा के घर से तनाव रहेगा. इस समय कोई नया काम नहीं करें.
तुला
गुरु वक्री होने से दाम्पत्य जीवन में कई तरह से परेशानी होगा.आपके निर्णय लेने की क्षमता कमजोर होगा.पारिवारिक रिश्ता में बिखराव दिखाई देगा. इस समय आप धैर्य से कार्य करे तथा नया निवेश नहीं करें.
वृश्चिक
इस समय आपको सचेत रहने की जरुरत है .आपके दैनिक जीवन में कई तरह से चुनौती का सामना करना पडेगा .प्रेम सम्बन्ध में बिखराव होगा आपके गलत निर्णय के कारण आप परेशानी में फंस सकते है .अपनी वाणी पर नियंत्रण करे साथ ही खर्च पर ध्यान देने की जरुरत है .
धनु
धनु के गोचर के अवधि में आपको सचेत रहने की जरुरत है. प्रेम जीवन ठीक नहीं रहेगा, रोमांस में कमी करे,स्वास्थ्य आपका साथ नहीं देगा .मेहमान का आना -जाना लगा रहेगा .छात्रों के लिए यह अवधि बेहतर ठीक नही रहेगा इस समय आपको कठिन परिश्रम करना पडेगा.
मकर
इस राशि वाले को माता तथा भाई के स्वास्थ्य में परेशानी बनेगा,परिवार में विवाद बढ़ेगा .संतान प्राप्ति में देर होगा .प्रेम सम्बन्ध में कठिनाई उत्पन होगा, संभवतः रिश्ता टूट सकता है .विधार्थियों को कड़ी मेहनत करने की जरुरत है.
कुम्भ
इस राशि वाले को मनोबल बढ़ा रहेगा.अपने विचार को ठीक रखे भौतिक सुख पर ध्यान नहीं दे नौकरी ,पेशा वाले लोग के लिए गुरु का वक्री बेहतर रहने वाला है .अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें.
मीन
इस राशी वाले के लिए यह अवधि आपको मिला -जुला रहेगा,दैनिक जीवन में परेशानियां होंगी ,इस समय नया निवेश नहीं करें .खर्च बढ़ जायेगा.स्वास्थ्य पर ध्यान दें .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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