Mangal ka Gochar: साल 2024 से पहले मंगल ग्रह बदलेंगे अपनी चाल, इन राशि वालों के लिए नया साल होगा सौभाग्यशाली

Mangal ka Gochar: मंगल ग्रह शुभता का प्रतिनिधित्व करते हैं. मंगल ग्रह को 'भूमि का पुत्र' भी कहा जाता है, जो विवाद, विनाश और युद्ध के कारक हैं, इन्हें उग्र और पुरुष प्रधान ग्रह माना जाता है.

By Radheshyam Kushwaha | December 12, 2023 9:37 AM

Mangal ka Gochar 2023: ज्योतिष में मंगल ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त है. मंगल ग्रह 27 दिसंबर 2023 दिन बुधवार की रात 11 बजकर 40 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं. मंगल ग्रह के गोचर का प्रभाव सभी राशि के जातक पर पड़ेगा. मंगल ग्रह का गोचर कुछ राशियों के लिए फायदेमंद साबित होगा तो कुछ के लिए यह गोचर कई समस्याएं लेकर आ सकता है. मंगल ग्रह को ग्रहों के सेनापति और ऊर्जा व साहस का कारक माना गया है, जो बृहस्पति, शनि जैसे अन्य बाहरी ग्रहों की तुलना में पृथ्वी के सबसे नजदीक है. मंगल ग्रह का व्यास लगभग 4200 मील है और यह धरती के व्यास का लगभग आधा है. मंगल ग्रह शुभता का प्रतिनिधित्व करते हैं. मंगल ग्रह को ‘भूमि का पुत्र’ भी कहा जाता है, जो विवाद, विनाश और युद्ध के कारक हैं, इन्हें उग्र और पुरुष प्रधान ग्रह माना जाता है. यह जीवन शक्ति, इच्छा शक्ति, सहनशक्ति, समर्पण, कुछ करने की प्रेरणा और किसी कार्य को पूरा करने की लगन आदि के भी कारक माने गए हैं. आम तौर पर मंगल को एक क्रूर ग्रह है.

मंगल ग्रह द्वारा शासित दिन ‘मंगलवार’ है, यदि कोई व्यक्ति ‘मंगल’ की महादशा पर शासन करता है तो इस दिन बेहतर परिणाम की उम्मीद की जा सकती है. कुंडली में मंगल को मजबूत बनाने के लिए तांबे धातु का प्रयोग किया जाता है. कुंडली में धनु नौवीं राशि है. धनु अग्नि तत्व की राशि है जो कि दोहरे स्वभाव वाली पुरुष प्रधान राशि है. यह धर्म, उच्च ज्ञान, आस्था, वेद, सत्य, भाग्य, पिता, गुरु, प्रेरक वक्ता, राजनेता, बुद्धि और भाग्य का प्रतीक है. धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं और यह मंगल के मित्र राशि है और मंगल इस राशि में सहज महसूस करते हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर जातकों को कर्म करने के लिए प्रोत्साहित करता है. राजनीति, धार्मिक उपदेशक, काउंसलर, शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर इस दौरान स्वभाव से आक्रमक हो सकते हैं. हालांकि इसका प्रभाव जातक की जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति और दशा पर निर्भर करता है. आइए जानते हैं मंगल का धनु राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.

मेष राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

मेष राशि के जातक के लग्न भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं. मंगल आपके नौवें भाव में गोचर करेंगे. आपके नौवें भाव पिता, धर्म, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य के भाव में होने जा रहा है. नौवें भाव में मंगल का गोचर आपके लिए अनुकूल प्रतीत हो रहा है. आप अपने जीवन में जो भी कार्य करना चाहते हैं उसके लिए प्रयास करें क्योंकि इस अवधि आपको सफलता मिलने की प्रबल संभावना है. मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके बारहवें भाव को देख रहे हैं, जिससे आप थोड़े चिंतित हो सकते हैं. मंगल गोचर के दौरान आप अपने अचानक होने वाले खर्चों और नुकसान को लेकर अधिक सतर्क रहेंगे. मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देख रहे हैं और इस वजह से आप बहुत अधिक तनाव में आ सकते हैं.

वृषभ राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

वृषभ राशि के जातक के लिए मंगल बारहवें और सातवें भाव के स्वामी हैं. मंगल का गोचर आपके दीर्घायु, अचानक होने वाली घटनाओं, गोपनीयता, रहस्य विज्ञान और परिवर्तन के आठवें भाव में होने जा रहा है. मंगल का आठवें भाव में गोचर आपके लिए अनुकूल नहीं रहने की संभावना है. आपके जीवन में अचानक होने वाली घटना घटित हो सकती है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि यात्रा करते समय, गाड़ी चलाते समय, खाना बनाते समय सचेत रहें. यह गोचर आपके अचानक खर्चों में वृद्धि भी करेगा. यदि कुंडली में आपकी दशा अनुकूल नहीं हैं तो मंगल गोचर आपके प्रेम जीवन में भी उतार-चढ़ाव ला सकता है. आपके पार्टनर के साथ वाद-विवाद या झगड़ा होने का योग है. मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके ग्यारहवें भाव को देख रहे हैं जो आपको अपने निवेश और वित्तीय लाभ के बारे में थोड़ा अधिक संवेदनशील बना सकता है.

Also Read: Shukra Shani Yuti: 30 साल बाद कुंभ राशि में शुक्र और शनि होंगे एक साथ, 2024 में इन लोगों की चमकेगी किस्मत
मिथुन राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि के जातक के लिए मंगल आपके ग्यारहवें भाव और छठे भाव के स्वामी हैं. मंगल आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहा है. आपको इस अवधि किसी भी प्रकार के विवाद से बचने और अपने पार्टनर के साथ धैर्य बनाए रखना होगा. मंगल एक क्रूर और कठोर ग्रह हैं, जो वैवाहिक जीवन के लिए बहुत अधिक अनुकूल प्रतीत होता नहीं दिख रहा है. आपके छठे भाव के स्वामी का सातवें भाव में गोचर ज्यादा अच्छी नहीं रहने की संभावना है. इस अवधि साथी के साथ आपके झगड़े होने की भी योग है. मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे हैं, जो आपके करियर में वृद्धि के लिए बहुत अनुकूल साबित हो रहा है. मंगल अपनी आठवीं दृष्टि से आपके दूसरे भाव को देख रहे हैं, जिसके फलस्वरूप आपके धन में अचानक वृद्धि हो सकती है .

कर्क राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के जातक के लिए मंगल दसवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर आपके शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा और मामा के छठे भाव में हो रहा है. कर्क राशि वालों के लिए मंगल एक योगकारक ग्रह है, लेकिन छठे भाव में इसका गोचर आपके लिए मिले जुले परिणाम लेकर आ सकता है. स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो मंगल गोचर आपके लिए प्रतिकूल साबित हो सकता है. आप अपने स्वास्थ्य का अधिक से अधिक ध्यान दें. मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके नौवें भाव को देख रहे हैं. आप अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं. वहीं मंगल की सातवीं दृष्टि से आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक होगा. मंगल के बारहवें भाव पर दृष्टि उन छात्रों के लिए शानदार साबित होगा, जो अपनी पढ़ाई के लिए विदेश जाने की इच्छा रख रहे हैं.

सिंह राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

सिंह राशि के जातक के लिए मंगल आपके नौवें भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं. मंगल का गोचर आपके शिक्षा, प्रेम संबंधों, बच्चों के पांचवें भाव में होने जा रहा है. सिंह राशि के जातक अपने प्रेम जीवन में अपनी इच्छाओं को नियंत्रण में रखें. ईर्ष्या, निराशा और आक्रामक व्यवहार करने से सावधान रहें. मंगल का धनु राशि में गोचर उन छात्रों के लिए अनुकूल है, जो टेक्निकल या इंजीनियरिंग के क्षेत्र से जुड़े हैं. यह अवधि शैक्षणिक विकास के लिए शानदार रहेगी और आपको अपने शिक्षकों और माता-पिता का भी पूरा समर्थन प्राप्त होगा. मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके आठवें भाव को देख रहे हैं और यह उन छात्रों के लिए अच्छी साबित हो रही है. मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके एकादश यानी ग्यारहवें भाव को देख रहे हैं और इस दौरान आप अपनी भौतिकवादी इच्छाओं को पूरा करने के लिए काफी उत्साहित रहेंगे.

कन्या राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

कन्या राशि के जातक के लिए मंगल ग्रह आठवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं. मंगल का गोचर आपके माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन और संपत्ति के चौथे भाव में होने जा रहा है. मंगल का चौथे भाव में गोचर आपके लिए अधिक अनुकूल होता प्रतीत नहीं हो रहा है. हालांकि यह अवधि घर, संपत्ति और वाहन खरीदने के लिए अच्छी साबित होगी. मंगल एक क्रूर ग्रह है और आपके आठवें भाव के स्वामी भी हैं, जिससे आपके घरेलू जीवन में अचानक होने वाली समस्याएं बढ़ सकती है. मंगल चौथी दृष्टि से आपके सातवें भाव को देख रहे हैं और इसके कारण आप अपने पार्टनर के प्रति अधिक पजेसिव हो सकते हैं. मंगल सातवीं दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे हैं और यह आपके पेशेवर जीवन के लिए अनुकूल है. यह अवधि किसी भी प्रकार के निवेश के लिए अनुकूल नहीं होती दिख रही है.

Also Read: Surya Gochar 2023: सूर्य का धनु राशि में गोचर इन 7 राशि वालों के लिए खास, 2024 से पहले तरक्की के योग
तुला राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

तुला राशि के जातक के लिए मंगल सातवें भाव और दूसरे भाव के स्वामी हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर आपके भाई-बहन, शौक, छोटी दूरी की यात्रा और संचार कौशल के तीसरे भाव में होने जा रहा है. मंगल का तीसरे भाव में गोचर आपके लिए शुभ साबित हो रहा है. जिन जातकों का अपना व्यवसाय हैं या जो फ्रीलांसर या स्वरोजगार से जुड़े हैं, उन्हें अधिक लाभ होगा. सातवें भाव के स्वामी का तीसरे भाव में गोचर करना प्रेम जीवन के लिए भी अधिक अनुकूल रहेगा. इस दौरान आप और आपका पार्टनर खुलकर एक-दूसरे के समझ अपनी बातों को रखेंगे. यदि आपकी जन्म कुंडली में मंगल पीड़ित है तो आपके व्यवहार में बदलाव देखने को मिल सकता है. आप स्वभाव में चिड़चिड़े हो सकते हैं, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों ही मामलों में आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है.

वृश्चिक राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

वृश्चिक राशि के जातक के लिए मंगल छठे और पहले (लग्न) भाव के स्वामी हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर आपके परिवार, बचत और भाषण के दूसरे भाव में होने जा रहा है. मंगल के इस गोचर से आपका झुकाव भौतिक सुख-सुविधा की ओर अधिक होगा. आपके बातचीत करने का तरीका भी प्रभावशाली होगा. मंगल गोचर आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्या दे सकता है. मंगल चौथी दृष्टि से आपके पांचवें भाव यानी कि शिक्षा, बच्चों और प्रेम जीवन के भाव को देख रहे हैं. वहीं मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके आठवें भाव को देख रहे हैं. इस अवधि यात्रा करते समय और वाहन चलाते समय अधिक सावधान रहें. मंगल आठवीं दृष्टि से आपके नौवें भाव को देख रहे हैं और इस वजह से आपको अपने पिता के स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहें.

धनु राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

धनु राशि के जातक के लिए मंगल पांचवें और द्वादश यानी बारहवें भाव के स्वामी हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर आपके लग्न यानी कि प्रथम भाव में होने जा रहा है, इसलिए धनु राशि के जातक के लिए मंगल का यह गोचर आपके व्यक्तित्व पर सबसे अधिक प्रभाव डालेगा. इस दौरान आपको साहस, शक्ति, आत्मविश्वास और उच्च ऊर्जा का आशीर्वाद प्राप्त होगा. हालांकि आपको अपने व्यवहार पर नजर रखने की बेहद आवश्यकता है. स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो मंगल का धनु राशि में गोचर आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याएं दे सकता है, जो आपकी लापरवाही का नतीजा हो सकता है. मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके विवाह के सातवें भाव को देख रहे हैं. मंगल आठवीं दृष्टि से आपके आठवें भाव को देख रहे हैं और इस वजह से आपके जीवन में अचानक होने वाली घटना में वृद्धि हो सकती है.

मकर राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

मकर राशि के जातक के लिए मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर आपके विदेशी भूमि, पृथक्करण, अस्पतालों, व्यय और एमएनसी कंपनियों के बारहवें भाव में होने जा रहा है. मंगल का बारहवें भाव में गोचर मकर राशि के जातक के लिए अधिक अनुकूल प्रतीत होता नहीं दिख रहा है. क्योंकि इस दौरान आपके साहस, ऊर्जा और उत्साह में कमी देखने को मिल सकती है. इस गोचर के दौरान आपको धन हानि होने की संभावना है. यदि कुंडली में आपकी दशा अनुकूल नहीं है तो आपको अत्यधिक खर्चों और धन की हानि का सामना करना पड़ सकता है. मंगल चौथी दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देख रहे हैं. इस वजह से छोटे भाई-बहनों या चचेरे भाइयों से आपकी अनबन हो सकती है. मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके छठे भाव को देख रहे हैं. आप अपने शत्रुओं और विरोधियों पर हावी होंगे और उन्हें पराजित करने में सफल होंगे.

कुंभ राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर आपके वित्तीय लाभ, इच्छा, बड़े भाई-बहन और चाचा के ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है. आप शारीरिक गतिविधियों, दोस्तों या लोगों के साथ काम करने में भी व्यस्त रहेंगे और यह आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगा, इस दौरान आपका ध्यान अपने सपनों और लक्ष्यों को हासिल करने की ओर होगा. मंगल का धनु राशि में गोचर आपको अपने भाई-बहनों व मामा का सहयोग प्रदान करेगा. यदि आपकी जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति नकारात्मक है तो आपको अपने दोस्तों के गलत कार्यों से बचने और उनसे प्रभावित होने से बचने की सलाह दी जाती है. मंगल चौथी दृष्टि से आपके दूसरे भाव को देख रहे हैं और इसलिए आपको अपने आर्थिक जीवन में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत हो सकती है.

Also Read: Kundali Dosh: कुंडली में सप्तम भाव-सप्तमेश के पीड़ित होने पर शादी में देरी और वैवाहिक जीवन होता है कष्टकारी
मीन राशि पर मंगल गोचर का प्रभाव

मीन राशि के जातक के लिए मंगल दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं. मंगल का गोचर आपके कार्यस्थल के दसवें भाव में होने जा रहा है. दसवें भाव में मंगल को दिशात्मक बल प्राप्त होता है, इसलिए मंगल का दसवें भाव में गोचर करियर को लेकर जो लक्ष्य तय किए है, उन्हें आप पूरा करेंगे और तेज़ी से प्रदर्शन करेंगे. कामकाज के लिए आपको शारीरिक मेहनत करनी पड़ सकती है. यह अवधि उन जातकों के लिए भी अच्छी साबित होगी, जो अपने करियर की शुरुआत करने के लिए नए अवसरों की तलाश कर रहे हैं. मंगल का धनु राशि में गोचर आपके कार्यस्थल में कई प्रकार के बदलाव लाएंगे. मंगल चौथी दृष्टि से आपके पहले भाव को देख रहे हैं, जिसके चलते आपकी व्यावसायिक उपलब्धियों के कारण आप अपने व्यक्तित्व में बहुत आत्मविश्वासी और साहसी होंगे. मंगल सातवीं दृष्टि से आपके चौथे भाव को देख रहे हैं, जो रियल एस्टेट के बिज़नेस से जुड़े लोगों और घर या संपत्ति बनाने के इच्छुक लोगों के लिए अच्छा है.

ज्योतिष संबंधित चुनिंदा सवालों के जवाब प्रकाशित किए जाएंगे

ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से जीवन की हर परेशानी दूर की जा सकती है. ये उपाय करियर, नौकरी, व्यापार, पारिवारिक कलह सहित कई अन्य कार्यों में भी सफलता दिलाते हैं. नीचे दिए गए विभिन्न समस्याओं के निवारण के लिए आप एक बार ज्योतिषीय सलाह जरूर ले सकते है. यदि आपकी कोई ज्योतिषीय, आध्यात्मिक या गूढ़ जिज्ञासा हो, तो अपनी जन्म तिथि, जन्म समय व जन्म स्थान के साथ कम शब्दों में अपना प्रश्न radheshyam.kushwaha@prabhatkhabar.in या WhatsApp No- 8109683217 पर भेजें. सब्जेक्ट लाइन में ‘प्रभात खबर डिजीटल’ जरूर लिखें. चुनिंदा सवालों के जवाब प्रभात खबर डिजीटल के धर्म सेक्शन में प्रकाशित किये जाएंगे.

Next Article

Exit mobile version