Parvesh Sahib Singh Verma Kundali Yog: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को हुआ है. उन्होंने दिल्ली के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत 578,486 वोटों के अंतर से हासिल की. प्रवेश वर्मा एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं, जो दिल्ली में स्थित है. वह पूर्व बीजेपी नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं. उनके चाचा, आजाद सिंह, ने उत्तर दिल्ली नगर निगम के महापौर के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं और 2013 के विधानसभा चुनाव में मुंडका सीट से बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. आज हमें ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा बता रहे हैं कि कि प्रवेश वर्मा की कुंडली क्या कहती है, क्या उनकी कुंडली में राजयोग है या नहीं
प्रवेश वर्मा की लग्न कुंडली
प्रवेश वर्मा उदय राशि, विशेष रूप से इसकी डिग्री, आपकी जन्म कुंडली में सबसे व्यक्तिगत बिंदु है और जीवन के प्रति व्यक्तिपरक प्रतिक्रियाओं का प्रतिनिधित्व करती है साथ ही पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के संदर्भ में आपको क्या चाहिए. अक्सर यह वह चेहरा होता है जिसे आप दुनिया के सामने पेश करते हैं ताकि हर कोई देख सके, और यह इस बारे में बहुत कुछ कहता है कि आप दूसरों के साथ-साथ खुद से कैसे संबंध रखते हैं.
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क्या कहती है प्रवेश वर्मा की कुंडली
प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को हुआ है, जिसके अनुसार उनका मूलांक 7 और भाग्यांक 4 है. अंक 7 केतु का प्रतीक है, जबकि अंक 4 राहु का प्रतिनिधित्व करता है. ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को पाप ग्रह माना जाता है, लेकिन कलियुग में इनका प्रभाव अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है.
आगें होगी बाधाएं उत्पन्न
प्रवेश वर्मा के लिए मार्ग अभी सरल नहीं है. क्योंकि ये ग्रह बाधाएं उत्पन्न करने में पीछे नहीं रहते हैं. ये समय पर रुकावट डालने के लिए भी जाने जाते हैं. इस समय प्रवेश वर्मा को हर कदम सावधानी से उठाना होगा. वाणी पर नियंत्रण रखना आवश्यक है. क्योंकि राहु कभी-कभी व्यक्ति को अपनी जुबान से हल्का कर देता है या वाणी में दोष उत्पन्न कर देता है, जिससे हानि हो सकती है. ये ग्रह अत्यधिक उत्साही भी बना सकते हैं. इसलिए एक योग्य मार्गदर्शक और सलाहकार से सलाह लेना आवश्यक है. अपनी बातों को गुप्त रखना चाहिए और सही समय पर अगला कदम उठाना चाहिए. राहु-केतु के दोष को दूर करने के लिए भगवान शिव और माता सरस्वती की पूजा करनी चाहिए. गणेश जी की पूजा भी शुभ फल प्राप्त करने में सहायक होती है.