कन्या राशि के जातक के लिए दिसंबर का महीना परेशानी भरा रहेगा, इस महीने आपको स्वास्थ्य समस्याएं होगी. आपके आठवें भाव में देव गुरु बृहस्पति के होने से आप सिरदर्द और पाचन संबंधी समस्याओं से ग्रस्त हो सकते हैं. इस महीने राहु-केतु की स्थिति भी अनुकूल नहीं है. राहु सातवें भाव और केतु पहले भाव में स्थित है, जिसके प्रभावस्वरूप कमर दर्द और अपच की शिकायत हो सकती है. आठवें भाव में स्थित गुरु मानसिक तनाव, चिंता और घबराहट जैसी समस्याओं का कारण बनेंगे. हालांकि छठे भाव में शनि देव की उपस्थिति के कारण आपको बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से नहीं जूझना पड़ेगा. क्योंकि स्वराशि में स्थित शनि देव साहस और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करेंगे. इस माह अपने खानपान के प्रति विशेष रूप से सावधानी बरतें. प्रतिदिन योग, व्यायाम आदि करें और मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए नियमित रूप से मेडिटेशन करें.
करियर: इस महीने आपको थोड़ा संघर्ष करना पड़ेगा, क्योंकि देव गुरु बृहस्पति आपके आठवें भाव में स्थित हैं. इसके कारण कार्यस्थल पर आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है और साथ ही आपको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. काम में आने वाली चुनौतियों का कारण आपके वरिष्ठ होंगे क्योंकि राहु महाराज सातवें भाव में और केतु महाराज पहले भाव में स्थित हैं. हालांकि शुक्र देव दूसरे और तीसरे भाव में विराजमान हैं, जिसके परिणामस्वरूप आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी. दूसरी ओर शनि देव कुंडली के छठे भाव में स्थित होकर आपको काम के प्रति समर्पित होने के आशीर्वाद देंगे. ऐसे में आप अपने कार्यों को समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे और सफलता की ओर अग्रसर होंगे, जो जातक व्यवसायी हैं, उन्हें इस महीने औसत परिणाम मिलने की संभावना बन रही है.
लव लाइफ: कन्या राशि के जो लोग रिलेशनशिप में हैं, उनके लिए यह महीना औसत रूप से फलदायी सिद्ध होगा. आपके आठवें भाव में बृहस्पति देव और पहले-सातवें भाव में राहु-केतु स्थित हैं. शनि देव पांचवें भाव के स्वामी के रूप में छठे भाव में विराजमान हैं, जिसके कारण प्रियतम के साथ बहस या नोक-झोंक हो सकती है. ग्रहों की उपरोक्त स्थिति के कारण, जो लोग सिंगल हैं और जिनकी शादी नहीं हुई है, उन्हें बहुत अच्छे परिणाम देखने को नहीं मिलेंगे. आपको अपना हमसफर ढूंढने के लिए थोड़ा इंतज़ार करना होगा. वहीं जो लोग शादीशुदा हैं, उन्हें भी अपने रिश्ते में कई उतार-चढ़ावों से गुज़रना पड़ सकता है. प्रेम के कारक शुक्र देव महीने के अंत में जब अनुकूल अवस्था में होंगे, तब आपको अपने प्रेम और वैवाहिक जीवन में सुख की अनुभूति होगी.
शुभ अंक: 10, 15, 22
शुभ रंग: गहरा हरा
सलाह: प्रतिदिन 41 बार “ॐ कालिकायै नमः” का जाप करें. प्रतिदिन 41 बार “ॐ केतवे नमः” का जाप करें.
Also Read: Astrology: इन ग्रहों के अशुभ प्रभाव से जीवन में झेलनी पड़ती हैं तकलीफें, जानें लक्षण और ज्योतिषीय उपाय
ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से जीवन की हर परेशानी दूर की जा सकती है. ये उपाय करियर, नौकरी, व्यापार, पारिवारिक कलह सहित कई अन्य कार्यों में भी सफलता दिलाते हैं. नीचे दिए गए विभिन्न समस्याओं के निवारण के लिए आप एक बार ज्योतिषीय सलाह जरूर ले सकते है. यदि आपकी कोई ज्योतिषीय, आध्यात्मिक या गूढ़ जिज्ञासा हो, तो अपनी जन्म तिथि, जन्म समय व जन्म स्थान के साथ कम शब्दों में अपना प्रश्न radheshyam.kushwaha@prabhatkhabar.in या WhatsApp No- 8109683217 पर भेजें. सब्जेक्ट लाइन में ‘प्रभात खबर डिजीटल’ जरूर लिखें. चुनिंदा सवालों के जवाब प्रभात खबर डिजीटल के धर्म सेक्शन में प्रकाशित किये जाएंगे.