21.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Saturn Effects on Aries: मेष राशि को शनि का होता है ये प्रभाव

Saturn Effects on Aries: शनि न्यायधीश का काम करते है यह जीवन में बहुत ही शुभ फल देते है यह आपके कर्मों के अनुसार आपके जीवन में फल देते है.शनि जिस स्थान पर स्थित है, वह उसकी राशि की स्थिति से अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि बृहस्पति, की तरह, वह एक धीमा ग्रह है.

Saturn Effects on Aries: शनि ग्रह संकुचन, प्रयास, समय, सीमा और एकाग्रता का प्रतीक है. शनि किसी भी चीज को नष्ट कर देता है जो प्रामाणिक नहीं है. देर-सबेर उसे धोखा देना असंभव है. क्योंकि वह जिम्मेदार और बुद्धिमान तरीके से अपने साथ एक सुसंगत संपूर्ण बनाने की एक अदम्य इच्छा देता है.वह महान शोधक है. वह हमारी सीमाओं का प्रतिनिधित्व करता है, पर साथ ही हमारी सच्चाई का भी.आपकी जन्म कुंडली में, शनि जिस स्थान पर स्थित है, वह उसकी राशि की स्थिति से अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि बृहस्पति, की तरह, वह एक धीमा ग्रह है.एक ही अवधि में जन्म लेने वाले कई लोगों का शनि एक ही राशि में होता है. यही कारण है कि यहां स्थित राशि तथाकथित तेज ग्रहों, यानी सूर्य, चंद्रमा, बुध, शुक्र और मंगल के कब्जे में होने की तुलना में कम सार्थक है.

शनि न्यायधीश का काम करते है यह जीवन में बहुत ही शुभ फल देते है यह आपके कर्मों के अनुसार आपके जीवन में फल देते है.आप व्योपार किये है व्यापार चल नहीं रहा है. नौकरी में परेशानी हो रहा है कई बार आपको नौकरी लग कर टूट जाता है या बॉस आपको परेशान कर रहे है तो समझ जाए शनि आपके लिए बेहतर नहीं है तब शनि का नकारात्मक प्रभाव बन रहा है. शनि जीवन में अकेलापन महसूस करवाता. गंभीर बिमारी का सामना करना पड़ता है जिसके कारण मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहता है .इस समय जब शनि का महादशा लगी हो इस तरह का पीड़ा मिल रहा है तो यह पीड़ा लम्बा समय तक चलता है शनि का जब ढैया या साढ़ेसाती चल रहा हो तब बिमारी जल्द ठीक हो जाता है.

Also Read: Chandra Grahan 2023: इसी माह लगने जा रहा है साल का दूसरा चंद्रग्रहण, जानें कब से लगेगा सूतक काल

मेष राशि मंगल की राशि है मंगल मेष तथा वृचिक राशि के स्वामी है जन्मकुंडली में पहला तथा आठवा भाव के स्वामी है वहीं शनि और मंगल एक दूसरे के शत्रु है.शनि जन्मकुंडली में दशम और एकादश भाव का स्वामी होते है यानि कर्म के साथ आय के स्वामी को बेहतर होना बहुत ज़रूरी है.मेष राशि में राशि में शनि दशम भाव और एकादश भाव के स्वामी होते है. दशम भाव यानि व्योपार नौकरी कर्म पिता का भाव होता है. एकादश भाव लाभ का भाव है इसे कमाई -सुख इच्छा, दामाद बहु इस घर से देखा जाता है .

मेष राशि को शनि कब परेशान करते है

मेष राशि वाले को शनि जबइस राशि का कर्म ख़राब हो जायेगा. दलाली के काम में लग जायेगे, पिता से रिश्ता ठीक नहीं रखेगे, तब शनि ख़राब होता है और इस राशि को परेशान करते है.

शनि के परेशानी में क्या उपाय करे

शनिवार को शानिमंदिर जाकर सरसों का तेल शनि भगवान पर चढ़ाये यह सबसे अचूक उपाय है मेष राशि वाले को इस उपाय को करने से सभी काष्ठ दूर होते है

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

8080426594/9545290847

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें