Surya Gochar 2023: सूर्य करेंगे तुला राशि में गोचर,जानें इससे भारतीय जलवायु तथा राजनीति पर पड़ेगा क्या प्रभाव

Surya Gochar 2023: नवरात्रि के इस पावन मास में माता का का पूजन बहुत धूम धाम से मनाया जाता है प्रायः सभी घरों में माता का पूजन होता है , लेकिन जिस दिन माता के चौथा रूप कुष्मांडा का पूजन किया गाया उसी दिन सूर्य अपने नीच की राशि तुला में गोचर किए

By Shaurya Punj | October 19, 2023 2:45 PM
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Surya Gochar 2023: सूर्य तुला में गोचर कर गए हैं, इस गोचर से आम जीवन के साथ जलवायु पर बहुत ही नकारात्मक असर पड़ेगा. जिसे इसका सीधा असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ेगा उनका स्वस्थ्य भी प्रभावित होगा. नवरात्रि के इस पावन मास में माता का पूजन बहुत धूम धाम से मनाया जाता है. बता दें प्रायः सभी घरों में माता का पूजन होता है, लेकिन जिस दिन माता के चौथे रूप कुष्मांडा का पूजन किया गया, उसी दिन सूर्य तुला राशि तुला में गोचर कर गए हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को शुभ ग्रहों के साथ अगर बैठे या शुभ ग्रह के राशि में विराजमान हो तब इनका प्रभाव बहुत ही लाभकारी होता है.

बिहार के कुछ भागों में वर्षा का अनुमान है

वहीं सूर्य अगर नीच राशि में बैठें हों तो इससे ज्यादा कष्टकारी प्रभाव रहता है. सूर्य जब नीच के होते है उनके किरण तेज हो जाता है. वर्तमान में शरद ऋतु में सूर्य का नीच होना भारतीय जलवायु परिवर्तन के योग बन जाते है कहीं पर वर्षा होगी तो खूब होगी, बिहार के कुछ भागों में वर्षा का अनुमान है, वहीं दिल्ली कश्मीर में तेज वर्षा हो सकती है. वर्षा होने के बाद धूप बहुत तेज जिसे वयोक्ति के स्वास्थ्य प्रभावित होगा. मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ जायेगा. बूढ़े, बच्चे सब सर्दी खांसी बुखार से परेशान रहेंगे. इस समय कई तरह से लोग आकस्मिक दुर्घटना के शिकार होंगे. सूर्य को नीच राशि में जाना मतलब महंगाई बढ़ जाना तिलहन तथा दलहन पर इसका असर देखने को मिलेगा.

मंगल के साथ सूर्य को होने से देश दुनिया के लिए कष्टकारी बनेगा

खाद्य पदार्थ भी तेजी आएगी. तुला में पहले से मंगल के साथ केतु बैठे है. केतु और सूर्य जब एक साथ किसी राशी में विराजमान होते है कई तरह के दोष बनते हैं. वहीं मंगल के साथ सूर्य को होने से देश दुनिया के लिए कष्टकारी बनेगा. कहीं पर युद्ध, राजनितिक क्षेत्र में कार्य कर रहे लोग को सतर्क रहने की जरुरत है ,सूर्य के नीच होने से भारतीय राजनीति पर इसका बहुत बड़ा असर दिखाई देगा. छोटी राजनीतिक पार्टियां टूटकर दूसरे पार्टी में मिल जायेगे.

विरोधी पार्टी का दबदबा बना रहेगा

एक दूसरे के साथ आरोप लगायेंगे. इसका असर आने वाले 5 राज्य के चुनाव पर असर पडेगा. पार्टी के अधिकारी जो गदावर नेता है उनके वर्चस्व में कमी आएगी. शीर्ष नेता में जिनके कानूनी करवाई चल रही है अपने वाणी को नियंत्रण में रखे ,भारत के प्रधानमंत्री के गरिमा के ऊपर विरोधी पार्टी का दबदबा बना रहेगा लेकिन कोई खास परिणाम नहीं मिलेगा. उद्योग के क्षेत्र में इस गोचर का प्रतिकूल असर देखने को मिलेगा. लोहा तथा इलेकटोनिस, इलेक्ट्रिक की उद्योग मंदी में चलेगा.

उपाय

(1)रविवार के दिन भगवान सूर्य को तांबे या पीतल के लोटे में जल भरकर उसमे लाल चंदन ,लाल फूल डालकर उगते हुए सूर्य को अर्ध्य दे लाभ मिलेगा.

(2) रविवार को गाय को गुड़ खिलायें .

(3)रविवार को सूर्य के मन्त्र ॐ सूर्याय नमः एक माला का जाप करें.

(4)रविवार को गेहूं का दान करें

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

8080426594/9545290847

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