Surya Gochar 2023: सूर्य करेंगे सिंह राशि में गोचर, इन राशियों को होगा जबरदस्त फायदा
Surya Gochar 2023: सूर्य अपने स्वामित्व वाली राशि सिंह में 17 अगस्त 2023 की दोपहर 01 बजकर 23 मिनट पर प्रवेश करने जा रहे हैं. ऐसे में, हम कह सकते हैं कि सूर्य के राशि परिवर्तन का प्रभाव निश्चित रूप से सभी के जीवन पर पड़ेगा क्योंकि सूर्य आत्मा के कारक माने गए हैं.
Surya Gochar 2023: सूर्य का सिंह राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में “ग्रहों के राजा” कहे जाने सूर्य अपने स्वामित्व वाली राशि सिंह में 17 अगस्त 2023 की दोपहर 01 बजकर 23 मिनट पर प्रवेश करने जा रहे हैं. ऐसे में, हम कह सकते हैं कि सूर्य के राशि परिवर्तन का प्रभाव निश्चित रूप से सभी के जीवन पर पड़ेगा क्योंकि सूर्य आत्मा के कारक माने गए हैं जो कि हमारी आत्मा का प्रतिनिधित्व करते हैं. मनुष्य जीवन में सूर्य मान-सम्मान, स्वाभिमान, अहंकार और करियर आदि के कारक हैं. साथ ही, यह समर्पण, स्टैमिना, जीवन शक्ति, इच्छा शक्ति, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक मान-सम्मान आदि को नियंत्रित करते हैं. सूर्य पिता, सरकार, नेता, राजनेता, राजा और उच्च अधिकारियों के लिए योगकारक ग्रह हैं. इसके अलावा, मानव शरीर में सूर्य दिल और हड्डियों का प्रतिनिधित्व करते हैं.सूर्य के इस गोचर से कुछ राशियों को धन-संपदा की प्राप्ति के साथ समाज में मान-सम्मान मिलेगा. आइए जानते हैं सूर्य के गोचर करने से किन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं और यह अब आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे जो कि भाई-बहनों, शौक, छोटी यात्राओं, संवाद क्षमता आदि का प्रतिनिधित्व करता है और सूर्य सिंह राशि में आपके तीसरे भाव के स्वामी के रूप में गोचर कर रहे हैं. ऐसे में, सूर्य का सिंह राशि में गोचर मिथुन राशि वालों को साहस और आत्मविश्वास से भर देगा. आपका संचार कौशल बहुत ही प्रभावी होगा.
सूर्य गोचर की अवधि उन लोगों के लिए अच्छी रहेगी जो मार्केटिंग, सोशल मीडिया या फिर कंसल्टेशन आदि के क्षेत्र में नौकरी करते हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में संवाद करने की क्षमता महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है. सूर्य का सिंह राशि में गोचर के दौरान इन जातकों की संवाद शैली बेहद प्रभावी रहेगी. कुंडली में तीसरा भाव छोटे भाई-बहनों का भाव होता है और ऐसे में, आपको अपने भाई-बहनों का हर कदम पर समर्थन मिलेगा. हालांकि, आपको उनके साथ अहंकार से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही, तीसरे भाव से सूर्य की दृष्टि आपके नौवें भाव पर पड़ेगी जो कि धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थस्थल और भाग्य आदि का भाव है. सूर्य का सिंह राशि में गोचर के चलते पिता के साथ आपके रिश्ते मधुर बने रहेंगे और अच्छे काम के लिए आपको पिता से सराहना मिलेगी. साथ ही, धार्मिक कार्यों या धर्म से जुड़े ग्रंथों के अध्ययन में आपकी रुचि बढ़ सकती है.
उपाय: छोटे भाई-बहनों को लाल रंग की कोई वस्तु भेट करें.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य आपके दूसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे और यह भाव परिवार, वाणी और बचत का भाव है. ऐसे में, दूसरे भाव में सूर्य की मौजूदगी कर्क राशि के जातकों को आधिकारिक, विचारों में स्पष्ट और बिना सोचे-समझे बोलने वाला बनाती है. इसके परिणामस्वरूप, आपके मुंह से निकले शब्द दूसरों को ठेस पहुंचा सकते हैं जो कि घर-परिवार में सदस्यों के साथ विवादों का कारण बन सकते हैं. संभव है कि जातकों को स्वयं को अपना ये व्यवहार पसंद न आए.
हालांकि, सूर्य का सिंह राशि में गोचर आपके पेशेवर जीवन के लिए फलदायी साबित होगा, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो वित्त से संबंधित क्षेत्र में काम करते हैं या यदि आप स्थानीय राजनेता हैं, तो इस समय आपके पास नए-नए आइडियाज मौजूद होंगे जिन्हें लेकर आप समाज में पहचान बना सकते हैं. इस दौरान आपको परिवार का भरपूर समर्थन मिलेगा. सूर्य का सिंह राशि में गोचर के दौरान, सूर्य की दृष्टि दूसरे भाव से आठवें भाव पर होगी और इसके फलस्वरूप जो जातक या छात्र गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष, अंक ज्योतिष या किसी अन्य क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए यह समय अच्छा रहेगा. ऐसे में, आप नई-नई चीज़ें सीखेंगे और अभ्यास भी शुरू करेंगे.
उपाय: प्रतिदिन सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें.
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ लग्न भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं. हालांकि, सूर्य का सिंह राशि में गोचर आपको ऊर्जा, अच्छा स्वास्थ्य, बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता और आत्मविश्वास प्रदान कर सकता है. लेकिन, अगर हम इसके नकारात्मक पक्ष की बात करें तो, यह गोचर आपको गुस्सैल, घमंडी और आक्रामक बना सकता है. सूर्य का सिंह राशि में गोचर के प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक बनेगा और आप जहां भी जाएंगे सबकी निगाहें आप पर होंगी. इस दौरान इन जातकों की आदेश देने और दूसरों का मार्गदर्शन करने की क्षमता मज़बूत होगी और ऐसे में, सभी आपके निर्णय लेने की क्षमता और नेतृत्व से प्रभावित होंगे. इसके लिए, वह आपकी सराहना भी करेंगे.
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि सूर्य पेशेवर जीवन का कारक ग्रह है और ऐसे में, आपको कई सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे. साथ ही, सूर्य हमारे शरीर को भी नियंत्रित करते हैं और यहीं समय होगा जब आप अपनी सेहत, फिटनेस और ऊर्जा को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं. इस दौरान सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए इन जातकों को कुछ समय शरीर को देना होगा. पहले भाव में उपस्थित सूर्य की दृष्टि आपके सातवें भाव पर पड़ेगी जो कि पार्टनरशिप और विवाह का भाव है और इसे वैवाहिक जीवन के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है. इस अवधि में बेकार के अहंकार के चलते पार्टनर के साथ आपकी बहस हो सकती है. साथ ही,जीवनसाथी के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव का भी सामना करना पड़ सकता है. सूर्य का सिंह राशि में गोचर की अवधि में आपको सलाह दी जाती है कि अपने वैवाहिक जीवन पर ध्यान दें और किसी भी तरह के मतभेद से बचें.
उपाय: सूर्य देव से शुभ परिणामों को प्राप्त करने के लिए दाएं हाथ की अनामिका ऊँगली में लाल माणिक पहनें.
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए सूर्य आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में ही गोचर करेंगे. कुंडली में यह भाव धन लाभ, इच्छाओं, बड़े भाई-बहन, पिता के परिवार के सदस्यों आदि का प्रतिनिधित्व करता है. ऐसे में, आपके ग्यारहवें भाव में सूर्य का सिंह राशि में गोचर होने से तुला राशि वालों को निश्चित रूप से ही बड़े भाई-बहनों, चाचा और पिता का समर्थन प्राप्त होगा. आपके धन-धान्य में वृद्धि तो होगी ही, लेकिन सामाजिक मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी होगी. इन जातकों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी. पिछले एक वर्ष में आपने करियर और व्यापार में जितनी भी मेहनत की है उसका फल आपको सूर्य गोचर के दौरान धन लाभ, सराहना और पहचान के रूप में मिलेगा. जैसे कि सूर्य ग्यारहवें भाव में होकर शिक्षा, संतान और रिलेशनशिप के भाव यानी कि पांचवें भाव को देख रहे होंगे और ऐसे में, आपको इन क्षेत्रों में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी. जो लोग माता-पिता हैं उन्हें अपनी संतान की उपलब्धियों पर गर्व महसूस होगा. सूर्य का सिंह राशि में गोचर तुला राशि के छात्रों के लिए भी फलदायी साबित होगा, लेकिन इस दौरान आपको कड़ी मेहनत करनी होगी.
उपाय: लाल रंग का रुमाल अपनी जेब या पर्स में रखें.
रविवार को जरूर करें यह काम
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मान्यता है कि रविवार के दिन काले कुत्ते को रोटी, काली गाय को रोटी और काली चिड़िया को दाना डालने से जीवन में आ रही रुकावटें धीरे-धीरे दूर होने लगती है.
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कहा जाता है कि रविवार के दिन तेल से बने पदार्थ किसी गरीब व्यक्ति को खिलाने से शनि देव प्रसन्न रहते हैं.
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धन-धान्य में वृद्धि के लिए रविवार की रात सोते समय एक गिलास दूध अपने सिरहाने रख दें और सोमवार को सूर्याेदय से पहले स्नान-ध्यान करने के पश्चात उस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में अर्पित कर दें. मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक समस्याएं दूर होने लगती हैं.
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रविवार का दिन सूर्य देव का दिन है. इस दिन भगवान भास्कर का व्रत करने से पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी तो होती ही है. इसके अलावा नेत्र और चर्म रोगों से मुक्ति भी मिलती है.
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घर में अगर झगड़ें होते हैं तो ॐ सूर्याय नमः मंत्र का मन ही मन जाप जरूर करें.
सूर्य की आराधना से लाभ ही लाभ
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भगवान सूर्य की आराधना से कीर्ति, यश, सुख, समृद्धि, धन, आयु, आरोग्य, ऐश्वर्य, तेज, कांति, विद्या, सौभाग्य और वैभव की प्राप्ति होती है. भगवान सूर्य संकटों से रक्षा भी करते हैं.
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सूर्य सभी ग्रहों में सबसे अधिक उर्जा वाला ग्रह है. जिस जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत है उस जातक के चेहरे पर एक अलग तरह की तेज दिखती है. सूर्य के प्रभाव से जातक बलवान, तेजस्वी और निरोगी होता है. वह जातक निडर होता है. उसे शत्रुऔं का जरा भी भय नही होता. जातक में साहस एवं पराक्रम प्रचुरता से होता है.
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सूर्य के प्रभाव से जातक स्वभाव से कुशाग्र, तेजस्वी, तीक्ष्ण बुद्धि वाला होता है. जातक पढ़ने में अच्छा एवं तीक्ष्ण स्मरण शक्ति वाला होता है.
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अगर कोई भी इन समस्याओं से जूझ रहा हो तो उसे अपने सूर्य ग्रह को मजबूत करने की जरूरत है. लेकनि इसके लिए रविवार को कुछ खास उपाय करने की जरूरत है. सुबह उठते ही स्नान करना है तो सूर्य दर्शन करके स्नान करें.
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अगर आपका काम बनते-बनते बिगड़ जाता है तो इसके लएि परेशान होने की बात नहीं है. या फिर काम बनते ही नहीं हैं तो समझ लें कि आपका सूर्य कमजोर है