Trigrahi Yoga: सूर्य का वृश्चिक राशी में गोचर बना रहा है त्रिग्रही योग, राशियों पर होगा ये असर

Trigrahi Yoga: 17 नवम्बर 2023 दिन शुक्रवार समय दोपहर 01:07 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर कर चुके हैं. जानें सूर्य के गोचर से क्या बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा .

By Shaurya Punj | November 17, 2023 2:31 PM
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Trigrahi Yoga: ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को ग्रहों का मंत्री कहा जाता है लेकिन जब यह किसी उच्च के राशि में गोचर करते है इसका प्रभाव प्रबल हो जाता है. सूर्य के गोचर के कारण वृश्चिक,राशि में बन जायेगा. त्रिग्रही योग सूर्य को नव ग्रह में सबसे प्रमुख ग्रह माना जाता है.यह स्वभाव से गतिशील ग्रह है. सूर्य अगर शुभ ग्रह या शुभ भाव में बैठते है मेष या वृश्चिक में सूर्य हो तब बहुत ही इनका प्रभाव सकारात्मक बन जाता है .वही जब तुला राशि में गोचर करते है इस राशि में सूर्य नीच के होते है .जन्मकुंडली में इसका स्थान पाचवा है जो संतान तथा शिक्षा के कारक है .जिनके कुंडली में सूर्य नीच के होते है उनके भाग्य में रुकावट बन जाता है ,आपके वाणी के प्रभाव कम हो जाता है .

करियर में रुकावट होता है .स्वभाव से उग्रा हो जाते है .घर में उर्जा देनेवाली वास्तु ख़राबहो जाते है .जिस घर में सूर्योदय से लेकर संध्या तक सूर्य का रौशनी नहीं मिले उनके परिवार में सूर्य कमजोर हो जाते है. सूर्य उच्च के होने से धन के लाभ होता है ,सरकारी अधिकारी का सहयोग मिलता है .नौकरी में सफलता मिलता है .इसलिए वेदों में सूर्य को सकारात्मक उर्जा का प्रतीक माना जाता है .आज सूर्य के गोचर से वृश्चिक राशि में बन रहा है त्रिग्रही योग क्योकि इस राशि में सूर्य बुध के साथ मंगल की युति बना हुआ है., त्रिग्राही योग के कारण व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वास्थ्य तथा लोकप्रिय , कठोर ,तथा विद्वान होते है इस युति के कारण वैवाहिक जीवन में थोड़ी संघर्ष करना पड़ता है ,लेकिन धन का लाभ उतम रहेगा

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कब करेगे गोचर

17 नवम्बर 2023 दिन शुक्रवार समय दोपहर 01:07 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर कर चुके हैं. जानें सूर्य के गोचर से क्या बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा .

मेष

इस राशि में पाचवे भाव के स्वामी है यह आठवे भाव में गोचर करेगे जिसे आपको स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे. आँख से परेशानी देगा हड्डी तथा हृद्द्य से संबंधित समस्या देगा.आय ठीक रहेगा धन की वृद्धि करेगा .

वृष

इस राशि में चौथे भाव के स्वामी है यह सातवे भाव में गोचर करेगे जिसे आपका व्योपार ठीक रहेगा। कर्म उच्च का रहेगा. दाम्पत्य जीवन में कलेश बनेगा. आप अपने क्रोध पर नियंत्रण करे छाती में समस्या बनेगा .

मिथुन

इस राशि में तीसरे भाव के स्वामी है यह छठे भाव में गोचर करेगे शत्रुता बढ़ जाएगी .रोग में कमी रहेगा .कही पर बात करते समय अपने वाणी पर नियंत्रण करे.सातवी दिर्ष्टि बारहवे भाव पड़ेगा जिसे कोर्ट कचहरी के कार्य में हानि होगा.जो लोग विदेशी कंपनी में काम कर रहे है उनके लिए फायदेमंद रहेगा .

कर्क

इस राशि में दुसरे भाव के स्वामी है यह पाचवे भाव में गोचर करेगे जिसे विधार्थियों के लिए यह गोचर काफी अनुकूल रहेगा आपका तेज बुधि होगी .शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति करेंगे अस्मरण शक्ति बहुत तेज होगा.आपके प्रेम जीवन में अनबन बना रहेगा सातवी दिर्ष्टि एकादश भाव पर बनेगा जिसे आय ठीक रहेगा वह भी इमानदारी से .

सिंह

इस राशि में प्रथम भाव यानि केंद्र का भाव के स्वामी है और यह चौथे भाव में गोचर करेगे आप भौतिक सुख भरपुर बनेगा . आपकी विख्यात होंगे।आपकी छवि बरकरार रहेगी यहाँ से सप्तम दिर्ष्टि दसम भाव पर पड़ेगा जिसे पिता के साथ संबंध ठीक रहेगा।आपका व्योपार ठीक चलेगा सरकारी तथा गैर सरकारी कार्य में सफलता मिलेगी.माता के स्वास्थ्य प्रभावित होगा.आप शांत रहे तथा माता के ऊपर ख्याल रखे.

कन्या

इस राशि में बारह भाव यानि व्यय भाव के स्वामी है.और यह तीसरे भाव में गोचर करेगे जिसे यस की प्राप्ति होगी .भाई -बहनों के साथ समय बढ़िया निकलेगा साहसी रहेगे तथा दुसरे के सहायता करने में समय निकलेगा .लम्बी दुरी की यात्रा बनेगा धार्मिक रहेगे विदेशी कंपनी में जो लोग कार्यरत है उनके लिए उतम समय रहेगा .

तुला

इस राशि में गयारह भाव यानि लाभ भाव के स्वामी है और यह दुसरे भाव में गोचर करेगे धन की बचत होगा .वाणी कड़क रहेगा कुटुम्ब से झगडा -झंझट बनेगा.बैंकिंग क्षेत्र में जो लोग कार्य कर रहे है उनके लिए फायदेमंद रहेगा यहाँ से सप्तम दिर्ष्टि आठवे भाव पर पड़ेगा जिसे स्वास्थ्य ठीक रहेगा .

वृश्चिक

इस राशि में दसवे भाव के स्वामी है और यह पहले भाव में गोचर करेगे. आप काफी मसहूर होंगे.आपकी इच्छा शक्ति बढ़ जाएगी .व्योपार ठीक चलेगा .मान -सम्मान तथा पद में वृद्धि होगी.पुरानी बिमारी दुर होंगे .जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है उनको सफलता मिलेगा .यहाँ से सप्तम दिर्ष्टि से आपके दाम्पत्य जीवन में उतार चढाव बना रहेगा.

धनु

इस राशि में नवम भाव के स्वामी है और यह बारह भाव में गोचर करेगे. आपके लिए यह गोचर शुभ नहीं रहेगा .मानसिक विकार ,नेत्र रोग ,कोर्ट -कचहरी के कार्य में फायदे होंगे .रोजगार के लिए जन्म स्थान से बाहर जाना पड़ सकता है .जो लोग विदेश यात्रा की तैयारी कर रहे है उनके लिए उतम समय रहेगा .सातवी दिर्ष्टि से सूर्य छठे भाव को देखेगा इसलिए स्वास्थ्य में परेशानी बनेगा .

मकर

इस राशि में अष्टम भाव के स्वामी है और यह गयारह भाव में गोचर करेगे जिसे आपको उतम लाभ मिलेगा आय के स्त्रोत बढ़ेगे .आपके व्योपार में अचानक से लाभ बढ़ जायेगा . सप्तम दिर्ष्टि पंचम भाव पर पड़ रहा है जिसे संतान का सुख ,आपके संतान अच्छे मुकाम पर काम करेगे .प्रेम जीवन में थोडा परेशानी बनेगा .

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कुम्भ

इस राशि में सप्तम भाव के स्वामी है और यह दसम भाव में गोचर करेगे धन की बचत होगी आय ठीक रहेगा .जो लोग नौकरी कर रहे है उनको प्रमोसन का समय है .आपके कार्य को सराहा जायेगा .दुसरे के बात पर ध्यान नहीं दे.अपने से अहंकार निकल दे .सप्तम दिर्ष्टि से चौथे भाव पर है जिसे माता का सुख भरपुर बना रहेगा .अपने वाणी पर नियंत्रण करे .

मीन

इस राशि में छठे भाव के स्वामी है और यह नवम भाव में गोचर करेगे जिसे आताम्विश्वास भरपुर बना रहेगा धार्मिकविचार होंगे .आप के यसऔर कीर्ति प्राप्त करेगे .आपका प्रसंसा बना रहेगा .जो लोग विदेश शिक्षा ग्रहण करने का योजना बना रहे है वह सफल होंगे .सातवा दिर्ष्टि से भाई बहन का मान -सम्मान बना रहेगा .पिता के स्वास्थ्य में उतार -चढ़ाव बना रहेगा .

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष ,वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

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