What is Blue Moon 2023: इस वर्ष रक्षा बंधन खगोलिय शास्त्र के लिए खास होने वाला है. राखी के अवसर पर आसमान देखने वालों के लिए विशेष होने वाला है क्योंकि वे बुधवार, 30 अगस्त को सुपर ब्लू मून को देख सकते हैं. रक्षा बंधन के दिन यह खगोलीय घटना ब्लू मून और सुपरमून का एक दुर्लभ संयोजन हो रहा है. जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार पूर्णिमा तिथि पर पड़ता है.
कथित तौर पर, सुपर ब्लू मून की घटना बुधवार को दिखाई दे रहा है. यह 30 अगस्त को रात 8.37 बजे EDT (31 अगस्त को सुबह 6.07 बजे IST) पर अपने चरम पर पहुंच जाएगा. हालाँकि, भारत में समय अलग होगा. भारत भर के कई शहरों में आसमान देखने वालों को बुधवार रात 9.30 बजे से सुपर ब्लू मून की झलक मिल सकती है. इस सुपर ब्लू मून को बेहद दुर्लभ घटना माना जाता है. ‘नीला’ कहे जाने के बावजूद, चंद्रमा वास्तव में नीला दिखाई नहीं देता है – इसके बजाय, यह नारंगी रंग में दिखाई देता है.
किसे कहते हैं सुपर ब्लू मून (Whai is Super Blue Moon)
आमतौर पर पूर्णिमा हर माह में एक ही बार पड़ती है. लेकिन जब ब्लू मून होता है तो पूर्णिमा होती है. इस तरह से साल के 12 माह या 365 दिन में 12 पूर्णिमा होती है. लेकिन हर 2.5 वर्षों में एक अतिरिक्त पूर्णिमा भी होती है, जो 13वां पूर्णिमा है. इसी 13वें पूर्णिमा की चांद को सुपर ब्लू मून कहा जाता है.
हम सभी जानते हैं कि चंद्रमा धरती के चक्कर लगाता है और इसी दौरान चंद्रमा से धरती की दूर कम और अधिक भी होती रहती है. लेकिन जब पूर्णिमा पड़ती है तो इस समय चांद धरती के करीब आ जाता है, जिसे सुपरमून कहते हैं.
इसके अलावा लोगों को यह भी लग सकता है कि चंद्रमा का आकार अन्य दिनों की तुलना में थोड़ा अलग है. नासा के अनुसार, सुपरमून अन्य दिनों के चंद्रमा की तुलना में लगभग 14 प्रतिशत बड़ा दिखता है. ऐसा पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी कम होने के कारण होता है.
नासा के अनुसार, चंद्रमा हमारे ग्रह के चारों ओर एक अण्डाकार कक्षा या एक लम्बे वृत्त में घूमता है, जिसमें पृथ्वी दीर्घवृत्त के एक तरफ के करीब होती है. हर महीने, चंद्रमा पृथ्वी के निकटतम बिंदु और पृथ्वी से सबसे दूर के बिंदु को पार करता है. जब पूर्ण चंद्रमा पृथ्वी के निकटतम बिंदु पर या उसके निकट होता है, तो इसे ‘सुपरमून’ कहा जाता है. तब यह आकाश में सामान्य से थोड़ा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है.
चंद्रयान-3 की मौजूदगी में निकलेगा ब्लू मून
इस बार सुपर ब्लू मून की यह खगोलीय घटना इसलिए भी खास होगी. क्योंकि भारत का चंद्रयान-3 मिशन (Chandrayaan-3 Mission) अभी चांद है. इसलिए आज का सुपर ब्लू मून खासकर भातवासियों के लिए और भी खास रहेगा.
आज पूरे दिन भद्रा काल का साया
30 अगस्त आज सावन की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत सुबह से हो चुकी है. लेकिन भद्रा होने के कारण आज राखी नहीं बांध सकते. भद्रा काल आज रात 9:01 मिनट तक रहेगा. इसके बाद राखी बांधी जा सकती है.
क्या रात में राखी बांध सकते हैं?
साल 2023 में रक्षाबंधन का मुहूर्त 30 अगस्त की रात में 9:01 मिनट के बाद शुरु होगा. 30 अगस्त को पूरे दिन भद्रा का साया है. जिस वजह से आप रात को 9:01 मिनट के बाद राखी बांध सकते हैं. इस बात का फर्क नहीं पड़ता राखी का मुहूर्त सुबह का हो या रात का, राखी बांधना लाभकारी होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भद्राकाल और राहुकाल में राखी बांधना मना है. साल 2023 में राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रात का है, इसलिए ये साफ है कि राखी रात में भी बांधी जा सकती है.