वार्षिक कुंभ राशिफल : साल 2021 में कुंभ राशि वाले जातक को कई क्षेत्रों में सफलता मिलेगी. वर्षारंभ में लग्न के स्वामी गुरु व शनि व्यय भाव में विराजमान रहेंगे. वर्ष कुंडली के अनुसार, कुंभ राशि की कुंडली में नये वर्ष में मेष राशि में मंगल तीसरे भाव में, चतुर्थ भाव में राहु, छठे भाव में चंद्रमा, दशम भाव में शुक्र एवं केतु, लाभ भाव में सूर्य व बुध की युति भाग्य वृद्धि के संकेत को दे रहे हैं. आइए जानते है ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी जी बता रहे है कि कुंभ राशि वालों के लिए कैसा रहने वाला है साल 2021…
इस वर्ष आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी. कोई कठिन निर्णय लेने में समर्थ होंगे तथा इस निर्णय से आपको फायदा भी मिलेगा. आपके अधिकारी आपके कार्य और फैसलों की प्रशंसा करेंगे. यदि आप रचनात्मक क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, तो आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है. कार्य या व्यापार में मतभेदों से बचने के लिए आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की जरूरत है.
कार्यस्थल पर अनुशासन का पालन करें. साझेदारी में लाभ, नया व्यापार, भूमि आदि में धन लगाने का योग बन रहा है. यदि आप स्वयं का व्यवसाय करने के इच्छुक हैं, नौकरी करना चाहते हैं, तो अगस्त-सितंबर का माह शुभ परिणाम देने वाला होगा. कर्म स्थान में गुरु बैठे हैं, अतः नौकरी में तरक्की का भी योग बन रहा है. इस वर्ष धन के मामलें में गत वर्ष की अपेक्षा सुधार हो सकता है. धन का स्वामी ग्रह गुरु कर्म स्थान से धन भाव को देखा रहा है, अतः आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष बहुत ही अनुकूल रहने वाला है. अगस्त-सितंबर में दीर्घकालिक निवेश का योग बन रहा है. यह मकान, भूमि अथवा शेयर, आयात-निर्यात में हो सकता है, जोफायदेमंद रहेगा.
पुराने मित्रों संग किसी योजना में आगे बढ़ेंगे, परंतु किसी जज्बात में आकर कोई बिना विचारे निर्णय न लें, अन्यथा प्रोफेशनल लाइफ में समस्याएं पैदा हो सकती हैं. रिश्तेदार से मधुर संबंध बनाकर रखें. आपके प्रेम भाव के ऊपर लग्न स्वामी शनि की दृष्टि है, अतः मन में प्रेम का संचार बना रहेगा. अपने प्रेम को पवित्र बनाये रखें, अन्यथा न्याय कारक शनि दंड देने में कोई कसर नही छोड़ेंगे.
कुंभ राशि वालों को स्वास्थ्य के प्रति पूर्ण से सचेत रहने की आवश्यकता है, क्योकि आपकी राशि का स्वामी व्यय स्थान में विराजमान है. यह आपके खराब स्वास्थ्य का संकेत है. मंगल का गोचर बारहवें स्थान में होगा, तो मानसिक कष्ट अधिक हो सकता है. वात, पित व कफ संबंधी सामान्य रोगों से परेशान हो सकते हैं. नवंबर से स्वास्थ्य को लेकर समस्या आ सकती है. लंबी यात्रा से बचना ही श्रेयस्कर होगा.
उपाय: शनिवार के दिन गरीबों में काला कंबल का दान करें. सुंदरकाण्ड का प्रतिदिन पाठ करें. शमी के पौधा में प्रतिदिन जल दें. प्रत्येक शनिवार को तिल का दीपक जलाएं.
अमृतसिद्धि मंत्र
भव भेषज रघुनाथ जसु,सुनहिं जे नर अरु नारि।
तिन्ह कर सकल मनोरथ,सिद्ध करहिं त्रिसरारि।।
शुभ रंग : आसमानी
शुभ अंक : 7
शुभ दिन : बुधवार
Rashifal Posted by : Radheshyam kushwaha