Zodiac Sign Upay 2025: ज्योतिषीय प्रभावों को संतुलित करने और गोचर के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए उपाय अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं. वर्ष 2025 में ग्रहों के गोचर से प्रभावित राशियों के लिए निम्न उपाय लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं
मेष, सिंह, और धनु (सूर्य और बृहस्पति से प्रभावित)
सूर्य और बहस्पति के प्रभाव से ये राशियां लाभकारी स्थितियों का सामना करेंगी, लेकिन आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को बनाये रखने के लिए इन उपायों का पालन करें :
प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें और ‘ॐ सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करें.
पीला भोजन (जैसे हल्दी का दूध) ग्रहण करें.
गुरुवार को बृहस्पति देव की पूजा करें और पीपल के पेड़ के नीचे जल अर्पित करें.
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मीन और कन्या (राहुकेतु से प्रभावित)
राहु और केतु के गोचर के प्रभाव को शांत करने और मानसिक शांति बनाये रखने के लिए ये उपाय करें :
प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और बजरंग बली की पूजा करें.
राहुकेतु से जुड़े दोषों को कम करने के लिए रात्रि में सफेद चंदन का तिलक लगाएं.
‘ॐ राहवे नमः’ और ‘ॐ केतवे नमः’ मंत्र का नियमित जाप करें.
मकर और कुंभ (शनि से प्रभावित)
शनि के गोचर और साढ़े साती का प्रभाव इन राशियों के जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. शनि के दुष्प्रभाव को शांत करने के लिए :
जरूरतमंदों को काले कपड़े, काले तिल, या लोहे की वस्तुएं दान करें.
‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करें.
पीपल के वृक्ष की पूजा करें और शनिवार को उसके नीचे सरसों के तेल का दीपक रखें.
मिथुन और तुला (बुध और शुक्र से प्रभावित)
बुध और शुक्र के गोचर से संवाद, व्यापार और संबंधों में उतारचढ़ाव हो सकते हैं. इनके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए :
बुधवार को हरे मूंग या साबुत धनिया का दान करें.
‘ॐ बुं बुधाय नमः’ मंत्र का जाप करें.
रिश्तों में सुधार के लिए सफेद फूलों का दान करें और सफेद वस्त्र पहनें.
वृषभ और वृश्चिक (शुक्र और मंगल से प्रभावित)
शुक्र और मंगल के प्रभाव से ऊर्जा और भावनात्मक स्थिरता में सुधार के लिए निम्न उपाय करें :
मंगल के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें.
लाल मसूर का दान करें और ‘ॐ अं अंगारकाय नमः’ मंत्र का जाप करें.
रोजाना माता दुर्गा की आराधना करें और ‘श्री दुर्गायै नमः’ मंत्र का जाप करें.
कर्क और मीन (चंद्रमा और राहुकेतु से प्रभावित)
चंद्रमा और राहुकेतु के प्रभाव से मानसिक शांति और आध्यात्मिक प्रगति पर ध्यान देने की आवश्यकता है :
प्रतिदिन ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें.
सोमवार को शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें.
चावल, दूध, और चांदी का दान करें.
चंद्र ग्रहण के समय ध्यान और मंत्र जाप करें.
कर्क, वृश्चिक, और मकर (ग्रहणों से प्रभावित)
सूर्य और चंद्र ग्रहण का प्रभाव इन राशियों पर गहरा पड़ सकता है. ग्रहण के समय पूजापाठ और नये कार्यों से बचें. ग्रहण के बाद स्नान कर घर में गंगाजल छिड़कें. ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें. गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन और वस्त्र दान करें.