14 को पुष्य नक्षत्र 17 को धनतेरस, जानें खरीदारी का मुहूर्त, अक्तूबर के पर्व त्योहार

रांची़ : दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र की खरीदारी का विशेष महत्व है. इसलिए खरीदारी का महत्व बढ़ जाता है. धनतेरस 17 अक्तूबर को है़ इसके पहले पुष्य नक्षत्र होने से खरीदारी बढ़ेगी. शनिवार को दशमी रात 3.41 तक है. पुष्य नक्षत्र दिन के 9.54 तक है. पंडित रामदेव पांडेय के अनुसार पुष्प नक्षत्र, नक्षत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2017 7:03 AM
रांची़ : दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र की खरीदारी का विशेष महत्व है. इसलिए खरीदारी का महत्व बढ़ जाता है. धनतेरस 17 अक्तूबर को है़ इसके पहले पुष्य नक्षत्र होने से खरीदारी बढ़ेगी. शनिवार को दशमी रात 3.41 तक है. पुष्य नक्षत्र दिन के 9.54 तक है.
पंडित रामदेव पांडेय के अनुसार पुष्प नक्षत्र, नक्षत्र का राजा होता है. इस नक्षत्र में खरीदारी से धन ऐश्वर्य की बढ़ोतरी होती है. इस बार संयोग है कि नक्षत्र का स्वामी भी शनि है और दिन भी शनिवार है. हालांकि पुरानी मान्यता है कि कार्तिक पक्ष को यम पंचक कहा जाता है. इस समय कोई नया काम करना वर्जित है.
खरीदारी का मुहूर्त
काल सुबह 7.33 तक दवा, खाद्यान्न
शुभ 9.13 तक वाहन,मशीन,कपड़ा,शेयर,घरेलू सामान,
चर 14.12 तक गाड़ी, गतिमान वस्तु, गजट
लाभ 15.51 तकलाभ कमाने वाली मशीन,औजार, कंप्यूटर,शेयर
अमृत 17.31 तक जेवर, बर्तन, खिलौना, कपड़ा, स्टेशनरी
काल 19.11 तक घरेलू सामान, खाद्यान्न, दवा
अक्तूबर के पर्व त्योहार
16 अक्तूबर गोवत्स द्वादशी
17 अक्तूबर धनतेरस, कामेश्वर जयंती, नर्क चतुर्दशी
18 अक्तूबर काली पूजा, हनुमान जयंती
19 अक्तूबर दीपावली
20 अक्तूबर गोवर्धन पूजा, अन्नकूट
21 अक्तूबर भइया दूज, कलम दवात पूजा
24 अक्तूबर छठ नहाय खाय
25 अक्तूबर छठ का खरना
26 अक्तूबर पहला अर्घ्य सूर्यास्त 5.36
27 अक्तूबर दूसरा अर्घ्य सूर्योदय 6.24
31 अक्तूबर देव उठान एकादशी (परंतु विवाह लग्न 19 नवंबर से गुरु अस्त के कारण)
4 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा

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