नयी दिल्ली : 13 जुलाई यानी शुक्रवार को आषाढ़ अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण पड़ रहा है. यह सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा. इंग्लैंड के ग्रीनविच शहर में यह दोपहर 1:30 बजे दिखाई देगा और अमेरिका के पूर्वी तट पर सुबह 9:30 बजे दिखेगा. नासा के अनुसार आंशिक सूर्य ग्रहण अब शुक्रवार को 2080 में होगा. ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहण से जुड़े कुछ नियम लोगों को मानना चाहिए.
‘बुरी किस्मत’ का संबंध
दरअसल, यह सूर्यग्रहण 13 जुलाई को लगने वाला है और इस दिन शुक्रवार है. इस 13 तारीख और शुक्रवार के मेल को लोकप्रिय संस्कृति में ‘बुरी किस्मत’ का सूचक बताया जा रहा है. इस दिन और तारीख को 44 साल पूर्व ग्रहण लगा था. 13 दिसंबर 1974 के बाद से अब तक कोई भी सूर्यग्रहण ऐसा नहीं लगा. अब शुक्रवार और 13 तारीख के मेल वाला यह सूर्यग्रहण 13 सितंबर 2080 को नजर आएगा.
कहां लगेगा सूर्यग्रहण
सूर्यग्रहण आस्ट्रेलिया के सुदूर दक्षिणी भागों, तस्मानिया, न्यू जीलैंड के स्टीवर्ट आइलैंड, अंटार्कटिका के उत्तरी हिस्से, प्रशांत और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा.
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ज्योतिषियों की बातें आप भी जानें
1. 13 जुलाई को आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या
2. यह प्रात: 7 बजकर 18 मिनट और 23 सेकंड से शुरू होगा और मोक्ष 9 बजकर 43 मिनट 44 सेकंड बजे होगा.
3. ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य ग्रहण लगने से पहले दूध-दही जैसी चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रखने चाहिए.
4. जिस वक्त सूर्य ग्रहण लगा होता है उस अवधि को सूतक काल कहा जाता हैं, ज्योतिषियों के अनुसार सूतक का प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन इस अवधि में पूजा-पाठ और मूर्ति पूजा नहीं की जाती है.
5. ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय सोना और खाना नहीं चाहिए.