पवित्र महीना श्रावण 28 से होगा शुरू, 19 साल बाद बन रहा है ये दुर्लभ संयोग, बरसेगी महादेव की कृपा

विविध योगों से सजे इस श्रावण मास में पड़ेंगे चार सोमवार हिन्दू पंचांग का सबसे पवित्र तथा भोलेनाथ का महीना ‘सावन’ इस वर्ष 28 जुलाई से आरम्भ होगा. 26 अगस्त रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगा. 28 जुलाई को शनिवार है. इस दिन से भोलेनाथ की पूजा शुरू हो जायेगी. सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2018 12:02 AM
विविध योगों से सजे इस श्रावण मास में पड़ेंगे चार सोमवार
हिन्दू पंचांग का सबसे पवित्र तथा भोलेनाथ का महीना ‘सावन’ इस वर्ष 28 जुलाई से आरम्भ होगा. 26 अगस्त रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगा. 28 जुलाई को शनिवार है. इस दिन से भोलेनाथ की पूजा शुरू हो जायेगी.
सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई को पड़ेगा. इसके बाद छह, 13 और 20 अगस्त को सोमवार पड़ेगा. इस साल का सावन का महीना बहुत खास है, क्योंकि 19 साल बाद एक दुर्लभ संयोग बन रहा है. इस बार सावन का महीना पूरे 30 दिन का होगा. ऐसा अधिमास (दो ज्येष्ठ) होने के कारण हुआ है.
हिन्दू धर्म में सावन या श्रावण महीने का खास महत्व है. इस महीने में भगवान शंकर की पूजा की जाती है. मान्यता है कि सावन के महीने में सोमवार को व्रत रखने और भगवान शंकर की पूजा करने वाले जातक को मनवांछित जीवनसाथी प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है. विवाहिता औरतें यदि श्रावन महीने का सोमवार व्रत रखती हैं तो उन्हें भगवान शंकर सौभाग्य का वरदान देते हैं. रुद्राभिषेक करने से पद, प्रतिष्ठा, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है
शहर के पंडिताचार्य गोपाल शर्मा ने बताया कि श्रावण माह में विधिपूर्वक रुद्राभिषेक करने से पद, प्रतिष्ठा, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. जो लोग रुद्राभिषेक नहीं करा सकते है, वे "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करते हुए स्वयं जलाभिषेक करें या दूध, दही, घृत, शहद, चन्दन, चन्दन, बेलपत्र, गंगाजल से प्रभु का अभिषेक करें. श्रावण मास में बालू या मिट्टी के शिवलिंग का ही अभिषेक उत्तम माना गया है.पार्थिव लिंग की स्थापना खुद ही करें

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