इन संकेतों से जान सकते हैं शनि आपसे कुपित तो नहीं
कई बार दुष्ट व्यवहार पर लोग कहते हैं- इस पर शनिचरा सवार है! जिन्हें कुंडली का ज्ञान नहीं, वे भी कुछ संकेतों से जान सकते हैं कि शनि आपके लिए शुभ फलदाता हैं या अशुभ. जिन लोगों से शनि कुपित होते हैं, उन्हें वायु से संबंधित रोग अधिक होते हैं. हड्डियों से जुड़ी समस्या प्रमुख […]
कई बार दुष्ट व्यवहार पर लोग कहते हैं- इस पर शनिचरा सवार है! जिन्हें कुंडली का ज्ञान नहीं, वे भी कुछ संकेतों से जान सकते हैं कि शनि आपके लिए शुभ फलदाता हैं या अशुभ. जिन लोगों से शनि कुपित होते हैं, उन्हें वायु से संबंधित रोग अधिक होते हैं.
हड्डियों से जुड़ी समस्या प्रमुख है. उनके काम बिगड़ने लगते हैं. छोटी-छोटी बात पर क्रोध आता है और क्रोधवश उनकी वाणी से कार्य और बिगड़ने लगते हैं. पुराने रिश्ते खराब हो जाते हैं. पारिवारिक कष्ट से सामना होता है.
ज्योतिष के अनुसार ऐसे लोगों को कद्दू, कटहल, अरबी और बैंगन नहीं खाना चाहिए. ये सब्जियां शरीर में वायु बढ़ाकर वात दोष देती हैं. उपाय स्वरूप ऐसे लोग मन को शांत रखने का प्रयास करें. क्रोध से बचें. ध्यान और प्राणायाम रामबाण की तरह मददगार हैं.
ज्योतिष कहता है कि लोगों से, खास कर घर की स्त्रियों से कटु वचन बोलनेवाले, दुष्टों की संगत करनेवाले, मांस-मदिरा का सेवन करनेवाले लोगों को शनि अशुभ फल देते हैं. नित्य चांदी के गिलास में जल पीने व चमड़े से बनी वस्तुओं का दान करने से शनि शांत होते हैं.