बाइबल : परमेश्वर का दिया हुआ एक अनोखा तोहफा
बाइबल एक तोहफा है, जो परमेश्वर ने हमें दिया है और इसके लिए हमें दिल से उसका एहसान मानना चाहिए. यह अनोखी किताब हमें बताती है कि सूरज, चांद, सितारों को, और इस धरती और पहले स्त्री-पुरुष को कैसे बनाया गया. बाइबल में ऐसे सिद्धांत दिये गये हैं, जो भरोसे के लायक और फायदेमंद हैं. […]
बाइबल एक तोहफा है, जो परमेश्वर ने हमें दिया है और इसके लिए हमें दिल से उसका एहसान मानना चाहिए. यह अनोखी किताब हमें बताती है कि सूरज, चांद, सितारों को, और इस धरती और पहले स्त्री-पुरुष को कैसे बनाया गया. बाइबल में ऐसे सिद्धांत दिये गये हैं, जो भरोसे के लायक और फायदेमंद हैं.
जिंदगी की समस्याओं और चिंताओं का सामना करने में ये हमारी मदद करते हैं. बाइबल यह भी समझाती है कि परमेश्वर आनेवाले वक्त में कैसे अपना मकसद पूरा करेगा और किस तरह धरती पर अच्छे हालात लायेगा.
पूरी बाइबल को लिखने में 1,600 से ज़्यादा साल लगे हैं. इसे अलग-अलग वक्त में जीनेवाले लोगों ने लिखा था. वे समाज के अलग-अलग तबके से थे और उनका पेशा भी एक-दूसरे से अलग था. इनमें से कुछ किसान, कुछ मछुआरे, चरवाहे, नबी, न्यायी और राजा भी थे.
लूका नाम के एक वैद्य ने भी सुसमाचार की एक किताब लिखी थी. हालांकि बाइबल की किताबें लिखनेवाले अलग-अलग माहौल से आये थे, फिर भी यह बात गौर करने लायक है कि पूरी बाइबल में पहली किताब से लेकर आखिरी किताब तक गहरा तालमेल पाया जाता है.
इसमें दिये वचन हमारे दिल को छू जाते हैं और हर वचन इसे देनेवाले परमेश्वर के बारे में कुछ-न-कुछ जरूर कहता है. परमेश्वर ने हमें बाइबल इसलिए दी है, क्योंकि वह चाहता है कि हम उसे अच्छी तरह जानें. दरअसल बाइबल, यहोवा के करीब आने में हमारी मदद करती है.
ईशान कोण में छिपी है आपकी तरक्की व खुशी
वा स्तु के अनुसार ईशान कोण का स्वामी ग्रह गुरु होता है. यह धन-संपदा और तरक्की का कारक ग्रह है. इसी पर निर्भर करता है कि घर के सदस्य किस प्रवृत्ति के होंगे और कौन किस दिशा में सफलता प्राप्त करेगा.
यदि घर का मुख्य द्वारा ईशान कोण में हो, तो घर का मालिक मनचाहा क्षेत्र में तरक्की करता है. वह सात्विक विचारोंवाला होता है. परिवार का एक बेटा बहुत ही सम्मान कमाता है.
ईशान कोण में किचन हो, तो लोगों को सामान्य सफलता ही हाथ लग पाती है. ऐसे घर में कलह का माहौल रहता है. जबकि ईशान कोण में बेडरूम हो, तो मुखिया के स्वभाव में उतावलापन होता है. उसमें बेचैनी बनी रहती है.
वहीं ईशान कोण में कूड़ा-कबाड़ रहने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. जबकि इस दिशा में अनाज रखना, आभूषणों का संचय करना शुभ होता है. ऐसे घर के मालिक का भाग्य साथ देता है तथा संतान को कार्य में प्रसिद्धि मिलती है.