रांची : भाई-बहन के प्रेम का त्योहार रक्षा बंधन गुरुवार को है. इस बार रक्षा बंधन के दिन कोई भद्रा काल का चक्कर नहीं है. इसलिए सूर्योदय के बाद से ही राखी बांधी जा सकेगी.
स्वामी दिव्यानंद ने कहा कि पूर्णिमा तिथि बुधवार को दिन के 3.45 बजे से शुरू हो जायेगी, जो गुरुवार को शाम 05.59 बजे तक रहेगी. ऐसे में दिन भर राखी बांधी जा सकेगी. इस दिन सावन माह का समापन है. इस कारण शिवालयों में सुबह से ही जालाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी.
आपको बता दें कि रक्षा बंधन के दिन नदियों में स्नान-ध्यान व दान का विशेष महत्व है. वहीं पूर्णिमा होने के कारण मंदिरों में भगवान सत्यनारायण स्वामी की पूजा-अर्चना भी की जायेगी.