श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में 24 अगस्त को मनाई जाएगी जन्माष्टमी, 23 को वृंदावन में
नयी दिल्ली : जन्माष्टमी इस साल कब मनाई जाए, इसे लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. यह उलझन 23 और 24 अगस्त को लेकर है. हालांकि ब्रज में इस वर्ष 23 एवं 24 अगस्त, दोनों दिन कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी, जबकि श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में 24 अगस्त को और वृदांवन में […]
नयी दिल्ली : जन्माष्टमी इस साल कब मनाई जाए, इसे लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. यह उलझन 23 और 24 अगस्त को लेकर है. हालांकि ब्रज में इस वर्ष 23 एवं 24 अगस्त, दोनों दिन कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी, जबकि श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में 24 अगस्त को और वृदांवन में 23 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा.
वृंदावन स्थित ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर के सेवाधिकारी रघु गोस्वामी ने प्रभातखबर डॉट कॉम के साथ बातचीत में बताया, विश्व पंचाग के अनुसार 23 अगस्त को बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी मनाया जाएगा, जबकि मथुरा में 24 अगस्त को मनाया जाएगा.
उन्होंने बताया विश्व पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 23 अगस्त को सुबह 8.09 बजे से शुरू हो रही है और यह 24 अगस्त को सुबह 8.32 बजे खत्म होगी. वहीं रोहिणी नक्षत्र 24 अगस्त को सुबह 3.48 बजे से शुरू होगा और ये 25 अगस्त को सुबह 4.17 बजे उतरेगा. भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. लिहाजा, 23 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना शुभ होगा.
श्रीकृष्ण जन्मस्थान न्यास के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि कृष्ण अष्टमी पर्व शनिवार 24 अगस्त को मनाया जाएगा और इसके लिए मंदिर परिसर में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं. श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने श्रीकृष्ण के 5246 वें जन्म महोत्सव को इस वर्ष ‘समृद्ध भारत-सशक्त भारत-अखण्ड भारत’ के संकल्प के साथ मनाने का निश्चय किया है.
संस्थान समिति के सदस्य ने बताया, ‘जन्माष्टमी के दिन मंदिर में प्रवेश केवल उत्तरी द्वारा से ही मिल पाएगा. जबकि दक्षिणी द्वार (जो बाकी दिनों में प्रवेश के लिए प्रयोग किया जाता है) से श्रद्धालुओं की निकासी की सुविधा रहेगी. उन्होंने बताया कि क्लोज सर्किट टीवी स्क्रीन लगाए जा रहे हैं ताकि मंदिर में प्रवेश करने से वंचित रह गए श्रद्धालु भी महाभिषेक के दर्शन कर सकें.
बनारस से प्रकाशित ऋषिकेश पंचाग के अनुसार, रांची के पं विष्णु मिश्र ने बताया, 23 अगस्त को रात 12:10 बजे रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा और 24 अगस्त रात 12:28 बजे उतरेगा. वहीं, 22 अगस्त को रात 11:21 बजे अष्टमी तिथि शुरू होगी और 23 अगस्त रात 3:18 बजे खत्म होगी. लिहाजा, 24 अगस्त को जन्माष्टमी मनाया जाना शुभ होगा.
* जन्माष्टमी के दिन मथुरा में रहेंगे योगी
खबर है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार जन्माष्टमी मनाने मथुरा जाने वाले हैं. योगी सरकार अयोध्या के दीपोत्सव, बरसाना के रंगोत्सव के बाद ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से मथुरा में दिव्य और भव्य श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन करने में जुटी है.
इसके तहत इस बार भगवान के जन्मोत्सव की घड़ी पर पूरे ब्रज में एक साथ शंखनाद होगा. ब्रज के अनेक तीर्थस्थलों पर मौजूद कई हजार मंदिरों में रात्रि के 12 बजते ही घण्टे-घड़ियाल बज उठेंगे. स्थानीय निवासियों से भी इस अवसर पर भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का उल्लास प्रकट करने के लिए घरों में भी समवेत स्वर में जयघोष एवं अनुनाद करने का आग्रह किया जा रहा है.
* कहां कब मनाई जायेगी जन्माष्टमी
द्वारिकाधीश मंदिर में श्री कृष्ण जन्मोत्सव 24 अगस्त को मनाया जाएगा. 24 अगस्त को रात्रि 12 बजे शंखनाद के बीच ठाकुरजी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा.
दामोदर मंदिर में 24 अगस्त को जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा. प्रात: 9.30 से 12 बजे तक अभिषेक होगा. दोपहर 1 बजे शृंगार आरती होगी. उसके बाद मंदिर के पट बंद हो जाएंगे. शाम को पुन: 5 बजे मंदिर के पट खुलेंगे मंदिर में 8.30 बजे तक भक्तों को छप्पन भोग के दर्शन होंगे.
इस्कॉन मंदिर में 24 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. 24 अगस्त की रात 11:30 बजे से अजन्मा का अभिषेक शुरू होगा. जो कि रात 1 बजे तक चलेगा इसके पश्चात शृंगार आरती की जाएगी.
गोकुल में श्री कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन 24 अगस्त को मनाया जाएगा. 24 को रात्रि 12 राजा ठाकुर, गोकुलनाथ आदि मंदिर में 24 को श्री कृष्ण जन्मोत्सव होगा. मंदिरों में ठाकुरजी के श्री विग्रह का अभिषेक होगा. अगले दिन 25 अगस्त को नंदबाबा मंदिर से ढोला निकाला जाएगा. यह ढोला नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए नंद चैक पहुचेगा.