धनतेरस आज : झारखंड में होगी धनवर्षा, 1508 करोड़ के कारोबार की उम्मीद
राजेश कुमार रांची : आज धनतेरस है. राजधानी सहित पूरे झारखंड के बाजारों में रौनक है. झारखंड के कई हिस्साें में लगातार बारिश होने से व्यापारी बिक्री प्रभावित होने की आशंका जतायी जा रही है, हालांकि व्यापारियों ने पूरी तैयारी कर रखी है. बाजार के जानकाराें की मानें तो इस साल धनतेरस में 1508.50 करोड़ […]
राजेश कुमार
रांची : आज धनतेरस है. राजधानी सहित पूरे झारखंड के बाजारों में रौनक है. झारखंड के कई हिस्साें में लगातार बारिश होने से व्यापारी बिक्री प्रभावित होने की आशंका जतायी जा रही है, हालांकि व्यापारियों ने पूरी तैयारी कर रखी है. बाजार के जानकाराें की मानें तो इस साल धनतेरस में 1508.50 करोड़ रुपये तक के कारोबार होने का अनुमान है. इसमें रांची की हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत है. यानी सिर्फ रांची में 452.55 करोड़ रुपये तक के कारोबार होने की उम्मीद है. धनतेरस के साथ-साथ लगन को लेकर भी व्यापारियों को बिक्री में काफी उछाल की उम्मीद है.
हर ओर ऑफर-ही-ऑफर
धनतेरस पर सोना-चांदी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कैमरा, कंप्यूटर-लैपटॉप, मोबाइल, बरतन आदि के बाजार गुलजार रहेंगे. इसमें सबसे बड़ा हिस्सा आभूषण का रहेगा. धनतेरस पर सोने-हीरे के आभूषणों के साथ-साथ सोने व चांदी के सिक्कों की जबरदस्त मांग रहती है.
अधिक भीड़ का सामना न करना पड़े, इसके लिए लोगों ने पहले ही बुकिंग करा ली है. धनतेरस को देखते हुए बाजार में हर कंपनियां अलग-अलग ऑफर दे रही हैं. ज्वेलरी मार्केट में मेकिंग चार्ज में छूट, तो इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की खरीदारी पर कैशबैक से लेकर कई उपहार दिए जा रहे हैं. ग्राहकों की सहूलियत के लिए आसान फाइनांस की सुविधा है.
राज्य में संभावित कारोबार (रुपये में)
ज्वेलरी 350 करोड़
कार 330 करोड़
बाइक 275 करोड़
सेकेंड हैंड कार-बाइक 33.50 करोड़
वाणिज्यिक वाहन 73 करोड़
मोबाइल 20 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक 122 करोड़
बरतन 80 करोड़
किचन अप्लायंसेस 52 करोड़
लैपटॉप, डेस्कटॉप, कैमरा 60 करोड़
प्रॉपर्टी 92 करोड़
फर्नीचर 15 करोड़
अन्य 06 करोड़
कुल 1508.50 करोड़
नोट : ये आंकड़े कंपनी के प्रतिनिधि और स्थानीय डीलरों से लिये गये हैं और अनुमान पर आधारित हैं.
452.55 करोड़ रुपये के कारोबार की है उम्मीद रांची के व्यापारियों को
350 करोड़ के आभूषणों की बिक्री का अनुमान
धनतेरस पर सोने-चांदी और हीरे के गहने की जबरदस्त मांग रहती है. लगन का भी मौका है, इसे कारण व्यापारी काफी उत्साहित हैं. पूरे साल के दौरान झारखंड में लगभग 2,500 करोड़ रुपये आभूषणों का कारोबार होता है. व्यापारियों की मानें तो धनतेरस पर लगभग 350 करोड़ रुपये का काराेबार होने का अनुमान है. इसमें रांची की हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत की है. बाजार में अलग-अलग वजन के सिक्के भी उपलब्ध हैं. आभूषण बाजार में कुल बिक्री में सिक्कों की बिक्री की हिस्सेदारी लगभग 20-25 प्रतिशत की होती है.
330 करोड़ रुपये की कार बिकने की उम्मीद
राज्य भर के डीलराें के यहां 5,500 से अधिक कारों की बिक्री होने की उम्मीद है. इसमें रांची की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत की है. औसतन कीमत छह लाख रुपये के हिसाब से यह 330 करोड़ रुपये होता है. सामान्य दिनों में झारखंड और बिहार में हर माह औसतन 8,000 कारों की बिक्री होती है. झारखंड में सामान्य दिनों में हर माह औसतन लगभग 37,000 पीस बाइक की बिक्री होती है. जबकि रांची में औसतन 6,300 बाइक प्रति माह बिकती है. धनतेरस को लेकर इस बार झारखंड में 50,000 बाइक की बिक्री होने की उम्मीद जतायी जा रही है.
80 करोड़ रुपये के बरतन बिकने का है अनुमान
धनतेरस पर सबसे ज्यादा बिकने वाले आइटम्स में बरतन भी हैं. व्यापारियों का कहना है कि पूरे साल के दौरान सबसे अधिक बरतन की बिक्री धनतेरस पर ही होती है. हर कोई अपनी जरूरत के अनुसार बरतन की खरीदारी जरूर करता है. एक सप्ताह बाद छठ पूजा के लिए भी लोग इसी समय पीतल व तांबा के बरतन की खरीदारी कर लेते हैं. पूरे राज्य में धनतेरस पर लगभग 80 करोड़ रुपये के बरतन बिकने की उम्मीद है.
20 करोड़ रुपये के मोबाइल बिकने की संभावना
धनतेरस में मोबाइल का भी जबरदस्त कारोबार होगा. झारखंड में लगभग 15,000 मोबाइल की बिक्री होने की उम्मीद है. कुल कारोबार लगभग 20 करोड़ रुपये होने की संभावना है. रांची में लगभग पांच करोड़ रुपये के कारोबार होंगे.
सेकेंड हैंड कार और बाइक की भी है डिमांड
झारखंड में सेकेंड हैंड कार और बाइक का भी बड़ा बाजार है. झारखंड में आम दिनों में हर माह औसतन 1,000-1,200 सेकेंड हैंड चार पहिया वाहनों की बिक्री होती है. धनतेरस को लेकर लगभग 1,700 से 1,800 कार बिक्री होने की उम्मीद है. 1.75 लाख रुपये औसतन कीमत से लगभग 31.50 करोड़ रुपये होती है. जबकि यूज्ड बाइक की बात करें, तो इसकी बिक्री लगभग दो करोड़ रुपये होती है.
धनतेरस को लेकर पूरी तैयारी है. लोगों ने भीड़-भाड़ से बचने के लिए पहले ही बुकिंग करा ली है. लोग आयेंगे और वाहनों की डिलिवरी लेंगे.
पुनीत पोद्दार, सीएमडी, प्रेमसंस मोटर
धनतेरस में चार टन से 15 टन की इंटरमीडिएट लाइट कॉमर्शियल व्हीकल की डिमांड है. ग्राहकों की जरूरत के अनुसार हर मॉडल उपलब्ध कराए गए हैं.
प्रवीर प्रकाश, सीइओ, बुधिया एजेंसीज
ग्राहकों के लिए लाइटवेट से लेकर हेवी ज्वेलरी उपलब्ध है. कंपनी ने खास विरासत कलेक्शन लाया है. हमारे यहां लाइट वेट ज्वेलरी की पूरी रेंज उपलब्ध है.
विशाल आर्या, प्रोपराइटर, तनिष्क