दान-पुण्य का महापर्व मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जाएगा.
इस संबंध में पंडित एके मिश्रा बताते हैं कि माघ मास कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि 15 जनवरी 2020 को पूर्वाह्न 02:22 बजे (रात्रि 02:22 बजे)पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र ,सौभाग्य योग, तैतिल करण, चंद्रराशि सिंह एवम् वृश्चिक लग्न में सूर्य देव का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश के साथ ही धनु खरमास समाप्त हो जाएगा.
इसे उत्तरायण भी कहा जाता है. उत्तरायण की ऊर्जा पंचमहाभूतों के लिए नयी ऊर्जा निर्मित करते हैं. मकर संक्राति को देवताओं का प्रभात काल माना जाता है. इन कारणो से मकर संक्रांति में किये गए स्नान , दान ओर पुण्य के फलों में सहस्त्र गुना वृद्धि होती है.
मकर संक्रांति का सामान्य पुण्यकाल बुधवार 15 जनवरी को प्रात: 6: 28 से शाम 5: 21 बजे तक एवं सर्वोत्तम यानि संक्रांति का महापुण्यकाल प्रातः 6 :28 से प्रातः 8:17 बजे तक है.