Maha Shivaratri 2020:फतुहा: 16वीं शताबदी से प्रतिष्ठित है बैकठपुर का श्रीगौरीशंकर बैकुंठनाथ मंदिर. यह मंदिर शिव भक्तों का अद्वितीय तीर्थ स्थान है. इस प्राचीन मंदिर की महिमा अतीत के कई युगों से जुड़ी हुई है. इस मंदिर का उल्लेख महाकाव्य, पुराणों, बौद्ध धर्मग्रंथों, चीनी यात्रियों के यात्रा वृतांतों और इतिहास में भी है.
इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां शिवलिंग के रूप में भगवान शिव के साथ माता पार्वती भी विराजमान हैं. यह अलौकिक एवं अद्वितीय शिवलिंग है. शिवलिंग में सैकड़ों रुद्र लिंग बने हैं. मान्यता के अनुसार मंदिर में स्थापित शिवलिंग की गणना कामना लिंग के रूप में है.
बेमिसाल कला का नमूना
कला की दृष्टि से भी यह मंदिर बेजोड़ है. मंदिर के सभा मंडप में शिव बरात की चित्र अंकित है. यह अत्यंत मनोरम है. यह चित्र पटना कॉलम का एक जीवंत नमूना है. मंदिर की बनावट अद्भुत है.
प्राचीन झखड़ी महादेव में विशेष पूजा-अर्चना
दानापुर: नगर के गोलापर स्थित प्राचीन झखड़ी महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है. इसको लेकर सारी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गयी थी. मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. मंदिर समिति के लोगों ने बताया कि रात्रि में शिव-पार्वती के विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. महाशिवरात्रि में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालुओं पूजा-अर्चना करने आ रहे हैं. महाशिवरात्रि पर मंदिर के पास मेला लगता है. मंदिर परिसर से भक्तों द्वारा शिवलिंग की भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है.