उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का आज समापन हो गया. सुबह व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. इससे पहले कल व्रती छठ घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया. इस मौके पर घाटों में भारी भीड़ देखी गयी.
भगवान भास्कर की आराधना के चार दिवसीय महापर्व छठ के चौथे दिन आज सुबह व्रतियों ने विभिन्न नदी घाटों और तालाब किनारे पानी में खडे होकर उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया.
बुधवार को छठ पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने कई अन्य मंत्रियों तथा आलाधिकारियों के साथ गंगा में स्टीमर के जरिए विभिन्न घाटों का अवलोकन करते हुए अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दे रहे छठ व्रतियों को छठ पर्व की शुभकामना दी और इन घाटों पर की गयी व्यवस्था का निरीक्षण किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि छठ का पर्व महान आस्था एवं पवित्रता का त्योहार है. यह हिन्दुस्तानी संस्कृति को प्रदर्शित करता है और यह बताता है कि सिर्फ उगते सूर्य की नहीं डूबते सूर्य को भी हम नमस्कार करते हैं. उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पूरे मनोयोग से काम किया, जिन-जिन मुद्दों पर अनुपालन का निर्देश दिया गया था. सभी निर्देशों का अनुपालन शत-प्रतिशत हुआ. मांझी ने कहा कि लोगों के उत्साह को देखते हुये लगता है कि लोग व्यवस्थाओं से संतुष्ट हैं. प्रशासन ने पूरी तरह से चौकसी बना रखी है.
मांझी ने कहा कि छठ का पवित्र त्योहार नियमों से बंधा है. यह त्योहार अनेक प्रकार की विशुद्धियों को ठीक करने का संदेश देता है. हम सब इस त्योहार से प्रेरणा लें. जात – पात, धर्म, भाषा के झगडे से दूर रहकर आपसी मेलजोल, भाईचारा को बढाये. राज्य एवं देश की प्रगति में भागीदार बने.
मुख्यमंत्री की पत्नी शांति देवी ने गया जिले में छठ पर्व मनाते हुए कहा कि पूर्व में उनके पति इस अवसर पर उनके साथ रहा करते थे, पर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के नाते उन पर पूरे राज्य के श्रद्धालुओं का ख्याल रखे जाने की जिम्मेदारी है. वह अपने बच्चों, पति और प्रदेश की खुशहाली के लिए छठ व्रत रखती हैं.
केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने अपनी पत्नी और पुत्र एवं सांसद चिराग पासवान सहित अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पटना स्थित अपने आवास पर छठ पर्व मनाया. केंद्रीय कानून, संचार एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद छठ पर्व के अवसर परपटना पहुंचे और गंगा किनारे स्थित छठ घाटों का मुआयना किया.
रविशंकर ने छठ पर्व को लेकर प्रशासनिक स्तर पर की गयी तैयारियों के बारे में कहा कि वर्ष 2012 में छठ पर्व के अवसर पर अदालत घाट पर भगदड में 22 लोगों की मौत तथा गत तीन अक्तूबर को रावण दहन के समय पटना शहर स्थित गांधी मैदान के समीप मची भगदड में 33 लोगों की मौत के बाद लगता है कि इस बार राज्य सरकार द्वारा कुछ चिंता की गयी है. उन्होंने कहा कि छठ पर्व के अवसर पर लाखों की संख्या में लोग जब नदी किनारे होते हैं तो उनके लिए व्यवस्था करना राज्य सरकार का दायित्व है.
प्रसाद ने कहा कि पिछले तीन-चार वर्षो के बाद वे घाटों का अवलोकन कर रहे हैं और इसका उन्हें बहुत संतोष है और वह प्रदेशवासियों को शुभकामना देते हैं कि बिहार यशस्वी बने. इस अवसर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंडल पांडेय उपस्थित थे. पूर्व की भांति इस वर्ष जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के घर पर छठ पर्व नहीं मनाया गया. हृदय रोग के इलाज के बाद लालू प्रसाद दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं.
नीतीश ने फेसबुक के जरिए लोक आस्था के महापर्व छठ की सभी को हार्दिक शुभकामना दी है. नहाय-खाय के साथ गत 27 अक्तूबर से से शुरु हुए लोक आस्था के इस महापर्व के दूसरे दिन व्रतियों ने दिनभर निर्जला उपवास रखने के बाद सूर्यास्त होने पर ‘खरना’ के तहत रोटी एवं गुड की खीर चढाकर उसको ग्रहण किया और पूजा-अर्चना की.
खरना के बाद शुरु हुआ व्रतियों का 36 घंटों का निर्जला उपवास कल शाम अस्ताचलगामी सूर्य एवं आज सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ संपन्न हो गया. लोक आस्था के पर्व छठ के लिए जिला प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों द्वारा राज्य में नदी और तालाब पर बने घाटों की साफ सफाई के साथ सडकों को आकर्षक तरीके से सजा गया.